राजनांदगांव
त्रिनेत्र योजनांतर्गत विस अध्यक्ष रमन ने किया कैमरों का शुभारंभ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 जुलाई। शहर की सुरक्षा को लेकर त्रिनेत्र योजना के तहत सीसीटीवी कैमरों की एक बड़ी तादाद से आपराधिक गतिविधियों पर सीधी नजर रखने की तैयारी के बीच बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने सीसीटीवी कैमरों का उद्घाटन किया। शहर के बाहरी और अंदरूनी इलाकों की गतिविधियां अब कैमरों में कैद होगी । यानी पूरा का पूरा शहर कैमरों के जद में रहेगा। अपराधियों के लिए अब क्राईम करने के बाद कैमरों के जद में आने का पूरी संभावना रहेगी। पुलिस को इन कैमरों से अपराधों को सुलझाने में भी सहुलियत रहेगी।
मिली जानकारी के मुताबिक त्रिनेत्र योजना के तहत शहर में 385 नए सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। कैमरों की लागत एक करोड़ रुपए है। जनसहयोग से कैमरे लगाने की पुलिस ने शुरूआत कर दी है। बताया जा रहा है कि हाईडेफिनेशन के चलते कैमरों से गाडिय़ों के नंबर प्लेट भी आसानी से पढ़ी जाएगी। चालानी कार्रवाई के लिए पुलिस को भी कैमरों से पूरी सहायता मिलेगी।
उल्लेखनीय है कि त्रिनेत्र योजना के तहत जनसहभागिता के सहयोग से शहर को सीसीटीवी कैमरे से लैस किया जा रहा है, ताकि शहर में अपराधियों पर नकेल कसा जा सके। क्राइम करने वाले लोगों में अपराध करने से पहले डर हो कि उनकी सारी गतिविधियां कैमरे में रिकॉर्ड हो रही हैं। असामाजिक तत्वों पर नजर बनाए रखने और किसी भी अप्रिय घटना पर काबू पाने सीसीटीवी कैमरे कारगर साबित होंगे। शहर की सुरक्षा के लिए जनसहयोग से सीसीटीवी कैमरे लगाये जा रहे हैं। इसके लिए शहर के व्यापारी वर्ग, समाजसेवी, चेम्बर ऑफ कामर्स, समाज प्रमुख सहित अन्य गणमान्य नागरिकों ने सहयोग किया है।
शहर के चौक-चौराहों, आने-जाने वाले रास्तों, मेन मार्केट एरिया, कॉलोनियों, गली-मोहल्लों सहित अन्य जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं और किसी घटना के लिए प्रमाण के रूप में उपयोगी होंगे। इन सीसीटीवी कैमरों से पूरे शहर की 24 घंटे मॉनिटरिंग होती रहेगी। अपराधी और शरारती तत्वों पर भी इन कैमरों से नजर रखी जाएगी। जिससे आपराधिक गतिविधियों को जांच करने में मदद मिलेगी।
त्रिनेत्र ऐसा प्रोजेक्ट है, जो बिना किसी शासकीय मद के केवल जनसहयोग से शहर में लगभग एक करोड़ की लागत से सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने का प्रस्ताव है। इस योजना के प्रथम चरण में राजनांदगांव के शहरीय क्षेत्रों मे कैमरे लगाये जा रहे हंै। द्वितीय चरण मे जिले के अन्य ब्लाक ग्रामों में कैमरे लगाये जाने की योजना है। इस योजना के तहत शहर में 385 नग नये सीसीटीवी कैमरे लगाये जाएंगे। जिसमें अत्याधुनिक एएनपीआर कैमरा 25 नग, व्हेरीफोकल कैमरा 300 नग, पीटी जेड कैमरा 10 नग एवं 80/50 मीटर फोकस कैमरा 50 नग लगाना तय किया गया है। शहर में पूर्व से जनसहयोग एवं शासकीय मद से लगे 152 नग कैमरे लगाये गये थे। जिससे नगरवासियों एवं पुलिस को कई बड़े अपराध डिटेक्ट करने में सफलता मिली है। जिन्हें अपडेट किया जाएगा।
बनाया जा रहा मार्डन
इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम
वर्तमान पुलिस अधीक्षक कार्यालय स्थित नवीन कट्रोल रूम बिल्डिंग में मॉर्डन इन्टीग्रेटेड कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है, जहां कस्टमाईजड विडियो वॉल डिसप्ले लगया जा रहा है। सीसीटीव्ही कंट्रोल रूम में स्थापित नवीन सर्वर में 1000 कैमरा जोडऩे की क्षमता होगी। त्रिनेत्र योजना में प्रथम सूचना पत्र (एफआईआर) दर्ज होने पर या संबधित थाने से अनुमति मिलने के बाद ही आम जनता को फुटेज दिखाया जाएगा। जिसकी कण्ट्रोल रजिस्टर में विस्तृत, तिथि, समय, मोबाईल नंबंर का संधारण किया जायेगा। राजनांदगांव शहर में 7 मुख्य चौक पर नया ट्रैफिक सिग्नल लगया गया है। एनपीआर नम्बर प्लेट रीडर कैमरा से भविष्य में ट्रैफिक ई-चालान की कार्रवाई की जाएगी। सभी सीसीटीवी चौक पीए सिस्टम से लैंस होंगे।
सीसीटीवी कैमरों की दी जानकारी
इस दौरान कलेक्टर संजय अग्रवाल एवं एसपी मोहित गर्ग ने राजनांदगांव शहर के चौक-चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जानकारी दी और भविष्य में अन्य स्थानों पर लगाए जाने वाले सीसीटीवी कैमरों के बारे में भी बताया। इस अवसर पर खूबचंद पारख, रमेश पटेल, नीलू शर्मा, पद्मश्री पुखराज बाफना, त्रिनेत्र योजना के अध्यक्ष शरद अग्रवाल, कोषाध्यक्ष अशोक मोदी, पुलिस महानिरीक्षक दीपक झा, कलेक्टर संजय अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग, वनमंडलाधिकारी आयुष जैन, जिला पंचायत सीईओ सुरूचि सिंह, अतिरक्ति पुलिस अधीक्षक राहुल शर्मा, अन्य जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, जिला प्रशासन व पुलिस विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।