दन्तेवाड़ा
किरंदुल/बचेली, 29 जून। भगवान जगन्नाथ की बाहुड़ा यात्रा बुधवार शाम को शुरू हुई। गुंडिचा मंदिर में नौ दिन विश्राम के बाद भगवान अपने भाई बहन के साथ राघव मंदिर परिसर में स्थित जगन्नाथ मंदिर के लिए रवाना हुए।
सुबह परंपरागत तरीके से बाल्य भोग, सूर्य पूजा, द्वारपाल, चकाछाड़, मंगल आरती, गौ पूजा के बाद दोपहर पहांडी आरंभ किया गया। रथ को विधिवत पूजा करके सोने की झाड़ू से रथ मण्डप और रास्ते को साफ करके छेरापहरा की परंपरा निभाई गई।
शाम 4 बजे से भगवान की रथ वापसी का बाहुड़ा यात्रा शुरू हुआ। मौसी का घर गुण्डिचा मंदिर से बैंडपार्टी एवं डंका, तुरही और शंखध्वनि की धुन में फुटबॉल ग्राउंड से पेट्रोलपंप, बैंक चौक, अम्बेडकर पार्क के सामने से होते हुए सैकड़ों भक्त एक साथ रथ को खींचते हुए राघव मंदिर पहुँचे। रास्ते में बड़ी संख्या में भक्त भगवान का जय जयकार करते रहे। हजारों की संख्या में भ क्तों ने भगवान का दर्शन करने के साथ साथ पूजा अर्चना भी की। श्री राघव मंदिर के सामने रथ की विधिवत पूजा आरती करने के बाद प्रसाद वितरण किया गया।