महासमुन्द

प्राचार्य-शिक्षकों में तालमेल नहीं, स्कूली बच्चों को ढाल बनाकर आए दिन धरना-प्रदर्शन
16-Jul-2023 3:22 PM
प्राचार्य-शिक्षकों में तालमेल नहीं, स्कूली बच्चों को ढाल बनाकर आए दिन धरना-प्रदर्शन

 गढ़सिवनी स्कूल में प्राचार्य को हटाने शिक्षक हुए लामबंद, तालाबंदी कर प्रदर्शन

शिक्षा अधिकारी जांच के लिए स्कूल पहुंची तो मामला तालमेल का निकला

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

महासमुंद, 16 जुलाई। विकासखंड शिक्षा अधिकारी की जांच में खुलासा हुआ है कि महासमुंद जिले में स्कूली बच्चों को ढाल बनाकर आए दिन धरना-प्रदर्शन का खेल खेला जा रहा है। एक बार तो प्रदर्शनकारी स्कूल में ताला लगाकर बच्चों को स्कूल से उठाकर जिला मुख्यालय व सीएम हाउस तक ले गए थे। शनिवार को एक और स्कूल में प्राचार्य को हटाने शिक्षक लामबंद हुए और बच्चों को ढाल बनाकर स्कूल में तालाबंदी कर प्रदर्शन किया गया। यहां स्कूल में शिक्षकों की कमी बताकर प्रदर्शन का वीडियो व फोटो सोशल मीडिया में जारी किया गया। आनन-फ ानन में शिक्षा अधिकारी जांच के लिए स्कूल पहुंची तो मामला कुछ और ही निकला।

यह मामला महासमुंद ब्लॉक के पदुमन सिंह शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गढ़सिवनी का है। यहां के प्राचार्य व शिक्षकों के बीच आपसी तालमेल नहीं है। शिक्षक प्राचार्य को हटाने में लगे हुए हैं, शिक्षकों का जब कोई पंैतरा काम नहीं आया तो उन्होंने बच्चों को ढाल बनाया।

 यहां पढऩे वाले छात्रों ने बताया-इस स्कूल में 9वीं से लेकर 12वीं तक 176 बच्चे पढ़ते हैं। स्कूल में जीव विज्ञान के शिक्षक नहीं होने से पढ़ाई प्रभावित हो रही है। प्राचार्य व शिक्षकों की आपसी मनमुटाव के चलते पढ़ाई प्रभावित होने के साथ-साथ बच्चों में विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। इससे नाराज बच्चों ने सभी शिक्षकों को स्कूल के अंदर बंद कर बाहर से ताला लगा दिया था।

खबर पाकर पहुंचे जिपं सभापति अमर चंद्राकर ने पालकों व विद्यार्थियों को समझाइश देकर ताला खुलवाया तथा अंदर जाकर शिक्षकों व प्राचार्य से चर्चा कर आपसी समन्वय बनाते हुए बच्चों को पढ़ाने तथा जीवन विज्ञान की क्लास लेने शिक्षक की व्यवस्था करने की बात कही। इस दौरान हाईस्कूल परिसर में ही संचालित पूर्व माध्यमिक शाला के दो शिक्षकों को व्यवस्था के तहत हाईस्कूल में पढ़ाने निर्देशित किया गया तथा जनभागीदारी मद से गांव के एक युवक को पढ़ाने के लिए नियुक्त किया गया।

इस मामले में एबीईओ ने कहा-प्राचार्य व शिक्षकों के बीच नहीं आपसी तालमेल नहीं हैं। ग्राम सिवनी स्कूल के छात्र-छात्राओं ने प्राचार्य को हटाने व शिक्षक की कमी को दूर करने के लिए स्कूल में तालाबंदी कर नारा लगाते हुए सोशल मीडिया में वीडियो वायरल किया। सुबह निर्धारित समय पर बच्चे स्कूल पहुंचे थे, लेकिन स्कूल के अंदर न जाकर बाहर ही प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी करने लगे। शिक्षा अधिकारियों को उक्त घटना की जानकारी हुई तो शिक्षा विभाग से एबीईओ को जांच के लिए भेजा गया।

बैठक करके निर्णय लिया जाएगा- कुंजाम

सहायक विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी तारिका कुंजाम ने बताया कि यहां शिक्षकों की कमी नहीं है। इस स्कूल में स्वीकृत पद 11 हंै। नौ शिक्षक कार्यरत हैं। प्राचार्य व शिक्षकों के बीच आपसी तालमेल नहीं है, जिसके कारण तालाबंदी की स्थिति निर्मित हुई है। यहां बैठक करके सभी की समस्या सुनेंगे। इसके बाद कोई निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि जांच में पाया गया कि कोई शिक्षक नहीं पढ़़ा रहा है या फिर ऐसी शिकायत सामने आएगी तो कार्रवाई के लिए उच्च कार्यालय को भेजेंगे।

गढ़सिवनी हाईस्कूल मेंतालाबंदी की खबर पाकर स्कूल खुलवाने जिला पंचायत सभापति अमर अरूण चंद्राकर ग्रामीणों के बीच पहुंचे। वहां उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर जानकारी दी। इसके बाद शिक्षा विभाग के अधिकारी, कर्मचारी व पटेवा तहसीलदार गढ़सिवनी पहुंचे।

जिला पंचायत सभापति अमर अरूण चंद्राकर ने बताया कि पिछले दिनों जिला पंचायत सभाकक्ष की बैठक में शिक्षा के विभाग के कार्यों को लेकर स्कूलों में शिक्षकों की पर्याप्त व्यवस्था के लिए निर्देशित किया गया था।

 शहरी क्षेत्र के 10 किमी के दायरे के स्कूलों में पर्याप्त शिक्षक हैं। कई स्कूलों में अतिरिक्त शिक्षक भी हैं। उन्हें आसपास के ग्रामीण इलाकों में भेजने भी कहा गया था।

इस अवसर पर जपं सदस्य ऐश्वर्य राजेश साहू, सतीश सोनकर, कमलेश सोनकर, दिलहरण साहू, राजेश्वरी सोनकर, टोमन सिन्हा, अजय शुक्ला, पोखन साहू, राजू पुष्पाकर, राधेलाल पाटिल, चंदन साहू, कृष्ण साहू सहित स्कूल के शिक्षक उपस्थित रहे।

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