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चाकूबाजी और गाली गलौच मामले में काउंटर रिपोर्ट दर्ज करने की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 11 फरवरी। दलदली रोड स्थित शराब दुकान में आगजनी, चाकूबाजी और गाली गलौच मामले में कोतवाली में काउंटर रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की जा रही है।
कोतवाली पुलिस पर आरोप है कि आगजनी मामले में अब तक उनकी कार्रवाही और छानबीन शून्य है और जिन चार लोगों के खिलाफ जानलेवा हमले का आरोप दर्ज है, उन पर भी हमले हुए हैं और प्रार्थी अरुण हियाल पर आरोप दर्ज करने की मांग की जा रही है।
छत्तीसगढ़ समाचार में प्रकाशित खबर के बाद धीरज सरफराज ने फोन पर बताया कि पुलिस को शराब दुकान में घटित घटना की जानकारी खुद मैंने पुलिस को दी थी। शराब दुकान के बाहर सुपरवाइजर मनीष विदानी और अंसुल साहू को पीटा जा रहा था उस वक्त मैं उन्हें बचाने गया था। मेरे लोगों ने दुकान में आग लगाकर भागते कुछ लोगों को देखा है लेकिन पुलिस उनकी बात नहीं मान रही है।
इस पूरे मामले में आबकारी विभाग एकदम चुप है। पचास लाख रुपए के शराब जल जाने के बाद भी आबकारी अधिकारी की ओर से केवल मामला दर्ज करवाने सम्बंधी कार्रवाई हुई है। उन्होंने 9 फरवरी को दोपहर 2 बजे कोतवाली में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।
पुलिस ने आबकारी उपनिरीक्षक मधुकर श्याम हरित की रिपोर्ट पर शराब दुकान के बगल में अंग्रेजी शराब भंण्डार कक्ष में अज्ञात असामाजिक तत्वों द्वारा आग लगाने से कमरे में रखे अंग्रेजी शराब कीमती 47 लाख 66 हजार 580 रुपए जल जाने सम्बंधी धारा 436 से अपराध कायम कर कार्यवाही विवेचना में लिया है।
ज्ञात हो कि प्रार्थी अरुण हियाल की रिपोर्ट पर इस मामले में कोतवाली में 8 फरवरी को दोपहर 2.40 बजे सोनू यादव, गोलू खान, अंसुल साहू और धीरज सरफराज के खिलाफ धारा 294, 323, 506ख और 34 धारा दर्ज कर मामले की विवेचना सुरू की है। जबकि धीरज सरफराज का कहना है कि शराब दुकान के सुपर वाइजर और अन्य पर हुए हमले में वे बचाव के लिए पहुंचे थे।
घटना की रात लगभग 8 बजे वे उसी रास्ते अपने निवास की ओर लौट रहे थे तो शराब दुकान के सामने भीड़ देखकर उन्होंने ही पुलिस को इसकी सूचना दी।
तब शराब दुकान के बाहर अरुण हियाल और उसके साथी शराब दुकान के सुपरवाइजर और अंसुल साहू को पीट रहे थे। इस मामले में अरुण हियाल और उसके साथी भी आरोपी हैं। धीरज का कहना है कि इस मामले में काउंटर रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की जाएगी।
वित्त विभाग ने जताई सहमति
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 11 फरवरी। महासमुन्द में खुलने जा रही नवीन मेडिकल कॉलेज में स्वीकृत पदों का विभागवार विभाजन किया गया है। राज्य शासन से मिली स्वीकृति पर वित्त विभाग ने सहमति जताई है। संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि महासमुन्द में नवीन मेडिकल कॉलेज स्थापना की प्रक्रिया में तेजी आ रही है।
श्री चंद्राकर ने बताया कि मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए वे लगातार प्रयासरत रहे हैं और शासन.प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराते रहे हैं। 325 करोड़ की लागत से सर्वसुविधायुक्त मेडिकल कॉलेज का निर्माण होना है। मेडिकल कॉलेज के लिए पहली किश्त भी जारी होने के साथ ही सेटअप व मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थियों के प्रशिक्षण के लिए हॉस्पिटल का निर्धारण भी हो गया है। अनुपूरक बजट में भी राशि का प्रावधान किया गया है।
उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज के लिए अनुपूरक बजट में प्रावधान हो जाने से मेडिकल कॉलेज भवन निर्माण में किसी प्रकार का व्यवधान नहीं आएगा। शासन स्तर से मेडिकल कॉलेज को व्यवस्थित रूप से संचालित करने पूरा सहयोग प्रदान किया जा रहा है। इसी तारतम्य में बीते 6 फरवरी 2021 को राज्य शासन ने नवीन स्थापित शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय महासमुन्द के लिए चिकित्सा शिक्षक संवर्ग के स्वीकृत पदों का विभागवार विभाजन किया है। जिसके तहत अधिष्ठाता के एक पद सहित प्राध्यापक के सात पदों में एनाटामी, फिजियोलाजी, बायोकेमेस्ट्री, शिशुरोग, जनरल मेडिसिन, जनरल सर्जरी व प्रसूति एवं स्त्रीरोग के एक.एक पद शामिल हैं। इसी तरह सह प्राध्यापक 14 पदों में एनाटामी, फिजियोलाजी, बायोकेमेस्ट्री, फार्माकोलाजी, पैथोलाजी, माइक्रोबायोलाजी शिशु रोग जनरल सर्जरी, अस्थि रोगए प्रसूति एवं स्त्री रोग, निश्चेतना व रेडियोडाग्नोसिस के एक.एक पद तथा जनरल मेडिसिन के दो पद हैं।
संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने बताया कि महासमुन्द में मेडिकल कॉलेज के लिए अनुपूरक बजट में करोड़ों रुपए की राशि का प्रावधान किया गया है। नवीन शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय महासमुन्द और कोरबा के लिए चिकित्सकीय उपकरण क्रय के लिए 26 करोड़ तथा भवन निर्माण के लिए 4 करोड़ कुल 30करोड़ का प्रावधान किया है। वहीं महासमुन्द व कोरबा में नवीन पदों के सृजनए स्थापना व अन्य व्यय के लिए 324.60 लाख का प्रावधान किया गया है।
जिला स्तरीय कार्यशाला उद्यम समागम कल
महासमुन्द, 11 फरवरी। जिला मुख्यालय महासमुन्द के शंकराचार्य सांस्कृतिक भवन में जिला स्तरीय कार्यशाला उद्यम समागम का आयोजन कल गुरूवार 12 फरवरी को प्रात: 11 बजे से किया जाएगा। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वाणिज्य एवं उद्योग, वाणिज्यकर आबकारी एवं जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा होंगे।
विशिष्ट अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम के अध्यक्ष एवं बसना विधायक देवेन्द्र बहादुर सिंह, संसदीय सचिव एवं महासमुन्द विधायक विनोद चन्द्राकर, छत्तीसगढ़ राज्य अनुसूचित जनजाति प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं विधायक सरायपाली किस्मत लाल नंद, संसदीय सचिव एवं विधायक खल्लारी द्वारिकाधीश यादव, जिला पंचायत की अध्यक्ष उषा पटेल एवं जिला पंचायत के उपाध्यक्ष लक्ष्मण पटेल शामिल होंगे।
महासमुन्द, 11 फरवरी। रायपुर के एक होटल में अवार्ड नाईट ब्राइडल मेकअप प्रतियोिगता वर्कशॉप का आयोजन किया गया। जिसमें दो दिवसीय मेकअप वर्कशॉप में बेसिक से लेकर एडवांस मेकअप, मेकअप आर्टिस्ट अमृत कौर मथारू द्वारा सिखाया गया। वर्कशॉप का आयोजन एकता ठाकुर और वीरेंद्र पाटले द्वारा किया गया।
वर्कशॉप के अंतिम दिन मुख्य अतिथि के रुप में मिसेज एशिया 2018 सोनिया स्वर्णकार ने प्रतिभागियों के मेकअप और ड्रेस के आधार पर पुरस्कृत किया। प्रतियोगिता में महासमुन्द शंकर नगर स्थित रानी ब्यूटी पार्लर की संचालिका ममता तंबोली को प्रथम पुरस्कार मिला एवं द्वितीय नंबर पर रायपुर से शशि झाल एवं तृतीय नंबर पर नरेंद्र परमार रहे। सभी प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह देकर पुरस्कृत किया गया।
