महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 8 जनवरी। शासकीयकरण की मांग को लेकर प्रदेश पंचायत सचिव पिछले 13 दिन से धरने पर बैठे हुए हैं। प्रदेश पंचायत सचिव संगठन सरकार से अपनी मांगे मनवाने के लिए 20 दिन के कार्यक्रम का ब्योरा जारी किया है, इसमें भैंस के आगे बीन बजाना भी शामिल है।
प्रदेश पंचायत सचिव संगठन ने प्रस्तावित कार्यक्रम की रूपरेखा के अनुसार सभी ब्लॉक अध्यक्ष एवं जिला अध्यक्षों को क्रियान्वयन के लिए भेज दिया है। पंचायत सचिव 8 जनवरी को प्रत्येक धरना स्थल में भीख मांगकर धन संग्रहण करेंगे। इसके बाद छत्तीसगढ़ शासन को धन दान करेंगे। इसका आयोजन प्रदेश के सभी जिला और ब्लॉक मु्ख्यालयों में होगा। महासमुन्द जिला मुख्यालय में धरने पर बैठे पंचायत सचिव भी धरना स्थल पर भीख मांगकर धन संग्रहण करने के बाद राज्य शासन को भेजने के लिए कलेक्टर को सौपेंगे। पंचायत सचिव अपनी मांगों से आम लोगों को जोडऩे और उनका समर्थन पाने के लिए सोशल मीडिया का भी सहारा लेंगे। सचिव सभी कार्यक्रम का वीडिया और तस्वीरें सोशल मीडिया में पोस्ट करेंगे। साथ ही पत्र लिखकर सीएम को भेजकर मांगों को पूरा करने की अपील करेंगे।
कार्यक्रम अनुसार कल 9 जनवरी को सभी ब्लॉक मुख्यालय में हल्ला बोल कार्यक्रम के अन्तर्गत थाली,नगाड़ा, टीपा बजाकर हल्ला करेंगे। 11 जनवरी को प्रदेश के सभी धरना स्थल में सरकार को नींद से जगाने के लिए भैंस लाकर उनके सामने बिन बजाएंगे। 12 जनवरी को प्रदेश में सभी धरना स्थल पर पंचायत सचिव मांगों को पूरा करने क्रमिक भूख हड़ताल शुरू करेंगे। 20-21 जनवरी को प्रान्त स्तर पर धरना स्थल बूढा तालाब में भूख हड़ताल करेंगे। 24-25 जनवरी को राजधानी रायपुर के धरना स्थल से परिवार सहित जंगी रैली के माध्यम से मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेंगे और 26 जनवरी को प्रदेश के सभी पंचायत सचिवों राजधानी रायपुर में धरना-प्रदर्शन करेंगे।