दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 12 अप्रैल। बड़े बचेली वार्ड क्रं 8 नगरपालिका से 11 ग्रामीण पारा के विघटन कर पुन: ग्राम पंचायत की प्रथम वर्षगांठ कैबिनेट मंत्री कवासी लख्मा और विधायक देवती कर्मा की मौजूदगी में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाई गई।
पुन: ग्राम पंचायत बनाने का संवैधानिक लड़ाई का इतिहास 4 अप्रैल 2022 और अप्रैल के महीने में प्रथम वर्षगांठ मनाते हुए बड़े बचेली ग्राम पंचायत उत्सव का माहौल बना दिया, जिसमें वाणिज्यक कर एवं आबकारी वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री कवासी लखमा पुन: ग्राम पंचायत बने इस बड़े बचेली को संबोधित किया।
उक्त अवसर पर 11 पार के समस्त ग्रामवासी, गणमान्य मांझी कोटवार उपस्थित होकर समस्त अतिथियों का स्वागत किया। मंच पर आसीन दंतेवाड़ा की विधायक देवती कर्मा, पीसीसी सदस्य छविन कर्मा, मांझी पुजारी अन्य गणमान्य नागरिक साथी, कोरापुट के सांसद सप्तगिरि शंकर उल्का का भव्य स्वागत किया गया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष तूलिका कर्मा भी उपस्थित थे। अवधेश गौतम ने सभी अतिथियों का स्वागत साफा बांधकर और महुये की माला पहनाकर और बुके प्रदान कर किया गया।
माहौल बड़ा ही हर्ष पूर्ण रहा और चारों तरफ खुशियां ही खुशियां देखने को मिली। खुशी क्यों ना हो, आखिर वे लड़े काफी लड़े और अपनी मांग पर अड़े रहे। अंतत: उन्हें सफलता मिली। वर्षों पूर्व जब से नगरपालिका बना, तब से वे ग्रामीण जिन्हें नगर पालिका क्षेत्र में शामिल कर लिया गया था, वे लगातार विरोध कर रहे थे, और 20 वर्षों के अथक प्रयास के बाद उन्हें उनका ग्राम पंचायत वापस मिला।
बताया गया कि इस ग्राम पंचायत के लिए कवासी लखमा का योगदान सराहनीय रहा। ग्रामीणों का एक दल जनवरी 2022 में रायपुर जाकर कवासी लखमा के आवास पर अपनी बातों को रखा, जिसे सुनकर वे तत्काल नगरी प्रशासन मंत्री शिव डहरिया से फोन पर बात की, तब से इस कार्य में गति मिली और परिणाम 4 अप्रैल 2022 को नगर पालिका से विघटित होकर 11 ग्रामीण पारा को ग्राम पंचायत के रूप में मान्यता प्रदान की, जिसमें उन्होंने अपने प्रयास से इसकी गति जो काफी धीमी चल रही थी, उस पर उन्होंने गति देने मे अहम भूमिका रही, जिसका 11 पारा के लोग प्रशंसा करते देखे गए।
अतिथियों का स्वागत मुख्य द्वार से ही तिलक लगाकर, ढोल नगाड़ा और मोरिया नृत्य से किया गया। अतिथियों ने सर्वप्रथम माता गोरी में जाकर पूजा अर्चना की और मंच के सामने रखें गुंडाधुर बिरसा मुंडा एवं दुर्गावती के चित्रों पर फूलमाला अर्पित कर उन्हें नमन किया ।