दन्तेवाड़ा
सब्जी उत्पादन से जीवन में बांधी प्रगति की डोर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 30 दिसंबर। यदि उम्र के किसी भी पड़ाव में किसी भी कार्य को करने का हौसला और जज्बा हो तो उम्र मायने नहीं रखता हम बात कर रहे हैं पाली मरकाम जो दंतेवाड़ा से महज लगभग 25 किलोमीटर की दूरी बसे गाँव गंजेनार के पाकलू पारा निवासी हैं जिनकी उम्र है 52 साल है पाली आज आत्मनिर्भर हैं।
दरअसल, सौर सुजला योजना के तहत मोटर और कृषि विभाग के तहत बोर की सुविधा प्रशासन की तरफ से उपलब्ध कराई गई थी। जिससे पाली ने सब्जियों का उत्पादन कर अब तक ढाई से तीन लाख तक का लाभ ले चुकी है। आज के समय में आप देखेंगे बढ़ती आबादी के साथ खेतों का रकबा भी कम हो रहा है। कई लोग खेती से विमुख हो कर अन्य व्यवसाय की ओर रुख करते हैं लेकिन पाली जैसे लोग आज भी खेती कर अन्य लोगों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन रहे हैं वे बताती हैं की उन्हें अलग अलग प्रकार की सब्जी उगाने का सौक रखती हैं।
वर्तमान में क्रेडा और कृषि विभाग के द्वारा दी गयी सुविधा से ड्रिप पद्द्ति से 1 हेक्टेयर में इस वर्ष अपनी बाड़ी में बैंगन, लौकी, टमाटर की फसल लगायी हैं और वे इसमें जैविक खाद का उपयोग करती हैं साथ ही छोटे स्तर पर मधुमक्खी का भी पालन करती हैं और मुर्गी पालन भी करती हैं पाली के इस काम उनका परिवार पूरा सहयोग करता है इतना ही नहीं बल्कि उन्होंने कुछ लोग को रोजगार से भी जोड़ा हैं. उनके द्वारा उगाई गई सब्जियां पोटा केबिन, बाजार स्थल मे भी जाती हैं वे बताती हैं की शुरुआत मे दिक्कत आयी फिर धीरे धीरे उनकी मेहनत और लगन से काम ने रफ़्तार पकड़ी और पिछले वर्ष उन्होंने बैंगन की खेती से लाख रुपये का लाभ कमाया और इस वर्ष भी अच्छे लाभ की आशा रखती हैं।