दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 6 दिसंबर। नगर में पिछले कई वर्षों से भिक्षा मांग कर अपना जीवन यापन करने वाले बंटी नामक युवक की इलाज के दौरान अपोलो अस्पताल बचेली में मौत हो गई। बुधवार को उसके शव को मेडिकल कॉलेज जगदलपुर को दान में दिया गया।
दरअसल बंटी मूकबाधिर था, इनका कोई नहीं है। कई वर्षों से नगर में घूम-घूमकर भिक्षा मंागते जीवन चलाता था। कोई भोजन तो कोई कपड़े दे दिया करते थे। नगर के समाज सेवक फिरेाज नवाब बंटी के जीवन यापन पर विशेष ध्यान देते थे। कई बार नहाने धुलाने के साथ-साथ अस्पताल में इलाज भी कराये।
तबियत खराब होने पर फिऱोज़ नवाब ने बंटी को 21 नवम्बर को अपोलो अस्पताल बचेली में भर्ती कराया। शरीर के बहुत सारे अंग फेल होने के कारण 5 दिसंबर को बंटी की मृत्यु हो गई। बंटी मूकबाधिर होने के कारण कुछ बोल पाने में असमर्थ था, वह कहां से आया है इसके परिवारजन कौन है, इसकी जानकारी नहीं थी। लोग बताते हंै कि पिछले 40 साल से बचेली में निवासरत था।
बुधवार को शव को जगदलपुर डिमरापाल मेडिकल कॉलेज में डोनेट करने की प्रक्रिया बचेली अपोलो में की गई। जिसमें अपोलो चिकित्सा प्रशासक डॉ. एसएम हक द्वारा शव पर फूल माला अर्पित करते सहायक निरीक्षक गेंद सिंह मरावी, पालिका उपाध्यक्ष उस्मान खान, पूर्व पार्षद संजीव साव, पत्रकार दुर्जन सिंह की उपस्थिति में जगदलपुर एनोटॉमी विभाग के डॉ. मित कृष्ण को विधिवत शव सौंपा गया। यह शव को मेडिकल कॉलेज में अध्ययनरत छात्रों के पढ़ाई व शोध कार्य में लिया जाएगा।
डॉ. मित कृष्णा ने बताया कि अगले डेढ़ वर्षों तक शव को विशेष रासायन का इस्तेमाल करते हुए शोध किया जाएगा। साथ ही इस बीच परिवार जनो की जानकरी मिलने पर शव को परिवार को सौंप दिया जाएगा।