महासमुन्द
महासमुंद, 19 जुलाई। जिले भर के 7 हजार से अधिक शिक्षकों के हड़ताल पर चले जाने से कल सैकड़ों स्कूलों में पढ़ाई ठप रही। वहीं जिन स्कूलों में नियमित शिक्षक 1-2 हैं वहां थोड़ी स्थिति ठीक रही। लेकिन अधिकांश स्कूलों में स्थिति बहुत बुरी रही। अब तो 31 जुलाई से शिक्षकों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने चेतावनी दे दी है। फलस्वरूप एक बार फिर जिले भर में शिक्षा व्यवस्था बुरी तरह से चरमराने की संभावना प्रबल हो गई है।
यदि शिक्षक एलबी संवर्ग हड़ताल पर जाते हैं तो केवल नियमित शिक्षक बच जाएंगे, जिनकी संख्या करीब ढाई हजार है। इतने कम शिक्षक के भरोसे विद्यार्थियों को शिक्षा देना किसी चुनौती से कम नहीं है। हालांकि विभाग का दावा है कि हड़ताल के दौरान संकुल प्राचार्यों व एवं संकुल समन्वयकों को स्कूलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जानकारी के अनुसार पुरानी पेंशन को लेकर जिले के नोडल अधिकारी से लेकर जिले के तीनों शिक्षक संगठन एकजुट होकर कल सांकेतिक हड़ताल पर रहे। शिक्षकों के इस निर्णय से विभाग के अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है।