दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 4 अप्रैल। एनएमडीसी बचेली परियोजना के वरिष्ठ कर्मचारी एवं मेटल माईन्स वर्कर्स यूनियन इंटक शाखा बचेली के पूर्व सचिव रवि मंडल के परियोजना से सेवानिवृत्त होने पर उन्हें भावभीनी विदाई दी गई।
इस अवसर पर बुधवार को मंगल भवन में आयोजित विदाई समारोह में सेवानिवृत्त कर्मी को साथी कर्मियों द्वारा शॉल ओढ़ाकर व माला पहनाकर सम्मानित किया गया। साथ ही उन्हें स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किया गया। विदाई के मौके उनकी माता शोभारानी मंडल, पत्नी छवि मंडल, दो बेटियां रितु संभल व् अंशिका नाग भी मौजूद रहीं।
महाप्रबंधक संयंत्र जी. गोराई एवं एसकेएमएस सचिव टीजे शंकरराव, अमृतलाल यदु व साथी कर्मियो ने सेवानिवृत्त हो रहे कर्मी रवि मंडल के बारे में बताया। अधिकारी व साथी कर्मियों ने रवि को विदाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
रवि मंडल ने कहा-जब मैं यहां आया था, तब 550 रूपये वेतन मिलता था, आज वेतन में अत्यधिक वृद्धि हो चुकी है। उस वक्त के कार्यप्रणाली और वर्तमान कार्यप्रणाली में काफी अंतर आ चुका है। कई संघर्षों के बाद हम आगे बढ़े हैं। आज के तरह की सुविधाओं का अभाव उस दौर में हुआ करता था। हम सभी साथियों को कई संघर्ष करना पड़ा था। मेरी शिक्षा दीक्षा किरंदुल शहर में हुई।
विदाई कार्यक्रम के दौरान केके मिश्रा, डीके साहू, आनंद पांडे, कीर्तन साहु,एसी कश्यप, नंद किशोर, काजल विश्वास, डीए नायक, सतीश कुमार, जितेन्द्र राय, शिवानंद, गंागुली, राजू कश्यप, जी. याकूब, लिंगूराम तारमा, एलएल राणा, एमएल देवांगन, बृजेश कुमार व अन्य कर्मचारी व अधिकारी मौजूद रहे।
ज्ञात हो कि खलासी के पद पर 28 जून 1986 में रवि ने अपने करियर की शुरूआत एनएमडीसी से की थी और 31 मार्च 2024 को सीनियर असिस्टेंट ग्रेड-1 पीजी 2 के पद पर सेवानिवृत्त हुए। 38 वर्षों तक परियेाजना में सेवाएं दी।
पहली पोस्टिंग निक्षेप क्रं. 5 में होने के साथ बचेली के विभिन्न विभागों में कार्य किए। कार्य के साथ-साथ वे श्रमिक संगठन में मुख्य पदों में भी रहे। इतने लंबे वर्षों तक परियोजना में सेवा देने के साथ-साथ मजदूर नेता के तौर पर भी जोरदार ढंग से मजदूरों के आवाज को बुलंद करने का काम किया। वर्ष 2013-2018 तक इंटक के सचिव पद पर रहते हुए श्रमिकों के हित में कार्य किए।
जिला फुटबॉल संघ के अध्यक्ष भी हैं
कार्य के साथ-साथ शारीरिक फिटनेस में भी खासा ध्यान देते हैं। बचपन से ही फुटबॉल खेल से खास लगाव था। अपने समय में एक बेहतरीन फुटबॉल खिलाड़ी थें। नगर सहित जिला व राजकीय स्तर पर होने वाले फुटबॉल प्रतियोगिता में बढ़-चढक़र भाग लिया करते थे। वर्तमान में दंतेवाड़ा जिला फुटबॉल संघ के अध्यक्ष के पद पर है और जिला में फुटबॉल खेल को आगे बढ़ाने में कार्य कर रहे। 1980 के दशक में स्कूल स्तर पर रायपुर संभाग में हुए एथलेटिक्स चैम्पियनशीप में बस्तर संभाग का प्रतिनिधित्व किया साथ ही चैम्पियन भी बने। इतने सालो तक दंतेवाड़ा क्षेत्र में रहने व यहॉ की संस्कृति से लगाव होने के कारण अब वे अपना भविष्य बड़े शहर के बजाय यही बीताना चाहते है।