बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 26 जून। प्रदेश भाजपा कार्यसमिति के सदस्य एवं बालोद जिला पंचायत के पूर्व सभापति अभिषेक शुक्ला के कहा कि गुंडरदेही विधानसभा अंतर्गत स्थित भाठागांव(आर) उद्वहन सिंचाई योजना का पानी सिंचाई एवं निस्तारी के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने पाटन क्षेत्र के ग्रामो में ले जा रहे है। गुंडरदेही विधानसभा के भाठागांव,जरवाय सहित अन्य ग्रामों की नहरों का संधारण लाइनिंग कार्य ना होने से यहां के किसानों के खेतों तक पानी नही पहुंच पा रहा है। जो यहां के किसानों के साथ अन्याय और भेदभाव है इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। और दुर्भाग्यपूर्ण है कि गुंडरदेही विधायक कुंवर निषाद इस मामले में मौन है। अभिषेक शुक्ला ने भाठागांव पहुंचकर किसानों से चर्चा की।
इस दौरान वहां जिला भाजपा के पूर्व अध्यक्ष लेखराम साहू,गुंडरदेही भाजपा मंडल अध्यक्ष दुष्यंत सोनवानी, किसान सुरेश साहू,योगेश शर्मा,के के साहू,भास्कर वर्मा,रमेश मानिकपुरी, भागवत ढीमर उपस्थित थे। किसानों ने कहा कि इस योजना की पूरी राशि का संधारण एवं लाइनिंग कार्य पाटन क्षेत्र में करा दिया गया। भाजपा नेता अभिषेक शुक्ला ने बताया कि उक्त सिंचाई योजना का उन्नयन कार्य लगभग पांच करोड़ की राशि में किया गया। भाठागांव उदवहन सिंचाई योजना से 1538 हेक्टेयर खेतों की सिंचाई प्रस्तावित है।जिसमें गुंडरदेही विधानसभा क्षेत्र के ग्राम भाठागांव(आर) में 283 हेक्टेयर,ग्राम जरवाय में 324 हेक्टेयर, ग्राम रनचिरई में 445 हेक्टेयर तथा पाटन विधानसभा के ग्राम बोरवाय में 211 हेक्टेयर, ग्राम औरी में 202 हेक्टेयर एवं ग्राम जामगांव में 73 हेक्टेयर सिंचाई हेतु प्रस्तावित है। जिसके लिए सब स्टेशन एवं 125 एच पी के नए पंप लगाए गए एवं लगभग 5040 मीटर केनाल का जीर्णोद्धार एवं लाइनिंग किया गया।
श्री शुक्ला ने कहा कि दुर्भाग्य जनक बात है कि लाइनिंग एवं जीर्णोद्धार का कार्य मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पाटन विधानसभा क्षेत्र के ग्रामों की नहर में किया गया और गुंडरदेही विधायक कुंवर निषाद की निष्क्रियता के कारण गुंडरदेही क्षेत्र के ग्रामों के किसान इस योजना अंतर्गत सिंचाई सुविधा से वंचित है। उक्त कार्यों का वर्ष 2020-21 के बजट में प्रावधान किया गया था, लेकिन जानकारी के अनुसार वर्तमान में वर्ष 2023-24 के बजट में इसे विलोपित कर दिया गया। जो क्षेत्र के किसानों के साथ अन्याय है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने गुंडरदेही विधानसभा के किसानों का हक छीना है। किसानों को सिंचाई के लिए जो सुविधा इस क्षेत्र के किसानों मिलनी चाहिए थी उसे दिला पाने में विधायक कुंवर निषाद फिसड्डी साबित हुए वो अपने आका के आगे नतमस्तक हैं परंतु किसान अपने हक के लिए किसी से भी लडऩे को तैयार हैं चाहे वो मुख्यमंत्री ही क्यों न हो।
गुंडरदेही के विधायक को किसानों की समस्या से कोई सरोकार नहीं है, वो सिर्फ उन्हीं कामों में अपनी रुचि दिखाते हैं जिसमें अच्छा मोटा कमीशन प्राप्त हो।