गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
छुरा, 1 जून। आईएसबीएम विश्वविद्यालय के कला एवं मानविकी संकाय द्वारा कोरोना का समाधान, जनजागरूकता और टीकाकरण विषय पर एक दिवसीय जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि महासमुंद लोकसभा क्षेत्र के सांसद चुन्नीलाल साहू थे। उन्होंने कहा कि शिक्षा को स्वास्थ्य से जोडऩे की आवश्यकता है। शिक्षा के अभाव के विशेष तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों मेें कोविड को लेकर बहुत से भ्रम की स्थिति निर्मित हो गई हैं, ऐसे भ्रम को दूर करने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित कार्यक्रम मिल का पत्थर साबित होगा। प्रदेश के अन्य शिक्षण संस्थाओं के लिए आईएसबीएम विश्वविद्यालय प्रेरणा का कार्य करेगा।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ.एन. आर. नवरत्ना, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला गरियाबंद ने कहा कि कोविड से बचाव का एक मात्र मूलमंत्र हैं, टीकाकरण और कोविड नियमों का पालन। आपने लोगों को विश्वास दिलाया कि, बहुत अधिक भयभीत होने की जरूरत नहीं है। अगर तीसरी लहर भी आती हैं तो हमने उसकी तैयारी अभी से शुरू कर दिया है।
उन्होंने लोगों से आव्हान किया कि लोग घरों से बाहर आएं और जांच कराए एवं समय पर टीकाकरण कराएं। मीडिया से भी अपील करते हुए कहा कि नाकारात्मक खबरों को बहुत अधिक मात्रा में प्रकाशित एवं प्रचारित न करें, इससे लोगों के मन में भय का वातावरण ने निर्मित होता हैं। आंकड़ों के माध्यम से भरोसा दिलाया कि गरियाबंद जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को कोई कमी नहीं है, बर्शेते लोग समय पर उपचार हेतु स्वास्थ्य केन्द्र तक पहुंचे। साथ ही कार्यक्रम में जुड़े डॉ. कीर्ति तिवारी वरिष्ठ प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष अंग्रेजी विभाग छत्तीसगढ़ महाविद्यालय रायपुर तथा प्रो.अश्विनी साहू फार्मेसी विभाग के प्रश्नों के उत्तर देते हुए कहा कि, टीकाकरण के बीच का अंतराल का निर्धारण वैज्ञानिकों द्वारा किया जाता है, टीकाकरण के बाद भी कोविड नियमों का पालन आवश्यक हैं।
डॉ.एस.पी.प्रजापति, विकासखंड चिकित्सक अधिकारी छुरा ने कहा कि कोविड के साथ-साथ ब्लैक फंग्स से भी सावधान रहने की आवश्यकता है, थोड़े-थोड़े अंतराल में हाथ और चेहरे को साफ पानी से धोते रहना चाहिए। सामाजिक दूरी के साथ साथ मास्क का उपयोग करते रहे। शत प्रतिशत टीकाकरण के लिए लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है। इस प्रकार के कार्यक्रम लगातार होते रहना चाहिए।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आनंद महलवार ने कार्यक्रम के आरंभ में सही अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि, इस कोविड काल में भी विश्वविद्यालय ने अपने सामाजिक दायित्वों का पालन करते क्षेत्र के लोगों को मास्क एवं सैनिटाइजर का वितरण किया गया है एवं लोगों मे जनजागरूकता लाने के उद्देश्य से इस प्रकार के आयोजन किया जा रहा है।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ.बी.पी.भोल ने कहा कि कोरोना विश्वव्यापी स्वास्थ्य समस्या है, जिसका उपचार का एक साधन टीकाकरण एवं कोरोना के नियमों का पालन करना है। वायरस हमेशा क्रियाशील होता हैं, हमें सतर्क रहने की आवश्यकता है। कार्यक्रम के अध्यक्षता कर रहे डॉ.एन.के.स्वामी ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ.विनय अग्रवाल ने जनजागरूकता कार्यक्रम के आयोजन के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमें अपनी सुरक्षा स्वयं करते हुए, सावधानी पूर्वक जीवन व्यतीत करें। घर पर रहे, सुरक्षित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन संयोजक डॉ.भूपेन्द्र कुमार साहू ने किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से नेपाल से शिक्षाविद कृष्ण प्रसाद ग्यावली एवं डॉ.रीना मजूमदार, प्राचार्य शासकीय महाविद्यालय खुर्सीपार, भिलाई जिला दुर्ग तथा विश्वविद्यालय के प्राध्यापक, कर्मचारी, विद्यार्थी एवं क्षेत्र के नागरिक जुड़े हुए थे।