कांकेर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 26 फरवरी। भारत एक कृषि प्रधान देश है, देश के सभी किसान कृषि पर निर्भर है, इसीलिए केंद्र व राज्य सरकार ने मिलकर प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना बनाई और आज हर किसान इसका लाभ भी ले रहे हैं। जिसके तहत कोंडागांव जिले में भी सैकड़ों किसान प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का लाभ ले रहे हैं। इसी योजना के तहत कोंडागांव कलेक्टर कुणाल दुतावत के निर्देश व उप संचालक कृषि डी.पी तांडे के मार्गदर्शन पर बड़ेराजपुर ब्लॉक अंतर्गत कोरगांव, टेवसा, कलगांव, कोंगरा, बड़ेराजपुर, धमनपुरी बालेंगा खजरवंड, आमगांव सोनपुर और किबड़ा समेत दर्जनों किसान इस योजना का लाभ ले रहे हैं ।
पानी की अनावश्यक बर्बादी से घटा जलस्तर
ज्ञात हो कि किसान जब खेती करता है, तो इसके लिए सबसे जरूरी कृषि के लिए सिंचाई और पानी होती है । किसान के पास जिस हिसाब का खेत होता है, उसे उतने ही पानी की होती है । ठीक तरह से सिंचाई न होने पर फसलें खराब हो जाती हैं । इसे किसान को काफी आर्थिक नुकसान भी हो सकता है। और आज दिन-प्रतिदिन भूमि का जलस्तर नीचे खिसकता जा रहा है। इस कारण किसानों को खेतों की सिंचाई के लिए पानी की समस्या बढ़ती जा रही है। किसान आज भी बोरिंग से पटवन व बारिस के पानी के माध्यम से सिंचाई कर रहे हैं। इससे पानी की अनावश्यक बर्बादी होती है।
किसानों को उपकरणों के लिए मिलती है सब्सिडी
इस बारे में भूमि संरक्षण व परियोजना अधिकारी डॉ. आर.एल. अम्बादे ने बताया कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के माध्यम से किसान ड्रिप, मिनी एवं माईक्रो स्प्रिंकलर पद्धति व पोर्टेबेल स्प्रिंकलर पद्धति का उपयोग कर किसान पानी की बर्बादी को रोकने के साथ-साथ फसलों की बेहतर सिंचाई कर सकते है। इस योजना के माध्यम से किसान को अपने खेतों की सिंचाई के लिए उपकरणों पर सब्सिडी की सुविधा दी जाती है ।
किसानों की आय में इजाफा
ग्राम पंचायत खजरवंड के किसान पिलसाय ने बताया कि पहले मैं सिर्फ धान का फसल लगाता था पानी की कमी के कारण फसल नुकसान होता था । लेकिन प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के माध्यम से हमारे खेत के पास डबरी का निर्माण किया गया। जिसमे अच्छा खासा पानी जमा हुआ है, और अब मैं धान के साथ ही मक्का का डबल फसल ले रहा हूं।
इसी तरह बड़ेराजपुर ब्लॉक के चमेली स्व सहायता समूह सोनपुर के द्वारा मक्का की खेती की जा रही है।
जय बोलबम स्व सहायता समूह धमनपुरी की महिलाएं दुकानदारी कर हजारों आय प्राप्त कर रहे हैं।
साथ ही कृषि विभाग के अधिकारी कर्मचारी गांव-गांव में जाकर विभाग के द्वारा ग्रामीणों को जागरुक कर इस योजना का लाभ लेने हेतु प्रेरित भी कर रहे है। इसी तरह कोंडागांव जिले के अधिकतर गांवों में युवाओं व महिलाओ को स्वरोजगार बनाने के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत राशि उपलब्ध कराई जा रही है। परिणामस्वरूप आज आधे से अधिक लोग दुकानदारी व खेती किसानी कर स्वावलंबी बन रहे हैं ।