कांकेर
गुणवत्ता पर दें विशेष ध्यान, मिलेगा उचित दाम-अपर प्रबंध संचालक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 4 मार्च। केशकाल वनमण्डल अंतर्गत इको पर्यटन केंद्र टाटामारी में सोमवार को वन विभाग द्वारा राज्यस्तरीय दो दिवसीय इमली संग्रहण हेतु प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया था। जिसमें कांकेर एवं जगदलपुर वन वृत्त एवं बालोद, धमतरी, सरगुजा, समेत 12 जिलों के 350 प्रतिभागी जो यूनियन से संग्राहक, समूह सदस्य, वनधन मित्र, इंटर्न, कृषक, वरिष्ठ एवं कनिष्ठ एक्सी एवं उप प्रबंधक संचालकों तथा संघ मुख्यालय से शामिल हुए।
अपर प्रबंध संचालक बी. आनंद बाबू, मुख्यवनसंरक्षक कांकेर डॉ. के. मेचियो, संग्रहण विशेषज्ञ हेमन्त पांडे , वनमंडलाधिकारी केशकाल एन गुरुनाथन, उप वनमंडलाधिकारी सुषमा नेताम ने दीप प्रज्वलन कर कार्यशाला को प्रारंभ किया गया।
प्रशिक्षण में ग्रामीणों को होगा लाभ - आनंद बाबू
इस दौरान अपर प्रबंध संचालक बी आनंद बाबू ने बताया कि पहले वन धन समूह की महिलाओं व ग्रामीणों के द्वारा इमली संग्रहण किया जाता था, लेकिन अधिकांश उनकी गुणवत्ता सही नहीं होती थी। इसलिए इस बार प्रशिक्षण में महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण रूप से इमली संग्रहण करने के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई है। जैसे छिलका सहित इमली से आटी इमली एवं उत्कृष्ट फूल इमली प्राप्त करने तथा पलटा फूल तैयार कर पैकिंग की पद्धति के बार में जानकारी दी जा रही है । क्योंकि जितनी अच्छी गुणवत्ता होगी समूह को लाभ भी उतना अधिक होगा। जिससे महिलाओं की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
बस्तर में इमली की
अच्छी पैदावार
मास्टर ट्रेनर ऐश्वर्या दास ने बताया कि बस्तर के ग्रामीण अंचल में इमली की अच्छी पैदावार होती है। लेकिन गांव में जिस प्रकार से इमली का संग्रहण किया जाता है, उससे महिलाओं को उचित मूल्य नहीं मिल पाता। ऐसे में गांव में इमली का बेहतर तरीके से संग्रहण करवाने एवं समूहों की आमदनी बढ़ाने के लिए महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमें इमली तोडऩे, ग्रेडिंग, प्रोसेसिंग आदि के बारे में विस्तारपूर्वक समझाया जा रहा है। इस दो दिवसीय प्रशिक्षण के पश्चात हमारी टीमें वृत्त एवं गांव स्तर पर जाकर समूहों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।