कांकेर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 29 जनवरी । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विद्यार्थियों के मन से परीक्षा का भय दूर करने और सकारात्मक सोच के साथ पर्चा हल करने के संबंध में ‘परीक्षा पे चर्चा’ विषय पर अपनी बातें वर्चुअल तौर पर रखीं।
इस दौरान पीएम ने जिले के जवाहर नवोदय विद्यालय के कक्षा नवमी के विद्यार्थी शेख तैफुर्रहमान के सवालों का भी जवाब देते हुए कहा कि परीक्षा के पहले अपने मन और चित्त को शांत रखें एवं परीक्षा कक्ष में समय से पहले जाकर प्रश्न पत्र का बारीकी से अध्ययन करते हुए सवाल का जवाब लिखने कहा। विद्यार्थियों से चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि यदि किसी प्रश्न का उत्तर नहीं भी पता है, फिर भी तनाव न लें, क्योंकि इससे जिन प्रश्नों के उत्तर ज्ञात है, वे भी दिमाग से हट जाएंगे। कोई भी परीक्षा के लिए रणनीति पहले तैयार करें, फिर तनावमुक्त होकर ऐसे प्रश्नों का हल पहले करें, जिनका उत्तर पहले से ज्ञात है। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि स्कूली परीक्षाओं के बाद जीवन की पाठशालाएं शुरू होती हैं। उन्होंने अर्जुन की तरह एकाग्रचित्त होने का सुझाव देते हुए कहा कि विद्यार्थियों को सिर्फ अपने लक्ष्य पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए। ’परीक्षा पे चर्चा’ के दौरान प्रधानमंत्री ने और भी बहुत सी सीख बच्चों को दी।
चर्चा के उपरांत पीएम ने जवाहर नवोदय विद्यालय कांकेर (करप) में कक्षा नवमी के विद्यार्थी शेख तैफुर्रहमान ने प्रधानमंत्री श्री मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने जो सवाल किया था, उसका बेहतर ढंग से जवाब मिल गया। परीक्षा के समय में किसी तरह से भयभीत होने की जरूरत नहीं है। प्रधानमंत्री ने विद्यार्थियों को सलाह दी कि उत्तर लिखने से पहले, प्रश्न पत्र को बार-बार पढ़ा जाए। इस दौरान अपने चित्त को स्थिर और मन को एकाग्र रखें।
जिला मुख्यालय कांकेर के नरहरदेव शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सहित विभिन्न विद्यालयों में इसे सुनने की व्यवस्था की गई थी, जहां विद्यार्थियों और शिक्षकों ने इसे सुना।