बालोद

एक स्कूल जहां न हुआ प्रवेश और न ही उत्सव, शिक्षक स्थानांतरण का विरोध
26-Jun-2023 3:19 PM
एक स्कूल जहां न हुआ प्रवेश और न ही उत्सव, शिक्षक स्थानांतरण का विरोध

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बालोद, 26 जून। आज से स्कूल शिक्षण सत्र की शुरुआत हो चुकी है और बालोद जिले में सभी विद्यालयों में शाला प्रवेश उत्सव मनाया जा रहा है इस प्रवेश उत्सव के बीच बालोद जिले के गुरुर ब्लॉक के ग्राम देवकोट में बच्चों ने स्कूल का बहिष्कार कर दिया है कोई भी बच्चे स्कूल नहीं पहुंचे है, और पालक भी स्कूल में तालाबंदी कर चुके हैं। दरअसल इस विद्यालय के बच्चे और पेरेंट्स विद्यालय के एक शिक्षक मोहन सिन्हा के स्थानांतरण का विरोध कर रहे हैं।

मासूल हुआ ट्रांसफर

दरअसल शिक्षक मोहन का स्थानांतरण प्राथमिक शाला देवकोट से मासूल में किया गया है जिसका ग्रामीण काफी विरोध कर रहे हैं। शाला प्रबंधन समिति अध्यक्ष राकेश साहू ने बताया कि शिक्षक का व्यवहार बहुत अच्छा है पता नहीं यहां से क्यों स्थानांतरण किया गया है। राकेश साहू ने बताया कि जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रशासन तक अपनी बातों को रख चुके हैं, लेकिन किसी तरह का कोई निष्कर्ष नहीं आया जिसके कारण हमें ऐसा कदम उठाना पड़ रहा है।

फोन से मिली जानकारी - बीईओ

दरअसल शाला समिति अध्यक्ष राकेश साहू, उपाध्यक्ष तेजेईश्वरी सचिव ज्ञानेश्वर पटेल पूर्व सरपंच कमलेश साहू पूर्व शाला समिति अध्यक्ष कृष्णा सिन्हा राजीव मितान क्लब अध्यक्ष आदित्य बंजारे सहित सभी पालक आज स्कूल पहुंचे हुए हैं और स्कूल में ताला लगा दिए हैं, वहीं विकासखंड शिक्षा अधिकारी ललित चंद्राकर ने कहा कि यहां पर मेरी ड्यूटी दूसरे जगह लगी हुई है फोन से जानकारी मिली है।

अभी जारी रहेगा आंदोलन

ग्रामीणों ने बताया की हम लगातार शिक्षक के स्थानांतरण का विरोध कर रहे हैं और यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक शिक्षक का स्थानांतरण रुक नहीं जाता वो शिक्षक शिक्षा के साथ साथ बच्चों को नैतिक शिक्षा भी देते थे, ऐसे शिक्षक का स्थानांतरण होना बेहद दुखद है, हमारे बच्चे भी खासे नाराज हैं।

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