दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा 3 मई। जिले में प्राथमिक लघु वनोपज समितियों में तेंदूपत्ता की खरीदी बंद कर दी गई है, इसके फलस्वरूप तेंदूपत्ता संग्राहकों में निराशा व्याप्त है।
उल्लेखनीय है कि जिले में विगत सप्ताह से मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। जिले के विभिन्न हिस्सों में रुक-रुककर बारिश हो रही है। इसके फलस्वरूप तेंदूपत्ता की गुणवत्ता में गिरावट दर्ज की गई है।
विकासखंड कटेकल्याण अंतर्गत ग्राम कोरीरास के संग्राहकों ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि इस गांव में तेंदूपत्ता खरीदी बंद कर दी गई है, जबकि ग्रामीण तेंदूपत्ता संग्रहण कर रहे हैं। ठेकेदार द्वारा तेंदूपत्ता खरीदी बंद करने की जानकारी दी गई है। इस कारण से ग्रामीणों में निराशा व्याप्त है।
बोनस भुगतान नहीं
कोरीरास के ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार द्वारा तेंदूपत्ता की गड्डी का भुगतान कम दर पर किया जा रहा है। ग्रामीण बंगाल कुंजाम ने बताया कि तेंदूपत्ता संग्राहकों को बोनस भुगतान नहीं किया गया है। जिससे संग्राहकों में मायूसी छाई हुई है। शासन द्वारा भुगतान समय से किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि चरण पादुका वितरण योजना से ग्रामीण वंचित हो गए हैं।जिससे जंगली जानवरों के दंश का खतरा बना रहता है।
बारिश से तेंदूपत्ता खराब- उप प्रबंध संचालक
इस गंभीर मुद्दे पर उप प्रबंध संचालक जिला यूनियन आरएस वट्टी ने बताया कि बारिश की वजह से तेंदूपत्ता की गुणवत्ता में कमी आई है। इस वजह से ठेकेदारों ने तेंदूपत्ता की खरीदी बंद की है।
उन्होंने जानकारी में बताया कि जिले की नकुलनार मोखपाल, दंतेवाड़ा, बारसूर और तुमनार वनोपज समितियों में लक्ष्य पूर्ण हो चुका है। बोनस राशि का भुगतान राज्य शासन द्वारा आज पर्यंत तक नहीं किया जा सका है। उक्त राशि का भुगतान सीधे खाते में हस्तांतरित किया जाता है। चरण पादुका योजना का क्रियान्वयन भी बंद है।