कवर्धा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बोड़ला, 29 दिसंबर। विकासखंड मुख्यालय में सतपुड़ा की वादियों में स्थित राज्य व जिले के प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों में शुमार रानी दहरा जलप्रपात में नए साल के स्वागत व शीतकालीन सत्र के दौरान प्रतिवर्ष सैलानियों का हुजूम उमड़ पड़ता है, लेकिन इसी बीच क्रिसमस एवं लगातार तीन दिनों की छुट्टी पडऩे के चलते यहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में पर्यटक पहुंच पिकनिक मना आनंद ले रहे हैं।
पिकनिक मनाते लोगों का समूह रानी दहरा जलप्रपात के चारों ओर मजा करते ,पत्थरों के चूल्हों में जंगल में लकड़ी इक_ा कर खाना बनाते, बच्चे व युवाओं का समूह नदी और पहाड़ में घूमते एवं पेड़ की छांव में दरी बिछाकर वन भोज का आनंद ले रहे लोग दिखाई पड़ रहे हैं। रायपुर से एक बस में आए गुप्ता परिवार तो रानी दहरा जलप्रपात के नदी के रास्ते के किनारे सुनहरी धूप में पूरा-पूरा खाने का स्टाल लगाकर पिकनिक का आनंद लेते दिखे, तो दुर्ग से आए युवाओं की टीम रानी दहरा जलप्रपात की नीचे कराओके साउंड सिस्टम की मदद से गाना गाकर जंगल में आर्केस्ट्रा संगीत का आनंद ले रहे हैं और लोगों को भी गाना सुनाते दिखाई दे रहे हैं। संडे के चलते लगातार तीन दिन की छुट्टी का असर रात में साफ दिखाई दे रहा है।
ग्राम रानी दहरा व बैरख गांव में निवास करने ग्रामीण राजुलाल, राजू राम, विजउराम, लीला धुर्वे, रामविलास, देवकुमारआदि बताते हैं कि रानी दहरा जलप्रपात में प्रतिदिन सैकड़ों लोगों की आवाजाही होती रहती है, लेकिन लगातार छुट्टी के चलते यहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग सैकड़ों वाहनों से पहुंच रहे हैं। सबेरे से शाम तक चार पहिया व दो पहिया वाहनों के आवागमन से गांव धूल धूसरित हो गया है, साथ ही गांव पहुंचने के मार्ग में ट्रैफिक का दबाव बढ़ गया है गांव के छोटे-मोटे दुकानदारों की भी ग्राहक की चल पड़ी है।
गौरतलब है कि जिले के प्रमुख पर्यटक क्षेत्र के रूप में ख्यातिबद्ध रानी दहरा जलप्रपात में कवर्धा जिले के आसपास के अलावा बाहर के जिले मुंगेली बेमेतरा राजनांदगांव दुर्ग रायपुर बिलासपुर आदि जिलों से काफी संख्या में लोग तो पहुंचते ही हैं साथ ही मध्यप्रदेश के सीमावर्ती जिला मंडला, बालाघाट, जबलपुर, डिंडोरी जिला से भी काफी संख्या में सैलानी यहां पहुंच रहे हैं।
क्षेत्रीय पत्रकार लाला राम यदु ,मोहन कश्यप,दीपक मागरे महेश मानिकपुरी, जीवन यदु आदि बताते हैं कि पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होने का कारण रानी दहरा पहुंचने में पर्यटकों को ज्यादा असुविधाओं का सामना नहीं करना पड़ता। एनएच से महज 5 से 7 किमी की दूरी होने एवं प्रपात तक सडक़ होने के कारण जलप्रपात में चार पहिया वाहनों के आसानी से पहुंच जाने से यहां लोग परिवार सहित पिकनिक मनाने पहुंच रहे हैं।
साथ ही साथ जिले में प्रसिद्ध भोरमदेव मंदिर में दर्शन करने आने वाले पर्यटक लोग से समय में रानी दहरा जलप्रपात पहुंचकर वन विहार का आनंद ले रहे हैं। जिले में प्रमुख पर्यटक स्थल में भोरमदेव ,सरोदा दादर ,पीड़ा घाट चरण तीरथ ,नागमोड़ीघाट, भोरमदेव अभ्यारण ,पचराही आदि सभी धार्मिक एवं प्राकृतिक स्थल समान दूरी पर सुगम रूप में स्थित है। यहां आने वाले लोग रानी दहरा प्रपात में ही पहुंचते हैं। इसके अलावा सरोधादादर ,भोरमदेव, चिल्फी घाटी क्षेत्र में पर्यटकों के रुकने के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध होने के कारण भी क्षेत्र में पर्यटकों की संख्या में गुणात्मक वृद्धि हो रही है ।पर्यटक यहां रुक कर राज्य की सीमा से लगे मध्यप्रदेश के कान्हा किसली में भी नेशनल पार्क चले जाते हैं इसलिए भी यहां लोगों की भीड़ लगातार बढ़ते जा रही है।