दन्तेवाड़ा

अनुभव की पाठशाला, युवाओं को कलेक्टर का गुरु मंत्र
06-Apr-2024 9:44 PM
अनुभव की पाठशाला, युवाओं को कलेक्टर का गुरु मंत्र

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

दंतेवाड़ा, 6 अप्रैल। जिला प्रशासन द्वारा प्रतियोगी परीक्षा के युवाओं को सफलता के गुरु मंत्र दिए जा रहे हैं। जिससे वे सफलता के सोपान को पार कर सके।

कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने नवीन ग्रंथालय के प्रांगण में पीएससी मुख्य परीक्षा - 24 की तैयारी कर रहे युवाओं से चर्चा करते हुए उन्हें इस लिखित परीक्षा में सफल होने के लिए महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की।

उन्होंने युवाओं से कहा कि प्रश्न पत्र में दिए गए प्रश्नों को पहले ठीक से समझना सर्वाधिक जरूरी है, हमें यह ध्यान रखना होगा कि प्रश्नों में ही उत्तर लिखने की कुंजी रहती है। अत: प्रश्नों की जितनी मांग है, हमें उतना ही उत्तर लिखना चाहिए और इस बात का अवश्य ध्यान रखना चाहिए कि अनावश्यक तथ्य का हमारे उत्तर में उल्लेख न हो। इसके अलावा ‘‘भारत की अर्थव्यवस्था’’ संबंधी पूछे गये प्रश्नों में अद्यतन डेटा भी अवश्य लिखें, साथ ही इस संबंध में बनाई गई कमेटी और नीतियों के संबंध में भी जानकारी दी जा सकती है। ‘‘भारत के संविधान ’’ के अन्तर्गत उत्तरों में  मूलभूत जानकारी के साथ-साथ नवीनतम मुद्दों में दिये गये संवैधानिक निर्णय एवं संविधान संशोधन को भी अवश्य जोड़े और अगर आर्टिकल का भी संक्षिप्त उल्लेख करते है तो यह उत्तर को अधिक प्रभावी बनायेगा। ‘‘भारत का भूगोल’’ आधारित प्रश्नों के उत्तर के तहत आवश्यकतानुसार भारत के नक्शे का चित्राकंन करें साथ ही अपने उत्तरों में डायग्राम, टेबल, फ्लो चार्ट को भी शामिल करें। इसके अलावा अपने सभी उत्तरों के महत्वपूर्ण बिंदुओं को अंडरलाइन भी करते रहें। जिससे परीक्षक उत्तरों के महत्वपूर्ण पहलुओं को आसानी से परख सकें। ‘‘निबंध ’’ पेपर के अंतर्गत चयनित निबंध की भूमिका एवं उपसंहार प्रभावशाली होना चाहिए,  साथ ही निबंध की मुख्य विषयवस्तु को आर्थिक सामाजिक राजनैतिक शैक्षणिक आधार देते हुए बहुआयामी  बनाया जा सकता है।

 निबंध के चयन के पश्चात परीक्षार्थी पहले उसका एक खाका तैयार कर लेवें उसके बाद लिखना प्रारंभ करें।

 उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन द्वारा मुख्यालय के नवीन ग्रंथालय में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे जिले के युवाओं के लिए ‘‘अनुभव की पाठशाला’’ नामक प्रशिक्षण सत्र प्रारंभ किया गया है जिसमें जिले के अधिकारियों द्वारा परीक्षार्थियों के लिए परीक्षाओं की पूर्व तैयारियां, कोचिंग की आवश्यकता, महाविद्यालय एवं प्रतियोगी परीक्षा में अंतर, पठन सामग्री की गुणवत्ता, पढऩे तरीके जैसे विषय वस्तुओं पर युवाओं को मार्गदर्शन देने के अलावा अपने परीक्षा तैयारियों के अनुभव युवाओं से साझा की जाती है।

कलेक्टर के चर्चा के दौरान जिला रोजगार अधिकारी अमित वर्मा के अलावा, परीक्षार्थी यशवंत कुमार, केजी महेन्द्र सहित 10 से 12 युवा उपस्थित थे।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news