दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 28 दिसंबर। जिले के सीमा से लगे नक्सल प्रभावित इलाकों में भी अब तेजी से संचार नेटवर्क की सुविधा विस्तारित होने लगी है। शासन प्रशासन द्वारा सुदूर वनांचल के दुर्गम, पहुंच विहीन, संवेदनशील स्थानों पर सार्वभौमिक सेवा दायित्व निधि के माध्यम से संचार सेवा को दुरुस्त एवं विस्तारित किया जा रहा है, जहां नेटवर्क नहीं है, वहां नए मोबाइल टावर लगाए जा रहे हैं और मोबाइल नेटवर्क को अपग्रेड करने का भी काम किया जा रहा है। जिससे कोई भी व्यक्ति इंटरनेट सुविधा से अछूता न रह सके। वर्तमान में संचार माध्यम की आवश्यकता हर किसी को है। मोबाइल और इंटरनेट आज लोगों के जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। दन्तेवाड़ा में जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन के सहयोग से संचार सुविधाओं के विस्तार और सुदृढ़ीकरण का काम तेजी से कराया जा रहा है। दन्तेवाड़ा सीमा से लगे अबूझमाड़ में बसे गांव मालेवाही ऐसा क्षेत्र है, जहां वर्षों से मोबाइल नेटवर्क नहीं था। जिससे यहां रहने वाले ग्रामीणजन देश-दुनिया की उपलब्धियों, डिजिटलीकरण और ऑनलाइन सुविधाओं से वंचित थे। अब 4जी की सुविधा से न केवल ग्रामीण जीवन का विकास होगा बल्कि ग्रामीण अंचल में रह रहे हर वर्ग में ये विकास दिखेगा।
आज परिस्थितियां बदल रही है। शासन के निर्देश पर सार्वभौमिक सेवा दायित्व निधि द्वारा जिले में संचार व्यवस्था को बेहतर करने के लिए जिले के ऐसे क्षेत्र जहां किसी भी नेटवर्क की पहुँच नही है, उनका सर्वे कार्य कर वहां मोबाइल टावर स्थापित किए जा रहे हैं। संचार के मार्ग खुलने से अब संवाद सरलता से होगी। मालेवाही में मोबाइल टावर स्थापित होने से ग्रामीण जनों में उत्साह देखने को मिल रहा है। टावर लगने से सूचनाओं के आदान-प्रदान अब सहज हो गया है। लोगों को ई-पाठशाला, पीडीएस की सुविधा मिल सकेगी। अब एंबुलेंस बुलाने या आपातकालीन स्थिति में कई बार पहाड़ों पर चढऩा पड़ता था या कई किलोमीटर सफर करना पड़ता था तब बड़ी मुश्किल से बात हो पाती थी। मोबाइल टावर लगाए जाने से उन्हें सुविधा हुई है।