बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 2 अप्रैल। जिले का एकमात्र कई विशेष आकृतियों वाला अंग्रेजों के जमाने का बना पुल आखिरकार मरम्मत के आखिरी चरण में पहुंच चुका है। नहर में पानी छोड़े जाने पर पुल में लीकेज की समस्या आने से जल संसाधन विभाग की ओर से मरम्मत कार्य लगभग दो माह पूर्व शुरू कराया गया था।
दरअसल बालोद जिले सहित दुर्ग व बेमेतरा जिले को को बेमेतरा जिले को पानी देने वाली जीवनदायिनी दुर्ग व बेमेतरा जिले तक जिस नहर के रास्ते पहुंचती हैं उसके बीच बालोद मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर दूरी पर एक पुल बना हुआ है। जो काफी पुराना होने के साथ ही पुल के मरम्मत की भी आवश्यकता थी। जल संसाधन विभाग उस पुल के मरम्मत हेतु शासन को स्टीमेट भेजा था। जहां शासन से स्वीकृति मिलने के बाद पुल में बने आकृतियों को बिना छेड़छाड़ किए मरम्मत कार्य शुरू किया गया।
मरम्मत कार्य की शुरुआत से लेकर मार्च माह तक तांदुला से बीएसपी को पानी नहीं दिया गया। लेकिन जब पुल का मरम्मत कार्य आखिरी चरण में पहुंचा चरण में पहुंचा तो बीएसपी के लिए अब पानी छोड़ दिया गया है। इसके अलावा बालोद जिले सहित दुर्ग व बेमेतरा जिले में निस्तारी के लिए तादुला जलाशय से पानी छोड़ दिया गया है पुल मरम्मत कार्य पूर्ण के बाद प्रतिदिन 600 क्यूसेक पानी तादूला जलाशय से छोड़ा जा रहा है ताकि गर्मी के मौसम में पेयजल व निस्तारी की समस्या न हो आपको बता दें कि अप्रैल माह तक तांदुला से निस्तारी हेतु लगातार पानी दिया जाएगा।