बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्लीराजहरा , 13 मार्च। लौह अयस्क नगरी दल्लीराजहरा वासियों की बहुप्रतीक्षित सौ बिस्तर अस्पताल की मांग को पूरा करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बजट सत्र के दौरान इसकी घोषणा की गई। जिस पर नगर के कांग्रेसियों व नागरिकों ने मुख्यमंत्री व क्षेत्रीय विधायक एवं प्रदेश की महिला बाल विकास व समाज कल्याण मंत्री अनिला भेंडिया के प्रति आभार जताया।
इस संबंध में मंत्री प्रतिनिधि पीयूष सोनी ने बताया कि क्षेत्रीय विधायक अनिला भेंडिया ने राजहरा वासियों की बहुप्रतीक्षित 100 बिस्तर अस्पताल निर्माण की मांग को लेकर निरंतर प्रदेश के मुख्यमंत्री से की जाती रही है। इस अस्पताल में चिकित्सकों, टेक्निशियनों सहित कुल 246 कर्मचारियों की भर्ती सुनिश्चित की गई है।
वहीं ग्राम पंचायत कुसुमकसा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उन्नयन कर उसे 20 बिस्तर अस्पताल निर्माण की मांग क्षेत्रीय विधायक द्वारा मुख्यमंत्री से की गई थी। ताकि कुसुमकसा सहित आसपास ग्रामीण क्षेत्र की जनता को उचित स्वास्थ्य सुविधा मुहैया हो सके। जिसे गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने उक्त दोनों ही मांगो को पूरा किया गया। राजहरा सहित आसपास की जनता को मिलेगा लाभ
इस संबंध में नगर पालिका अध्यक्ष शीबू नायर ने कहा कि लौह नगरी दल्लीराजहरा मे शासकीय अस्पताल के अभाव में राजहरा सहित आसपास की ग्रामीण जनता को निजी चिकित्सकों या फिर किसी बड़ी बिमारी के उपचार हेतु दुर्ग, भिलाई, रायपुर व अन्य शहरों मे जाकर ईलाज करवाने पर मजबूर होना पढता था। जिससे लोगों को शारीरिक, मानसिक व आर्थिक रूप से परेशानी उठानी पड़ती है।
नगर पालिका अध्यक्ष ने बताया कि राजहरा में बीएसपी द्वारा अस्पताल का निर्माण तो करवाया गया है, परंतु दुर्भाग्य की बात तो यह है कि उक्त अस्पताल एक तरह से महज रिफर सेंटर बन कर रह गया है। वहीं उक्त अस्पताल में गैर बीएसपी के लोगों का इलाज नहीं किया जाता, यहां तक कि स्वयं संयंत्र कर्मी भी अपने इस अस्पताल में उपचार करवाने की बजाए, निजी चिकित्सकों की शरण लेते हैं।
शीबू नायर ने बताया कि नगर में स्वास्थ्य सुविधा के अभाव को देखते हुए पिछले 25 वर्षों से लगातार क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों व आमजनता के द्वारा शासन - प्रशासन से मांग की जाती रही है। राजहरावासियों की स्वास्थ्य को लेकर बुनियादी मांग को गंभीरता से लेते हुए क्षेत्रीय विधायक व प्रदेश की मंत्री अनिला भेंडिया ने मुख्यमंत्री से विशेष आग्रह कर राजहरा में 100 बिस्तर अस्पताल निर्माण के लिए जोर दिया था। जिसे मुख्यमंत्री ने बजट सत्र में उक्त अस्पताल निर्माण की घोषणा की गई। उक्त अस्पताल निर्माण से राजहरा सहित आसपास के जनमानस को इसका लाभ मिलेगा।
होगा राजहरा का विकास
नगर पालिका अध्यक्ष ने बताया कि 30 वर्ष पूर्व राजहरा की आबादी लगभग सवा लाख थी जो निरंतर घटते हुए, वर्तमान मे सिर्फ 45 हजार में सिमट गई है। जिसका मुख्य कारण यहां की माइंसों में कर्मचारियों की भर्ती का बंद होना, आसपास उघोग धंधों का अभाव, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी बुनियादी चीजों की कमी रही है। उन्होंने बताया कि बीएसपी से सेवानिवृत्त होने के बाद अधिकांश अधिकारी, कर्मचारी अपने परिवार को लेकर दुर्ग, भिलाई, रायपुर सहित अन्य शहरों की ओर पलायन कर गए।
निरंतर घट रही आबादी को लेकर नगर के व्यापारी बंधुओं सहित यहां मकान बना कर रह रहे लोगों में चिंता सतानें लगी कि आने वाले वर्षों मे यहां के हालात कैसे होंगे।
परंतु प्रदेश के मुख्यमंत्री व क्षेत्रीय विधायक ने यहां के लोगों की परेशानियों को देखते हुए, राजहरा मे पिछले वर्ष शासकीय आत्मानंद उत्कृष्ट विदयालय की गई तो वहीं हाल ही में यहां 100 बिस्तर अस्पताल के निर्माण की घोषणा की गई।
शीबू नायर ने बताया कि अस्पताल निर्माण होने से उक्त अस्पताल संचालन के लिए लगभग 250 लोगों की भर्ती होगी। जिससे वे यहां आकर निवास करेंगे और आसपास के लोग यहां आकर ईलाज करानें पहुंचेंगे जिससे राजहरा का व्यापार बढ़ेगा।