बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदबाजार, 15 नवंबर। बलौदाबाजार जिले के अधिकांश ग्राम पंचायतों में बने गौठानों का हाल बेहाल नजर आ रहे हंै। यहां भूख-प्यास से मवेशियों की मौत हो रही है। मरदा के गौठान में पांच मवेशियों की मरने की जानकारी मिली है। खबर मिलते ही अफसरों ने जांच शुरू कर दी है।
मामला है जनपद पंचायत बलौदाबाजार के अंतिम छोर में स्थित ग्राम पंचायत मरदा का। यहां के गौठान में बेसहारा मवेशियों की असमय मौत हो रही है। गौठानों में बंधे मवेशी चारा और पानी के अभाव में दम तोड़ते दिख रहे हैं।
छत्तीसगढ़ का पारंपरिक त्यौहार गोवर्धन पूजा को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है, इस दिन गौमाता को घर में बने पकवानों की खिचड़ी खिलाई जाती है। वहीं दूसरी ओर ग्राम पंचायत मरदा के गौठान में बेसहारा मवेशियों की चारा और पानी की अभाव में असमय मौत हो रही है।
मरदा गांव के गौठान में मवेशियों की मरने की जानकारी मिलते ही ‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता मामले की जानकारी लेने पहुंचे। वहां पहुंचने पर देखा तो, दो मवेशी जमीन पर मृत पड़े थे तथा अन्य दो मवेशियों की मौत पानी में डूबने की वजह से हो गई। वहीं, एक मवेशी का क्षत विक्षत टुकड़ा बिखरा पड़ा हुआ दिखाई दे रहा है।
इसके साथ ही साथ जो मवेशी जीवित हंै, उनके पेट में दाना नहीं दिख रहा है। भूख प्यास से मरे मवेशियों को चील कौंवे नोच-नोच कर खा रहे हंै। यहां के गौठान में एक डबरी बना हुआ है, जिसमें पानी तो भरा हुआ है, लेकिन चारा की व्यवस्था यहां नहीं की गई थी। चारा के अभाव में मवेशी सड़े हुए पैरा को खाकर पानी पीने के लिए डबरी में पहुंच रहे हैं।
ग्राम पंचायत मरदा के चरवाहा जीवन लाल जांगड़े ने बताया कि 5 मवेशियों की मौत चारा और पानी के अभाव में हो गई है। पुराना सड़ा हुआ पैरा खाकर मवेशियों की मौत हो गई है। इससे पहले लगभग 25 मवेशियों की मौत हो चुकी है। इसके संबंध में गौठान समिति के अध्यक्ष सरपंच एवं सचिव को जानकारी दी गई है। फिर भी यह समस्या बनी हुई है।
ग्राम पंचायत मरदा के सचिव अनुज मांझी का कहना है कि 20 एकड़ के प्लाट में गौठान बना हुआ है, गौठान के सभी मवेशी घुमकर चर रहे है। गौठान में मवेशियों के लिए बना कोटना टूट गया है। मवेशियों के लिए डबरी खुदवाया गया है, जिसमें पानी भी भरा हुआ है। मवेशियों की मौत की वजह डॉक्टर ही बता पाएंगे।
जनपद पंचायत बलौदाबाजार के सीईओ एम.एल. मंडावी का कहना है कि मरदा के गौठान में पांच मवेशियों की मरने की जानकारी मिली है, जांच करवाया जा रहा है, रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा।
ग्राम पंचायत मरदा के सरपंच प्रतिनिधि देवचरण जोशी का कहना है कि मवेशियों के मरने की जानकारी चरवाहा के द्वारा दिया गया। जिसके बाद मेरे द्वारा सचिव व अधिकारियों को अवगत कराया गया। कभी-कभी मवेशियों के द्वारा एक दूसरे से झगडऩे से भी मौत हो जाती है। चारा और पानी की व्यवस्था गौठान में है, अब किस वजह से हुई है जांच के बाद ही पता चल पाएगा।