बालोद
दूसरी बार पीएम के लिए भेजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 13 जुलाई। बेटी की मौत के बाद शरीर पर चोंट के निशान को देखकर उसकी मां के आवेदन के बाद 52 दिन बाद दफन शव को दूसरी बार निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए रायपुर के अंबेडकर अस्पताल भेजा गया।
मामला सूरेगांव थानाक्षेत्र के मुडख़ुसरा गांव का है। जहां 28 वर्षीय नर्स गामीन्ता साहू की 20 मई को संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई थी। जिसके बाद 21 मई को पोस्टमार्टम कर शव को जलाने के बजाय दफना दिया गया था। मृतिका के मायके पक्ष वालों को आशंकी थी कि उनकी मौत सामान्य नहीं बल्कि उनकी हत्या की गई है। जिसको लेकर मृतिका की मां सहित मायके पक्ष वालों ने नये सिरे से पोस्टमार्टम कर जांच के लिए आवेदन किया था। जिसके बाद डौण्डीलोहारा एसडीएम ने नायब तहसीलदार को न्यायिक मजिस्ट्रेट नियुक्त किया, और सोमवार को 52 दिन बाद नायब तहसीलदार, डीएसपी व परिजनों की मौजूदगी में शव को निकालकर रायपुर मेडिकल कॉलेज पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
मां ने लगाया आरोप
मृतिका गामीन्ता की मां का आरोप है कि उनका दामादआर्मी जवान है, जिसका भिलाई के किसी महिला के साथ अवैध संबंध है। जब भी वह घर आता था, तो गामीन्ता के साथ मारपीट कर उसे प्रताडि़त करता था। यही कारण है कि मायके पक्ष वालों ने सवाल खड़े किये और आखिरकार नये सिरे से जांच के लिए कवायद शुरू की गई।