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बालोद के जुगाड़ वाले भैया, जिन्होंने बनाया कबाड़ से ई-सायकल और अब पावर बैंक भी
07-Dec-2022 3:29 PM
बालोद के जुगाड़ वाले भैया, जिन्होंने बनाया कबाड़ से ई-सायकल और अब पावर बैंक भी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 7 दिसम्बर। प्रतिभा किसी पहचान की मोहताज नहीं होती और जरूरतें इंसान को कचरे से भी सोना निकालने को मदद करती है। इसी तरह ही बालोद जिले के गुरुर ब्लॉक के ग्राम खेरवही के रहने वाले ज्योतिष कुमार साहू की कहानी है जिन्होंने कतरों से सोना निकाल निकाल कर आज उन्हें उपयोगी बना दिया है। 
दरअसल कबाड़ से जुगाड़ लगाने वाले ज्योतिष में हाल ही में कटी हुई पाइप के टुकड़ों से पावर बैंक बनाया है, जो कि काफी तेजी से चार्ज होता है और वह अब उस पावर बैंक को अपडेट करने जा रहे हैं। इसके साथ ही इससे पहले उन्होंने बैटरी से चलने वाली साइकिल बनाई जिस की डिमांड भी हुई और उन्होंने कुछ लोगों को ऐसा साइकल तैयार कर भी दिया जिसकी लागत लगभग 11 हजार रुपए आई थी।
पेशे से हैं कलाकार
ज्योतिष कुमार साहू पेशे से कलाकार हैं और वे लोगों को हंसने हंसाने गुदगुदाने का काम करते हैं। उन्होंने कहा, उनका बचपन काफी संघर्षों में गुजरा अब तो इस काबिल बन गए हैं कि गैरों के लिए भी कुछ कर सकते हैं, परंतु  भगवान ने मुझे कलाकारी कार्य से जोड़ कर रखा। मैंने नृत्य संगीत और अभिनय विधा में अपना हाथ आजमाया और मुझे इसी नाम से पहचानते थे अब मुझे लोग जुगाड़ वाले भैया भी कहते हैं।
गजब है जुगाड़ वाले 
भैया की कहानी
जुगाड़ वाले भैया ज्योतिष साहू की कहानी भी गजब की है। पहली बार उन्हें पहचान तब मिला जब उन्होंने खराब पड़े बैटरी और खराब पड़े साइकल को ई-साइकिल के रूप में तब्दील कर दिया बकायदा एक्सीलेटर लगाए और चार्जिंग सॉकेट से लेकर सभी चीजों को अपडेट कर दिया। जब वे एक्सीलेटर दबाकर साइकल से निकलते थे तो लोग उन्हें देखते रहते थे फिर कुछ दिनों बाद कुछ बुजुर्गों ने उन्हें साइकिल बनाने की मांग की और उन्होंने उस तरह का संकल्प तैयार कर उन्हें दिया।
एक चार्ज में 16 किमी
ज्योतिष ने बताया कि एक बार चार्ज करने पर यह साइकिल 16 किमी तक चलती है। बाजार जाने रोजमर्रा की जरूरतों के लिए आसपास के गांव जाने और गांव में घूमने के लिए यह साइकल उन्हें काफी मदद करती है। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने उनके साइकल को अपडेट करने की मांग की थी। उन्होंने दो-तीन बुजुर्गों को ऐसा साइकल भी बना कर दिया है और वे इससे काफी संतुष्ट हैं।
साऊंड बॉक्स ले जाने में होती थी दिक्कत तो स्पेयर को बनाया बॉक्स
क्योंकि वह कलाकारी के कार्य से जुड़े हुए हैं और उन्हें वीडियो शूटिंग इत्यादि के लिए यहां वहां भी जाना पड़ता था और साउंडबॉक्स कैरी करने में काफी दिक्कतें होती थी इसलिए उन्होंने बंद पड़े स्पेयर को ही साउंडबॉक्स बना लिया क्योंकि इस पैर में बैग जैसा एक पीठ में लगने का रस्सा होता है जिसके कारण उस साउंडबॉक्स को लाने ले जाने में अब दिक्कतें नहीं होती। उन्होंने घरेलू रोजमर्रा की चीजों से कई सारी ऐसी चीजें बनाई है।
चाइना वाला पंखा 
एक तरफ बाजार में बैटरी चलित चाइना सामानों की भरमार है तो इसी तरह का छोटा पंखा जो कि मोबाइल की चार्जिंग से चलता है। ऐसा उन्होंने घर में लगभग सैकड़ों पीस बना डाले लोगों को पता चला तो वह हाथों हाथ बिक गए वह भी काफी कम कीमत में। उन्होंने बताया कि इस तरह के पंखे मुझे बाजार में अक्सर दिखते थे तो मैंने उसे कुछ पुराने मोटर खरीदे और पंखे रेडीमेड खरीदे और घर में ही तैयार कर ली है।
एक कमरे को बनाया जुगाड़ रूम
एक छोटे से गांव के रहने वाले ज्योतिष ने अपने घर के कमरे को ही कबाड़ रूम बना लिया है और उस कबाढ़ वाले कमरे से जुगाड़ वाली चीजें बनकर तैयार होती है और अब तो पूरा जिला भी उन्हें जुगाड़ वाले भैया के नाम से जानने लगा है।

 

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