महासमुन्द
![बाहरी कंपनी को लाभ पहुंचाने साय सरकार ने नियमों में किया बदलाव - विनोद चंद्राकर बाहरी कंपनी को लाभ पहुंचाने साय सरकार ने नियमों में किया बदलाव - विनोद चंद्राकर](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1716200211_10.jpg)
टिश्यू कल्चर बांस प्लांट निविदा नियमों में बदलाव से स्थानीय नर्सरी हो जाएंगे बाहर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 20 मई। पूर्व संसदीय सचिव व महासमुंद के पूर्व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने कहा कि 2 करोड़ युवाओं को हर साल रोजगार देने की बात करने वाले जुमलेबाजों ने छत्तीसगढ़ में सरकार बनते ही स्थानीय लोगों को बेरोजगार बनाने का षडय़ंत्र शुरू कर दिया है। छत्तीसगढ़ की साय सरकार युवाओं को रोजगार तो उपलब्ध करा नहीं पा रही। बल्कि, छोटे व्यवसाय कर अपना व परिवार का पालन पोषण तथा अपने व्यवसाय के बल पर अन्य को रोजगार उपलब्ध करा रहे लोगों को सडक़ पर लाने की योजना बना रही है।
श्री चंद्राकर ने जारी बयान में कहा कि राज्य के बाहर के विशेष व्यक्तियों को लाभ पहुंचाने छग राज्य बीज निगम के माध्यम से साय सरकार ने टिश्यू कल्चर बांस प्लांट की निविदा में ऐसा बदलाव किया कि अब इसमें राज्य का कोई भी नर्सरी संचालक हिस्सा नहीं ले सकेंगे। ज्ञात हो कि टिश्यू कल्चर बांस प्लांट की कीमत दर निर्धारित करने निविदा जारी की जाती है। जिसमें प्रदेश के निजी नर्सरी संचालक भी हिस्सा लेकर कांट्रेक्ट प्राप्त करते हैं। लेकिन, इस दफे राज्य के बाहर हैदराबाद के एक कंपनी को लाभ पहुंचाने के लिए नियम में बदलाव कर दिया गया है। इस नियम के तहत प्रदेश के लगभग सभी नर्सरियां बाहर हो जाएंगी और राज्य के बाहर की विशेष नर्सरी या फर्म ही भगा ले पाएंगी।
श्री चंद्राकर ने कहा कि प्रदेश में कार्पोरेट सरकार द्वारा परदेसिया वाद नीति के चलते छत्तीसगढिय़ों के अधिकार पर कुठाराघात किया जा रहा है। पूर्व के वर्षों में यह व्यवस्था थी कि कोई भी नर्सरी अन्य उत्पादक से आथोराइजेशन लेकर निविदा में भाग ले सकते थे और रेट कांट्रेक्ट हो जाता था। वर्तमान में सेल्फ प्रोड्यूस (स्वयं उत्पादक) की शर्त लगा दी गई है। शासन के उक्त शर्तों से प्रदेश के लगभग सभी नर्सरी बाहर हो जाएंगे। जिससे इन नर्सरियों में कार्यरत मजदूरों के सामने रोजी-रोटी की संकट उत्पन्न हो जाएगी।