महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,6 दिसम्बर। मेघखेल प्रो कबड्डी प्रतियोगिता कस्तूरबोर्ड बागबाहरा का समापन 4 दिसंबर को किया गया। चार दिवसीय चले इस कबड्डी प्रतियोगिता में कुल 57 टीमों ने जिसमें पुरुष वर्ग में 30 एवं महिला वर्ग में 13 राज्यों की 27 टीमों ने भाग लिया। जिसमें इस कबड्डी प्रतियोगिता में महिला वर्ग के इंदौर वंडर्स ने प्रथम स्थान हासिल कर 51 हजार की राशि एवं शील्ड पर कब्जा किया।
इस प्रतियोगिता में दूसरे स्थान पर कोरबा की टीम,तीसरे स्थान पर बालोद एवं चौथे स्थान पर सीएस पानीपत की टीम विजयी रही। वहीं पुरुष वर्ग में प्रथम स्थान पर जय बूढ़ादेव गोंडवाना बिलासपुर की टीम रही दूसरे स्थान पर गुलशन क्लब गोंगल, तीसरे स्थान पर यादव एकेडमी गोंदिया एवं चौथे स्थान पर कोरबा की टीम रही है।
मेघखेल कबड्डी प्रतियोगिता के अध्यक्ष भोजनाथ देवांगन ने बताया कि खेल भाव से खेले जाने वाले इस कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन विगत 33 वर्षों से किया जा रहा है। पिछले 5 वर्षों से इस प्रतियोगिता का आयोजन बागबाहरा नगर में किया जा रहा। इस बार कबड्डी के आयोजन को और भव्य बनाने के लिए आयोजक टीम द्वारा अलग-अलग विधाओं में नगर के लोगों का सम्मान किया गया। जिसमें स्वास्थ्य के क्षेत्र में डा. रेवेंद्र साहू, डा. सीमा बीनकर, शिक्षा के क्षेत्र में तुलसी राम डड़सेना एवं सीपी तिवारी, साहित्य के क्षेत्र में अजय अटापट्टू राष्ट्रीय हास्य कलाकार, कला के क्षेत्र में गौरी मालवे, खेल के क्षेत्र में ईश्वरी यादव पैरा ओलम्पिक जया साहू तीरंदाजी एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में प्रिंट मीडिया से दानवीर शर्मा, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से कृष्णानंद दुबे को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सांसद चुन्नीलाल साहू ने कहा कि विगत कई वर्षों से मेघ खेल कबड्डी प्रतियोगिता कस्तूरबोर्ड द्वारा कराया जा रहा है। लगातार बेहतर आयोजन के लिए आयोजन समिति के सदस्य भी कड़ी मेहनत करते तब जाकर दूर दूर से टीम आकर यहा अपने उत्कृष्ट खेल का प्रदर्शन करते हैं। कबड्डी में जीतने वाले महिला एवं पुरुष टीमों को बधाई दी और हारने वाली टीम से कहा कि निराश न हों, अगली बार बेहतर प्रयास करें।
इस कबड्डी प्रतियोगिता को सफल बनाने केे लिये देवेश साहू,योगेश चिंदा, एडेमन पनुरिया, हरिश चंद्राकर, चिंतन पनुरिया, आशीष गणत्रा, लोकेश पनुरिया, जुगनू देवांगन, जागेश्वर साहू, सुनील श्रीवास्तव, हितेश खरे,महेश हरपाल, लोकु चन्द्राकर,प्रकाश पाणिग्रही,लितेश परमार, सुरेश महंती, नीरू मानिकपुरी, यशवंत वैष्णव, महेंद्र गुप्ता आदि का सहयोग रहा।