दन्तेवाड़ा
शाखकर्तन एवं वनों को अग्नि से बचाने कार्यशाला
जंगल को आग से बचाना पहली प्राथमिकता- सीसीएफ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 9 फरवरी। दंतेवाड़ा वनमण्डल अंतर्गत वन काष्ठागार आवराभाटा दंतेवाड़ा में बुधवार को तेंदूपत्ता शाखकर्तन एवं वनों को आग से बचाने हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती देवती महेंद्र कर्मा ने की। वही मुख्यातिथि सीसीएफ मोहम्मद शाहिद एवं विशिष्ट अतिथि के तौर पर विभिन्न समाज के प्रमुखों को बुलाया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही दंतेवाड़ा विधायक देवती महेंद्र कर्मा ने कहा कि शाखकर्तन का कार्य तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण कार्य है। और तेंदूपत्ता संग्रहण के लिए समय पर शाखकर्तन कार्य का होना सबसे जरूरी है। इसी दौरान श्रीमती कर्मा ने छत्तीसगढ़ शासन की विभिन्न योजनाओं की उपलब्धि को बताया। विधायिका ने जंगल को आग से बचाने अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने को कहा साथ ही लघुवनोपज संग्रहण से ग्रामीणों को होने वाले फायदे के बारे में लोगो को जागरूक किया।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि जगदलपुर वृत्त के सीसीएफ श्री मोहम्मद शाहिद ने वनों को आग से बचाना सबसे बड़ी प्राथमिकता बताया है। साथ ही शासन द्वारा संग्रहित होने वाले 65 प्रकार के लघु वनोपजों को ग्रामीणों से अच्छे दाम में बेचने की अपील की। सीसीएफ द्वारा जंगल को आग से बचाने तथा अधिक अधिक से अधिक वृक्ष लगाने ग्रामीणों से अपील की है।
मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना की दी जानकारी सीसीएफ श्री मोहम्मद शाहिद ने वृक्ष संपदा योजना अंतर्गत ग्रामों को प्रदाये किये जाने वाले पौधों और लगाने के दर के बारे में लोगो को जागरूक किया। तथा किशानो से अपील की अधिक से अधिक पौधा लगाकर लाभ कमाए। साथ ही पौधों को बचाने के लिए खुद जागरूक होकर वृक्ष को अपना समझ अपने बच्चों की तरह बड़े होने तक उनकी सेवा करने को कहा।
शासन की योजनाओं को अमल कराना मुख्य उद्देश्य कार्यशाला के दौरान दंतेवाड़ा डीएफओ डॉक्टर जाधव सागर रामचंद्रन ने कहा कि शासन की सभी जनकल्याणकारी योजनाओं को सभी गाँव, सभी किसान, सभी जरूरतमंदों तक पहुँचाना यही मुख्य उद्देश्य है। साथ ही डीएफओ ने कहा कि सही समय मे शाखकर्तन करने से सही समय मे तेंदूपत्ता अच्छी क्वालिटी का होता है। जिससे तेंदूपत्ता संग्रहण भुगतान के अलावा बोनस की राशि भी अधिक से अधिक मिलती है। साथ ही डीएफओ ने वनों को आग से बचाने को प्राथमिकता देते हुवे कहा कि वन है तभी हम हैं। वन के बिना जीवन संभव नही है। इसलिए वनों को आग से बचाना सिर्फ वन विभाग की नहीं अपितु हर व्यक्ति की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न समाजों के प्रमुखों, वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों, ग्रामीणों ने भी अपना-अपना वक्तव्य व्यक्त किया। कार्यक्रम के दौरान सीसीएफ जगदलपुर वृत्त, डीएफओ श्री डॉ जाधव सागर रामचंद्रन, एसडीओ विश्वजीत विश्वास, डिप्टी एमडी सेवकराम वट्टी, एसडीओ अशोक कुमार सोनवानी, एसडीओ गीदम जितेंद्र साहू, रेंजर दंतेवाड़ा, गीदम, बारसूर, बचेली के वन परिक्षेत्र अधिकारी आशुतोष मांडवा, जिले के सभी समाज के प्रमुख, डिप्टी रेंजर, वनपाल, बिडग़ार्ड, प्रबंधक, फड़मुंशी, एवं ग्रामीण उपस्थित हुवे।