दन्तेवाड़ा
महाशिवरात्रि पर रहेगा भक्तों का तांता
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 7 मार्च। हर साल की तरह इस साल भी महाशिवरात्रि धूमधाम से मनाया जाएगा। जिसके लिए पूरी तैयारी की जा चुकी है। रेल्वे कॉलोनी स्थित लिंगेश्वर शिव मंदिर की सुंदरता को निहारने शिवरात्रि पर भक्त बड़ी संख्या में पहुंचते हैं।
यह मंदिर अपनी वास्तु संरचना के लिए प्रसिद्ध है। इस मंदिर की ऊंचाई समुद्र सतह से लगभग 450 मीटर है। शिवलिंग की आकृति वाला यह मंदिर बहुत आकर्षक व सुंदर है। महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा की जाएगी। चार दशक से अधिक पुराने इस मंदिर की विशेषता उसकी शिवलिंगकार आकृति है।
बैलाडीला की पर्वत श्रृखंला में स्थित लिंगेश्वर धाम की आधारशिला वर्ष 1972 में तत्कालीन रेल्वे कर्मचारी श्री राव द्वारा रखी गई थी। मंदिर की वास्तुकला पर दक्षिण भारतीय शैली स्पष्ट दिखाई देती है। बुधवार को सुबह गणपति पूजा, अभिेषक किया गया। श्री मनोनमि अंिबका देवी अभिषेक, कुमकुरचना हुई। इसके अलावा पुराना मार्केट बचेली, गॉधी नगर नंदी पहाड़ , रामाबुटी, किरन्दुल के कैलाश नगर इन सभी स्थल पर महाशिवरात्रि मनाई जाएगी।
किरंदुल कैलाश नगर के शिव मंदिर के दर्शन नहीं कर पाएंगे
बैलाडीला की पहाडिय़ों पर कैलाश नगर नगर में स्थित शिव मंदिर में इस महाशिवरात्रि पर्व में कोई आयोजन नहीं होगा। इसका कारण है मंदिर का पुनर्निर्माण किया जाना।
लंबे समय से कैलाश नगर के शिव मंदिर में पूजा-अर्चना की जा रही है, लेकिन इस बार आयेाजन नहीं होने से भक्त मायूस हंै। इस मंदिर में शिव जी के दर्शन के लिए सर्पिलाकार मोड़ व रास्तों से होकर करीब 15 किमी दूर जाना पड़ता था , जो कि भक्तों को रोमांचित कर देता था। एनएमडीसी किरंदुल परियोजना द्वारा भी महाशिवरात्रि पर हर साल यहां जाने अनुमति देता था, साथ ही बसों की भी व्यवस्था करता है। पुनर्निर्माण का कार्य यहां तेजी से चल रहा है।