महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 11 फरवरी। आम आदमी पार्टी ने महासमुन्द कलेक्टर को लिखित में शिकायत कर शासन को जो 50 लाख रुपए की क्षति हुई है उसकी वसूली प्लेसमेंट एजेंसी से वसूलने तथा जिला आबकारी अधिकारी को निलंबित कर कार्यवाही कर ने की मांग की है। साथ ही मदिरा दुकान में काम करने वाले कर्मचारियों की पुलिस वेरिफिकेशन करवा कर स्थानीय लोगों को रखने तथा भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृति ना हो इसके लिए सुरक्षा की मांग, दोषियों पर कार्रवाई कर जेल भेजने की मांग की है।
आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र चन्द्राकर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि विगत दिनों महासमुन्द मदिरालय में लगी आग में षड्यंत्र की बू आ रही है। इसमें कहानी बनाई गई है कि दो गुटों में मारपीट हुई और किसी ने मदिरा गोदाम में आग लगा दी। जबकि वहां प्लेसमेंट एजेंसी के कर्मचारी उपस्थित थे तथा सुरक्षा कर्मचारी भी तैनात थे इसके बावजूद किसी ने यह नहीं देखा की आग किसने लगाई।
जबकि सभी खड़े होकर तमाशा देख रहे थे। जिस दुकान में आग लगी है उसमें पूर्व में भी आगजनी की घटना हो चुकी है और तब भी वहां लाखों रुपयों की धांधली हुई है। यह कैसे मान लिया जाए कि उपद्रवियों के द्वारा इस घटना को अंजाम दिया गया है। जिला आबकारी द्वारा वहां पर लगभग 50 लाख का स्टॉक होना बताया गया है और इतनी तादात में इतने छोटे से कमरे में शराब रखना असंभव सा लग रहा है। जिस तरीके से मलबा वहां दिखाई दे रहा है वह साफ. साफ यह बताता है कि वहां 50 लाख का माल नहीं था।
शअरी चंद्राकर का कहना है कि यहां घटित घटना के सबूतों को मिटाया जा रहा है। जब एफ आई आर दर्ज कर जांच नहीं हुई थी तो वहां पर जेसीबी लगाकर जल्दबाजी में मलबे को हटाया जा रहा था। सारा खेल अवैध शराब के धंधे को छुपाने एवं मदिरा के शार्टेज को छुपाने के लिए रचा गया हैजिसमें जिला आबकारी अधिकारी की संलिप्तता है जो कि संदेह के दायरे में है। आप पार्टी के पदाधिकारी अभिषेक जैन ने भी कहा है कि इस मदिरा दुकान में शुरू से ही शिकायतों का अंबार रहा है।
यहां काम करने वाले वर्कर बिहारी हैं। ओवर रेट, पानी मिलाने की शिकायत, धांधली निरंतर जारी है।