बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
शिवरीनारायण, 2 जनवरी। छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री डॉक्टर महन्त रामसुन्दर दास जी महाराज पीठाधीश्वर श्री दूधाधारी मठ रायपुर ने 1 जनवरी सन 2021 को नए वर्ष के प्रथम दिन आध्यात्मिक कार्यों में उपस्थित होकर लोगों को अपने-अपने धर्म के अनुसार आचरण करने का संदेश प्रदान किया।
विदित हो कि राजेश्री महन्त जी महाराज ने जब से गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी को धारण किया है तब से लेकर अब तक वह प्रत्येक दिन गौ सेवा के साथ समाज के सर्वांगीण विकास के कार्यक्रम में निरंतर लगे हुए हैं। इसी सिलसिले में नए वर्ष के प्रथम दिन वे बलौदाबाजार जिले के पलारी विकासखंड अंतर्गत स्थित ग्राम देवसुंदरा तथा घिरघोल के आध्यात्मिक कार्यक्रम में उपस्थित हुए।
यहां लोगों के द्वारा छत्तीसगढ़ी संस्कृति के विकास से संबंधित अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ रामचरितमानस का भी आयोजन किया गया था । अतिथियों के स्वागत के पश्चात उपस्थित जन समूह को अपना आशीर्वचन प्रदान करते हुए राजेश्री महन्त जी महाराज ने कहा कि आप सब सौभाग्यशाली हैं आप लोगों ने छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक विकास के नृत्य, कला और अनेक विद्याओं को सांस्कृतिक मंच पर प्रस्तुत करने के साथ अपने धार्मिक एवं आध्यात्मिक विकास को भी ध्यान में रखकर रामचरितमानस का भी आयोजन किया है।
रामचरितमानस हमें जीवन जीने की कला सिखाती है याद रहे संसार में कोई भी धर्म कितना भी अच्छा क्यों ना हो किंतु अपना धर्म ही सर्वश्रेष्ठ होता है, इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को अपने-अपने धर्म के अनुसार ही जीवन का निर्वाह करना चाहिए अन्यथा मानव जाति का आध्यात्मिक और सामाजिक पतन हो जाएगा।
भगवान श्री कृष्ण ने श्रीमद भगवत गीता में अर्जुन को माध्यम बनाकर स्पष्ट शब्दों में कहा है स्व धर्मे निधनं श्रेय: पर धर्मों भयावह! अर्थात हे अर्जुन स्वयं का धर्म ही सर्वश्रेष्ठ होता है दूसरों का धर्म तो भय और पीड़ा को देने वाला है इसलिए हम सभी को अपने-अपने धर्म का ही पालन करना चाहिए।
सनातन धर्म विश्व का सर्वाधिक प्राचीनतम धर्म है इसका प्रादुर्भाव ईश्वर के द्वारा हुआ है इसलिए इसे अपौरूषेय कहते हैं, सनातन धर्म के मानने वालों को तो इस पर विशेष ध्यान रखना चाहिए वे स्वयं अपने पूर्वजों के द्वारा दिखाए हुए मार्ग पर चलें और आने वाली पीढ़ी को भी उस पर चलने के लिए प्रेरणा प्रदान करनी चाहिए।
इस अवसर पर राजकुमार साहू, भीम कुमार साहू,गुलाब साहू,दिलीप साहू, मदन साहू, मनरखन चंद्राकर, अभय राम साहू, विजय वैष्णव ,सोमेश साहू, लक्ष्मण दास मानिकपुरी, प्रमोद साहू, धनेश्वर साहू ,डॉक्टर कोमल वैष्णव भूषण ठेठवार ,मोनू साहू, यश पांडे, दुकालू राम यादव, संतोष देवांगन ,लाला वर्मा, सुमित तिवारी, पुष्पराज कन्नौजे, जितेंद्र साहू, सहदेव यादव सहित अनेक गणमान्य जन उपस्थित थे संचालन विष्णु वैष्णव ने किया पूजा मानस समाज चिरकोल, महासमुंद की शानदार प्रस्तुति ने लोगों को खूब रिझाया।