गरियाबंद
नवापारा राजिम, 19 जून। रायपुर जिला ग्रामीण के आर्थिक प्रकोष्ठ संयोजक विजय गोयल द्वारा राज्य सरकार के ढाई वर्ष पूर्ण होने पर प्रेस विज्ञप्ति जारी कर आरोप लगाया है कि वर्तमान सरकार ने ढाई वर्षों में प्रदेश की जनता को कर्ज के रूप में एक मकड़ जाल में फंसा कर रख दिया है।
गोयल ने बताया कि कांग्रेस सरकार द्वारा 18 दिसंबर से 23 फरवरी तक 36170 करोड़ का कर्ज ले चुकी थी। सरकार ने प्रति व्यक्ति आय नहीं प्रति व्यक्ति कर्ज बढ़ा दिया है। वर्तमान में 18 हजार करोड़ रु. यानी कुल 3 वर्षों में लगभग 54 हजार करोड़। अर्थात प्रति माह 1500 करोड़, प्रति दिन 50 करोड़ प्रति घंटे 2 करोड़ प्रति मिनट 3.5 लाख रुपए है। भाजपा सरकार द्वारा 15 वर्षों (180 महीने) में कर्ज लगभग 33 हजार करोड़ था, जबकि इसमें 9 हजार करोड़ तो जोगी सरकार के समय का था। कांग्रेस सरकार द्वारा 26 महीने में ही 36170 करोड़ का कर्ज ले कर प्रदेश की जनता को ही कर्ज में लाद दिया है। स्पष्ट है कि घर का मुखिया ही कर्ज में डूबा रहेगा तो बाकी को तो भुगतना ही पड़ेगा।
श्री गोयल ने वर्तमान सरकार के ऊपर आरोप लगाते हुए आगे कहा कि कोविड काल में आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों, छोटे छोटे व्यापारियों को सहयोग की कोई पहल नहीं की गई। इसी तरह छत्तीसगढ़ में वर्तमान में चल रहे लघु एवं मध्यम उद्योगों की हालत चिंता जनक है। राज्य सरकार के विभिन्न उपक्रमों द्वारा राज्य के उद्योगों से सामान क्रय करने के बजाय राज्य के बाहरी उद्योगों को महत्व दिया गया, जिसकी वजह से राज्य के उद्योगों को आर्थिक संकट से गुजरना पड़ रहा है। स्थानीय उद्योगों में युवाओं को नौकरी मिलना तो दूर की बात उन्हें, बेरोजगारी भत्ता,1500 रुपए प्रति माह देने का वादा था उसका भी ढाई वर्ष बीत जाने के बाद भी आता पता नही है।
उल्टा घर-घर शराब पहुंच सेवा में युवा वर्ग भी नशे का आदि होता जा रहा है, ऑनलाइन शराब खरीद कर ब्लेक में शराब बेच रही है।