खैरागढ़-छुईखदान-गंडई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 24 दिसंबर। इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ के प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग द्वारा प्रकाशित विभागीय शोध जर्नल कला-वैभव का विमोचन कुलपति पद्मडॉ. ममता (मोक्षदा) चंद्राकर के कर कमलों द्वारा संपन्न हुआ।
इस अवसर पर कुलपति डॉ. चंद्राकर ने कला-वैभव के संपादक डॉ. मंगलानंद झा को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि किताबें पहले भी प्रकाशित होती रही है और आमतौर पर किताबें हमेशा अच्छी ही होती हैं, लेकिन इस पत्रिका में कलात्मकता की झलक इसे विशिष्ट बना रही है, इसके लिए शोध पत्रिका कला वैभव से संबद्ध सभी विद्वानों को बधाइयां और शुभकामनाएं।
प्रधान संपादक डॉ. मंगलानंद झा ने बताया कि यह पत्रिका नैक की दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह जर्नल यूजीसी केयर लिस्ट में सूचीबद्ध है। इस शोध पत्रिका कला-वैभव में कुल 84 लेख समाहित है। छत्तीसगढ़ सहित देश के विभिन्न राज्यों यथा मध्य प्रदेश ,उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, बिहार, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, जम्मू कश्मीर इत्यादि विभिन्न प्रदेशों के शोधार्थियों एवं विद्वानों ने प्रकाशनार्थ शोध-लेख प्रेषित किए थे। शोध -लेखों का विद्वानों द्वारा परीक्षण किया जाता है। परीक्षण के बाद चयनित शोध-लेखों को इस महत्वपूर्ण पत्रिका में स्थान दिया जाता है। डॉ. झा ने कुलपति, कुलसचिव, संपादक मंडल, लेखकों समेत इस पत्रिका के प्रकाशन में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग देने वाले सभी के प्रति आभार प्रकट किया। विमोचन के अवसर पर प्रोफेसर काशीनाथ तिवारी अधिष्ठाता कला संकाय ,प्रोफेसर नीता गहरवार अधिष्ठाता नृत्य संकाय एवं कुल सचिव, डॉ.चैन सिंह नागवंशी, मुकेश भट्ट समेत विश्वविद्यालय के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।