गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
छुरा, 22 जून। प्रदेश में उच्च शिक्षा में छात्रों की रुचि बढ़ाने और जन सामान्य मे उच्च शिक्षा के प्रति जागरुकता लाने के उद्देश्य से आईएसबीएम विश्वविद्यालय ने उच्च शिक्षा तुहर द्वार नाम से एक अनुठा जन जागरूकता अभियान चलाया है, जिसमें आईएसबीएम विश्वविद्यालय के प्राद्यापक एवं स्टाफ गांवों और कस्बो में पहुंच कर उच्च शिक्षा के महत्व एवं फायदों के बारे में लोगों तक जानकारी पहुंचा रहे है।
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.आनंद महलवार ने बताया कि करोना महामारी में कैरियर मार्गदर्शन के लिए यह विश्वविद्यालय की एक बेहतरीन पहल है, छत्तीसगढ़ में खासकर ग्रामीण अंचल के लोग उच्च शिक्षा में रुचि कम लेते है या वित्तिय वजहो से उनकी पढ़ाई रुक जाती है। ऐसे में आईएसबीएम विश्वविद्यालय उन्हे पुन: उच्च शिक्षा के मुख्यधारा से जोड़ कर सराहनीय प्रयास कर रहा है। इस जागरुकता अभियान की शुरुवात आईएसबीएम विश्वविद्यालय के कुलसचिव ने हरी झंडी दिखाकर की। आईएसबीएम विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ.बीपी भोल ने बताया कि आईएसबीएम विश्वविद्यालय शिक्षा की गुणवत्ता एवं उसके प्रचार प्रसार के लिये कटिबद्ध है। यह एक उत्तम प्रयास है। समय-समय पर इस तरह के जागरुकता अभियान के माध्यम से आईएसबीएम विश्वविद्यालय शिक्षा को प्रोत्साहित करता रहेगा। इस अवसर पर आईएसबीएम विश्वविद्यालय के डीन डॉ. एन के स्वामी ने विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों को इस जन जागरुक्ता अभियान के लिये शुभकामनाएं दी।
डॉ.एन के स्वामी यह भी बताया कि इस अभियान में कोविड के सभी नियमों का पालन किया जाएगा और प्राध्यापकों में से डायमंड साहू, लक्ष्मीकांत सिन्हा, महेंद्र सोनकर और खेमराज चंद्राकर इस मुहिम का नेतृत्व करेंगे। इस मुहिम में प्राध्यापकों द्वारा विद्यार्थियों को कैरियर मार्गदर्शन के साथ साथ युनिवर्सिटी द्वारा चलाये जा रहे पाठ्यक्रमों में भी बताया जाएगा।