कांकेर
![सीनियर छात्रों ने जूनियर पर डंडे बरसाए सीनियर छात्रों ने जूनियर पर डंडे बरसाए](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1721838551anker-23.gif)
मामले को चार दिन तक दबाकर रखने का आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 24 जुलाई। प्री मेट्रिक छात्रावास दुर्गूकोंदल में सीनियर छात्रों द्वारा 15 जूनियर छात्रों को डंडे से पीटने की घटना सामने आई है। आरोप है कि छात्रों को धमकाकर मामले को चार दिन तक दबाकर रखा गया था। घटना शुक्रवार और शनिवार रात्रि की बताई जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, सीनियर छात्रों ने जिल्द नहीं देने, कपड़ा सफाई कराने, मच्छरदानी पहले लगाने के नाम पर मारपीट की है, जिससे छात्रावास के बच्चे दहशत में हैं।
बताया गया कि घटना के दौरान अधीक्षक और चौकीदार भी छात्रावास में ही मौजूद थे, लेकिन दोबारा पिटाई करने के डर से बच्चों ने अधीक्षक और चपरासी को जानकारी नहीं दी। मारपीट का खुलासा तब हुआ, जब हास्टल के दो छात्रों ने डर से घर भाग गए और अपने पालकों को मारपीट करने की जानकारी दी। कक्षा 8वीं के छात्र राहुल वट्टी ने अपने पालक को बताया कि वह जिल्द खरीदी किया था, जिसे सीनियर छात्र मांग रहा था। देने के लिए मना किया तो डंडे से सीनियर छात्र ने मारा, वहीं कक्षा 8वीं के छात्र एनुस रावटे को भी इसी बात को लेकर सीनियर छात्र ने कई डंडा मारे। छात्र नीतेश बघेल को 4 डंडा, योगेश नागवंशी को 40 डंडा पीटा। अन्य छात्रों से भी मारपीट की. मारपीट की घटना से बच्चे काफी भयभीत हैं। इधर, मारपीट की घटना की जानकारी होने के बाद प्रभारी मंडल संयोजक बैजनाथ नरेटी छात्रावास पहुंचकर बच्चों से बयान दर्ज किए।
पालक गुलाब बघेल ने मारपीट की घटना की जांच की मांग की है। पालक मिलाप बघेल ने इसे अधीक्षक की लापरवाही बताकर कार्रवाई की मांग की है। मारपीट की घटना को अधीक्षक ने 4 दिन तक छुपाकर रखा था। इस संबंध में आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त एलआर कुर्रे से ‘छत्तीसगढ़’ ने संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया।