कांकेर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 29 जनवरी। मादा भालू ने अपने शावक के साथ किसान के जर्जर मकान में बीती रात से डेरा जमाया है।
बीती रात में कांकेर के समीपस्थ ग्राम डुमाली के एक किसान शिवलाल मंडावी के एक पुराने जर्जर मकान में एक मादा भालू अपने एक शावक के साथ डेरा डाल दिया है। दूसरे दिन शाम तक भी शावक और मादा दोनों उक्त मकान में हैं। बीच- बीच में मादा भालू शावक को वहीं छोडक़र भोजन की तलाश में अन्यत्र विचर कर आ जाती है।
गांव के लोगों ने बताया कि आज सुबह लगभग 10 बजे मादा भालू बाहर कहीं चली गई थी व दो तीन घंटे के बाद वापस आ गई थी।
किसान के उक्त घर में मादा भालू को लेकर लोगों में कौतुहल बना हुआ है, लेकिन किसी प्रकार के हमला होने के भय से लोग दूर से ही देखने की कोशिश कर रहे हैं। सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम भी वहां पहुंच गई है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि दिन निकलने के बाद लोगों के शोरगुल होने के कारण मादा भालू अपने शावक को वहां से नहीं निकाल पा रही है। रात में लोगों का आवागमन बंद हो जाने के बाद शावक के साथ पहाड़ी व जंगल की ओर जा सकती है।