महासमुन्द

पुलिस पर पथराव, नर्रा के ग्रामीणों पर हल्का लाठी चार्ज-आंसू गैस के गोले भी
09-Feb-2021 4:32 PM
पुलिस पर पथराव, नर्रा के ग्रामीणों पर हल्का लाठी चार्ज-आंसू गैस के गोले भी

आज सुबह कोमाखान में पुलिस का फ्लैग मार्च हुआ, बड़ी तादात में अब भी पुलिस बल तैनात 

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 9 फरवरी।
सोमवार को लाठी चार्ज की घटना के बाद आज सुबह कोमाखान में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया। आज भी सुबह से ही कोमाखान थाने में भारी तादात में पुलिस बल तैनात हंैं। एसपी प्रफुल्ल ठाकुर जिला मुख्यालय से कोमाखान थाना क्षेत्र की गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं। 

ज्ञात हो कि पिछले साल 30 सितम्बर की रात पुलिस पार्टी पर हमला करने वाले तीन युवकों की गिरफ्तारी के विरोध में ग्राम नर्रा के ग्रामीणों ने सोमवार को भी कोमाखान थाने का घेराव किया। घेराव की जानकारी मिलते ही पुलिस ने कांदाझरी नदी के पास ही बैरीकेड लगाकर ग्रामीणों को रोक दिया। ग्रामीणों ने यहां तीन से चार घंटे तक जमकर नारेबाजी की। इस बीच पुलिस ने प्रतिनिधियों के साथ चर्चा भी की लेकिन ग्रामीण युवकों की रिहाई को लेकर डटे रहे। आखिरकार मांगें नहीं माने जाने पर ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। मामला इतना बढ़ गया कि पुलिस को आंसू गैस के गोले भी छोडऩे पड़े। भीड़ को हटाने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा।

सुबह के साढ़े 10 बजे तक कोमाखान में बड़ी संख्या में  फोर्स तैनात हंै। यहां महासमुन्द जिले के अलावा गरियाबंद से भी अतिरिक्त बल बुलाया गया है। सोमवार को मौके पर कलेक्टर डोमन सिंह, एसपी प्रफुल्ल कुमार ठाकुर,  एडीएम जोगेंदर नायक, एएसपी मेघा टेंभुरकर, गरियाबंद एएसपी सुखनंदन राठौर, एसडीएम बागबाहरा भागवत जायसवाल सहित आला अधिकारी मौजूद थे। 

गौरतलब है कि 30 सितम्बर को शराब और गांजा के आरोपियों को पकडऩे नर्रा गई पुलिस पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया था। इस दौरान कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे और तीन सरकारी वाहनों में तोडफ़ोड़ किया गया था। पुलिस पार्टी पर हमला और सरकारी गाडिय़ों में तोडफ़ोड़ के मामले में कोमाखान थाना में नर्रा के 7 लोगों के खिलाफ  अपराध दर्ज है। 

मामले में 5 फरवरी को 3 युवक जितेंद्र बेलदार, संजय पटेल और प्रीतम पटेल को गिरफ्तार किया गया था। ग्रामीण इसी बात का विरोध कर रहे हैं। इसी के विरोध में ग्रामीणों ने रविवार के खरियार रोड, कोमाखान और नर्रा.खट्टी मार्ग को अवरुद्ध किया था।
सोमवार को भी नर्रा  में सुबह 7 से 8 बजे की बीच ही कोमाखान थाने के घेराव को लेकर तैयारी शुरू होने लगी थी। घेराव की जानकारी मिलते ही पुलिस ने कांदाझरी नदी के पास बैरीकेडिंग कर दी थी। सुबह 11 से 12 बजे के बीच ग्रामीण करीब 12 ट्रैक्टर और बाइक में कोमाखान पहुंचे। ग्रामीणों को समझाने का काफी प्रयास किया गया। ग्रामीणों के प्रतिनिधि मंडल से एडिशनल एसपी मेघा टेम्भुरकर, एसडीओपी सहित अन्य अधिकारियों ने चर्चा की। दोपहर 3.30 बजे के आसपास ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े साथ ही हल्का बल प्रयोग भी किया। कोमाखान में बड़ी संख्या में पुलिस बल अभी भी तैनात कर दिया गया हैं।

इस मामले में पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर का कहना है कि भीड़ ने आक्रोशित होकर पुलिस पर पथराव किया। पथराव में 30 से अधिक पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं। घटना के बाद पुलिस ने ग्रामीणों को हटाने के लिए हल्का बल प्रयोग किया है। मौके पर महासमुन्द जिले की पुलिस के अलावा, 20 बटालियन का बल और गरियाबंद की टीम भी मौजूद है। 

एडिशनल एसपी मेघा टेंभुरकर साहू ने बताया कि कोई भी अप्रिय घटना न हो इसके लिए रातभर बल तैनात रहा। आज सुबह नर्रा में फ्लैग मार्च भी किया गया। इसी मामले में नर्रा के सरपंच गोपाल पटेल का कहना है कि आंदोलन के वक्त ग्रामीण भूखे-प्यासे थे। इसलिए मैं सभी के लिए मुर्रा मिक्चर लेने के लिए कोमाखान गया था। वहां से जब लौटा तो लाठी चार्ज हो चुका था और भीड़ तितर-बितर हो गई थी।
 

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