दन्तेवाड़ा
महिलाएं बनीं सशक्त
दंतेवाड़ा, 16 अप्रैल। प्लास्टिक मुक्त बनाने एवं पर्यावरण को बचाने में स्व सहायता समूह की महिलाएं विशेष काम कर रही हैं। साथ ही संदेश दे रही हैं कि एक स्वस्थ्य जीवन जीना चाहते है तो प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगाकर कपड़े के थैले का इस्तेमाल करें।
जिले में महिला सशक्तिकरण केन्द्र समूहों के महिलाओं के द्वारा कपड़े से निर्मित थैले का भी निर्माण किया जा रहा है। अब तक समूहों के द्वारा 11 सौ कपड़े के थैले निर्मित किये जा चुके हैं।
समूहों के द्वारा एक थैला की कीमत 10 रुपए निर्धारित किया गया है। जिसमें से 6.64 क्विंटल बायोडिग्रेडबल कैरी बैग विक्रय किया गया, जिसकी लागत 140610 रुपये है। जिससे महिलाओं को 15000 रुपये की आय प्राप्त हुई है। यह थैला पर्यावरण को सुरक्षित रखेगा।
महिला सशक्तिकरण केन्द्र समूहों की दीदीयां बताती हंै कि उन्हें बेहद खुशी है कि पर्यावरण के हित में योगदान दे पा रहीं है। ऐसा हमारे लिये पहला मौका है कि हम आर्थिक लाभ के साथ-साथ पर्यावरण कि लिए कुछ कर पा रहे है। समूहों कि दीदीया प्रति महिला सलाना पोटाकेबिन, आंगनबाड़ी केन्द्रों का काम कर लगभग 30 हजार रुपए से ज्यादा कमा लेती हंै।