राजनांदगांव
4 दिन बाद रमजान पर्व, शबे-ए-कद्र में मांगी दुआएं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 7 अप्रैल। अल्लाह की इबादत के लिए मुस्लिम धर्मावलंबी रोजा रखकर पांच वक्त की नमाज में मशगूल हैं। मुस्लिम परिवारों का वक्त अल्लाह की इबादत में गुजर रहा है। मुस्लिम घरों में छोटे बच्चों से लेकर उम्रदराज लोग रोजा रखकर इबादत कर रहे हैं।
26वें रोजे के दिन शबे-ए-कद्र मनाते हुए समाज के लोगों ने अल्लाह से दुआएं मांगी। रमजान के पवित्र महीने के 26वें रोजे में शबे-ए-कद्र मनाया जाता है। चार दिन बाद रमजान के आखिरी दिन ईद मनाई जाएगी। ईदुल-फितर को लेकर समुदाय में तैयारियां चल रही है। पर्व के लिए उत्साह का माहौल नजर आ रहा है।
इधर रंग-बिरंगी व लच्छेदार सेवाईयों की बाजार में दुकानें सज गई है। जामा मस्जिद और जूनीहटरी स्थित हन्फी मस्जिद के बाहर सेवाईयों की बहार दिख रही है। वहीं रोजेदारों के लिए खजूर से लेकर सूखे मेवे और अन्य खानपान के सामान भी बाजार में पहुंच गया है।
ईद पर्व के लिए कपड़ा बाजार में भी रौनकता बढ़ी है। रंग-बिरंगी सेवाईयां लोगों का ध्यान खींच रही है। रोजे के बाद दुकानों में ग्राहकी भी बढ़ गई है। इधर घरों में पूरी शिद्दत के साथ इबादत की जा रही है। अमन-चैन और तरक्की के लिए रोजेदार हाथ फैलाकर अल्लाह-ता-आला से दुआएं मांग रहे हैं। मुस्लिम परिवार की महिलाएं रोजेदारों के लिए खास तरह के व्यजंन तैयार कर रही हैं। चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी की परवाह किए बगैर मुस्लिम बंधु पांच वक्त का नमाज अता कर रहे हैं।
मस्जिदों में रोजेदारों का वक्त इबादत में गुजर रहा है। घरों में महिलाएं भी रोजा रखकर रमजान महीने की खासियत को जाहिर कर रही है। इस्लाम धर्म में रमजान के महीने को पाक का महीना माना गया है।
ऐसी मान्यता है कि रोजा रखकर अल्लाह के प्रति शुक्रगुजार करने से जन्नत नसीब होती है। वहीं परिवार में अमन और तरक्की में अल्लाह की खास मेहरबानी होती है। 0 चांद के दीदार होने पर 11 को मनेगी ईद मुस्लिम धर्मावलंबी चांद के दीदार होने पर 11 अप्रैल को परंपरागत रूप से ईदुल-फितर का पर्व मनाएंगे। 10 अप्रैल को चांद दिखने के ऐलान होने के अगले दिन ईद मनाई जाएगी। इसके लिए व्यापक स्तर पर तैयारी की जा रही है। स्थानीय मठपारा स्थित ईदगाह मैदान में सामुहिक नमाज अता की जाएगी।
प्रशासन की ओर से त्यौहार के मद्देनजर बेहतर इंतजाम की जा रही है।