बलौदा बाजार
![बलौदाबाजार में पहली बार हुई पीएससी की परीक्षा बलौदाबाजार में पहली बार हुई पीएससी की परीक्षा](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/1613392753_02.jpg)
नरवा, गरुवा, घुरवा व बाड़ी के सवाल पर खुश हुए परीक्षार्थी, गणित में उलझे
2270 ने दी पीएससी की प्री परीक्षा, इससे पहले बिलासपुर, रायपुर व रायगढ़ जाते थे परीक्षार्थ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 15 फरवरी। बलौदाबाजार जिले में पहली बार रविवार को सीजी पीएससी की प्री परीक्षा हुई, जिसमें 2270 परीक्षार्थी शामिल हुए। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने नए 12 जिलों में से केवल एक बलौदाबाजार जिले को ही राज्य का 17वां परीक्षा केंद्र बनाया था। इससे जिले के परीक्षार्थियों को बड़ी राहत मिली है। इससे पहले पीएससी परीक्षा दिलाने युवाओं को लंबा सफर तय कर बिलासपुर, रायपुर व रायगढ़ जाना पड़ता था, जिससे उन्हें आर्थिक तथा मानसिक परेशानियां झेलनी पड़ती थी। परीक्षार्थियों ने कहा परीक्षा में नरवा, गरुवा, घुरवा व बाड़ी के संबंध में पूछे गए सवाल सरल थे, वहीं गणित के प्रश्न कठिन थे।
पीएससी की परीक्षा दिलाने वाले जिले के सैकड़ों अभ्यर्थियों को इस बार लंबा सफर तय नहीं करना पड़ा, जिससे उन्हें राहत तो मिली, लेकिन परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों को लेकर अभ्यर्थी परेशान दिखे। कुछ परीक्षार्थियों ने कहा कि जिनकी तैयारी अच्छी थी उनके लिए पर्चा सरल रहा। वहीं गणित में कमजोर परीक्षार्थियों को ज्यादा परेशानी हुई, क्योंकि संख्यात्मक सवाल घुमावदार थे।
परीक्षार्थी पुष्पेन्द्र यादव, अंकुश वर्मा, मीना वर्मा, दुर्गारानी वर्मा, योगेश्वरी सोनी, दीपक यदु का कहना है कि परीक्षा में छत्तीसगढ़ की पुरूष साक्षरता दर, गोधन न्याय योजना, नरवा, गरवा, घुरुवा, बाड़ी, हलषष्ठी त्योहार क्यों मनाया जाता है तथा बिलासपुर में हर साल होने वाले चर्चित राउत नाचा के संबंध में सवाल पूछे गए थे, जो अभ्यर्थियों को सरल लगे तो वहीं तार्किक गणित, रिश्तेदारी संबंधी तथा सामान्य अध्ययन में कई कठिन प्रश्न भी पूछे गए थे।
318 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे: जिले के 8 केंद्रों में कोरोना गाइडलाइन के अनुसार पीएससी परीक्षा का आयोजन किया गया। परीक्षा दो पालियों में हुई। पहली पाली सुबह 10 से 12 बजे सामान्य अध्ययन तथा दूसरी पाली में दोपहर 3 से 5 बजे तक एप्टीट्यूड टेस्ट की परीक्षा हुई। राज्य सेवा परीक्षा 2020 की प्रारंभिक परीक्षा के सफल संचालन के लिए तैयारियां पहले ही पूरी कर ली गई थी। परीक्षा में 318 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।
जिले में बनाए गए थे 8 परीक्षा सेंटर
परीक्षा के सफल संचालन के लिए डिप्टी कलेक्टर आरके ध्रुव को नोडल अधिकारी बनाया गया था। परीक्षा के संबंध में नोडल अधिकारी ने बताया कि जिले में पहली बार 8 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। बलौदाबाजार जिला मुख्यालय में 5, लवन में 1, पलारी में 1 एवं अर्जुनी में 1 परीक्षा केंद्र थे। बलौदाबाजार में दाऊ कल्याण पीजी कॉलेज, शासकीय मिनी माता गर्ल्स कालेज, शासकीय चक्रपाणि शुक्ल बहुउद्देश्यीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, पंडित लक्ष्मी प्रसाद तिवारी शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एवं ग्राम सकरी में स्थित आईटी आई को परीक्षा केंद्र बनाया गया था।लवन नगर में शासकीय कॉलेज, पलारी नगर में शासकीय बृजलाल वर्मा कॉलेज एवं ग्राम पंचायत अर्जुनी में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय शामिल थे।
दिव्यांग को अलग बिठाकर सह लेखक की सुविधा दी
कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने सुबह परीक्षा केंद्र डीके कॉलेज और पंडित चक्रपाणि स्कूल का निरीक्षण किया। वे इन केंद्रों में परीक्षार्थियों के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कलेक्टर ने पंडित चक्रपाणि स्कूल में परीक्षा दे रहे नेत्र से दिव्यांग परीक्षार्थी से भी मुलाकात कर सुविधाओं की जानकारी ली। लोक सेवा आयोग के निर्देशानुसार दिव्यांग को अलग से कमरे में बिठाकर सह-लेखक की सुविधा दी गई थी।