कांकेर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 29 जून। बीती रात कोरर रेंज ऑफिस की झाडिय़ों में डेरा जमाये हुए एक तेंदुए ने किसान के कोठा में बंधे बछड़े को शिकार बनाया। शिकार के बाद भी आज दोपहर तक तेंदुआ के आसपास की झाडिय़ों में देखा गया है। क्षेत्र में वन्य प्राणियों के लगातार हमलों से जनमानस और पालतू पशुओं को खतरा बढ़ रहा है। लोगों में दहशत व्याप्त है।
घटना कोरर वन परिक्षेत्र कार्यालय के बाजू में हुई है। आधी रात में जब वातावरण में सन्नाटा पसरा था। रेंज ऑफिस से लगे किसान वृंदावन सिन्हा के घर के गाय कोठे में मवेशी बंधे हुए थे। रेंज ऑफिस की झाडिय़ां में डेरा जमाया हुआ एक तेंदुआ शिकार की तलाश करते वहां पहुंच कर खूंटे मे बंधे एक बछड़े को मार डाला।
तेंदुए का शिकार हुए बछड़े की उम्र ढाई से तीन साल की बताई गई। तेंदुए ने बछड़े को गर्दन पर वार कर उसे घसीटते हुए रेंज ऑफिस की झाडिय़ों की ओर ले जाने का प्रयास किया, जहां से आया था,परंतु बाउंड्री को लांघ नहीं सका। जिससे उसे वहीं छोड़ गर्दन के मांस को खाया है। सुबह होने पर घर के लोगों को इसकी जानकारी हुई। इसकी सूचना वन विभाग को दी गई। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर विवेचना की।
उल्लेखनीय है कि क्षेत्र में वन्य प्राणियों का आतंक बना हुआ है। बुधवार को भालू के हमले से ग्राम जुनवानी का एक ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो गया है। इसी तरह लगभग 15 दिन पूर्व नरहरपुर रेंज के अन्तर्गत ग्राम चनार की घर में सोई एक 75 वर्षीय वृद्धा को तेंदुआ ने उठा लिया। कल शुक्रवार को जिला मुख्यालय कांकेर से लगे हुए गांव ठेलकाबोड में चरवाहे के सामने से ही एक बकरे को उठा लिया। इस तरह वन्य प्राणियों के हमलों से लोग भयभीत हंै।