कांकेर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 4 जुलाई। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के कार्यक्रम से आशातीत भीड़ और उत्साह नहीं मिलने से पार्टी सक्ते में आ गई है। जिस उम्मीद से भाजपा के प्रमुख राश्ट्रीय नेता का आमसभा लोकसभा क्ष़ेत्र के मुख्यालय कांकेर में रखा गया था। रक्षामंत्री का यह आमसभा विशाल होने की उम्मीद थी लेकिन सभा स्थल पर बनाए गए एक मामूली पंडाल तक ही भीड़ सिमट कर रह गई।
अपेक्षाकृत भीड़ नहीं जुटा पाने के कारण उसका राजनीतिक लाभ पार्टी को मिलते नहीं दिख रहा है। इसके लिए मैनेजमेंट देखने वाले को जिम्मेदार ठहरा रहे है। बताया गया कि मैनेजमेंट का जिम्मा कांकेर सांसद मोहन मंडावी को दिया गया था। कार्यक्रम की असफलता को लेकर संगठन के पदाधिकारी चुप्पी साध गए हैं।
भाजपा के कुछ लोगों ने पुलिस व प्रशासन का असहयोग को भी कारण बता रहे हैं। कार्यक्रम की असफलता को लेकर मैनेजमेंट की गड़बड़ी को बताया जा रहा है।
भाजपा का एक वर्ग का कहना है कि संशाधन की कमी की वजह से अपेक्षानुरूप वे भीड़ जुटाने में असफल रहे, वहीं जिला भाजपा अध्यक्ष सतीष लाटिया का कहना है कि कार्यक्रम सफल रहा है।
वहीं प्रशासन के असहयोग के चलते पर्याप्त भीड़ नहीं आने की भी बात कही। क्योंकि सभास्थल से दो- दो किमी दूर वाहनों को रोक दिया गया था। कड़ी धूप में लोग नहीं पहुंच पाए। बताया गया कि आयोजन के पूरा मैनेजमेंट का उत्तरदायित्व सांसद मोहन मंडावी को दिया गया था।
जनता का भाजपा से मोहभंग हो चुका...
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व विधायक व बस्तर जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष शंकर ध्रुवा ने कहा कि जनता का भाजपा से मोह भंग हो चुका है। पंद्रह साल के छत्तीसगढ़ में उनके कुशासन को जनता भूला नहीं पाई है। इसलिए उनके राष्ट्रीय नेता के कार्यक्रम को भी सुनने के लिए आने में दिलचस्पी नहीं रही है।
भानुप्रतापपुर विधान सभा क्षेत्र की विधायक सावित्री मंडावी ने कहा कि भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ का काफी विकास हुआ है। शिक्षा,स्वास्थ्य और जनता की बुनियादी सुविधाओं के लिए कांग्रेस की सरकार ने अनुकरणीय कार्य किया है। हर तबके के लोगों की समस्याओं के प्रति ध्यान रखा गया है। छत्तीसगढ़ में भाजपा के पिछले 15 साल के शासन में जनता त्रस्त हो चुकी थी। इसे प्रदेष की जनता भूल नहीं पाई है। इसलिए भाजपा का कोई बड़ा से बड़ा नेता व मंत्री भी आए तो कोई फर्क नहीं पड़ता।