महासमुन्द, 11 फरवरी। जनपद पंचायत पिथौरा के ग्राम पंचायत धनोरा की सरपंच लक्ष्मी पटेल और ग्राम पंचायत सानटेमरी की सरपंच रंभा यादव दोनों पर मनरेगा कार्यों में रूचि न लेने, वित्तीय वर्ष 2020.21 में कराए जाने वाले कार्यों के प्रशासकीय स्वीकृत नहीं कराने आदि के कारण छत्तीसगढ़ पंचायत राज अधिनियम 1993 के तहत् दर्ज कराने की कार्यवाही की गई है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ. रवि मित्तल ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पिथौरा को पत्र लिखकर प्रकरण दर्ज कर कार्यवाही करने कहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 11 फरवरी। आम आदमी पार्टी ने महासमुन्द कलेक्टर को लिखित में शिकायत कर शासन को जो 50 लाख रुपए की क्षति हुई है उसकी वसूली प्लेसमेंट एजेंसी से वसूलने तथा जिला आबकारी अधिकारी को निलंबित कर कार्यवाही कर ने की मांग की है। साथ ही मदिरा दुकान में काम करने वाले कर्मचारियों की पुलिस वेरिफिकेशन करवा कर स्थानीय लोगों को रखने तथा भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृति ना हो इसके लिए सुरक्षा की मांग, दोषियों पर कार्रवाई कर जेल भेजने की मांग की है।
आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र चन्द्राकर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि विगत दिनों महासमुन्द मदिरालय में लगी आग में षड्यंत्र की बू आ रही है। इसमें कहानी बनाई गई है कि दो गुटों में मारपीट हुई और किसी ने मदिरा गोदाम में आग लगा दी। जबकि वहां प्लेसमेंट एजेंसी के कर्मचारी उपस्थित थे तथा सुरक्षा कर्मचारी भी तैनात थे इसके बावजूद किसी ने यह नहीं देखा की आग किसने लगाई।
जबकि सभी खड़े होकर तमाशा देख रहे थे। जिस दुकान में आग लगी है उसमें पूर्व में भी आगजनी की घटना हो चुकी है और तब भी वहां लाखों रुपयों की धांधली हुई है। यह कैसे मान लिया जाए कि उपद्रवियों के द्वारा इस घटना को अंजाम दिया गया है। जिला आबकारी द्वारा वहां पर लगभग 50 लाख का स्टॉक होना बताया गया है और इतनी तादात में इतने छोटे से कमरे में शराब रखना असंभव सा लग रहा है। जिस तरीके से मलबा वहां दिखाई दे रहा है वह साफ. साफ यह बताता है कि वहां 50 लाख का माल नहीं था।
शअरी चंद्राकर का कहना है कि यहां घटित घटना के सबूतों को मिटाया जा रहा है। जब एफ आई आर दर्ज कर जांच नहीं हुई थी तो वहां पर जेसीबी लगाकर जल्दबाजी में मलबे को हटाया जा रहा था। सारा खेल अवैध शराब के धंधे को छुपाने एवं मदिरा के शार्टेज को छुपाने के लिए रचा गया हैजिसमें जिला आबकारी अधिकारी की संलिप्तता है जो कि संदेह के दायरे में है। आप पार्टी के पदाधिकारी अभिषेक जैन ने भी कहा है कि इस मदिरा दुकान में शुरू से ही शिकायतों का अंबार रहा है।
यहां काम करने वाले वर्कर बिहारी हैं। ओवर रेट, पानी मिलाने की शिकायत, धांधली निरंतर जारी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 11 फरवरी। महासमुन्द के रेलवे स्टेशन में भी अब यात्रियों को फ्री वाई-फाई इंटरनेट की सुविधा मिलेगी। संबलपुर रेल मंडल की ओर से स्टेशन में वाई-फाई सिस्टम लगाकर इसे शुरु कर दिया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार स्टेशन के प्लेटफार्म 1 में सेवा के सुचारू संचालन के लिए वाई.फाई सिस्टम इंस्टॉल किया गया है। जिसकी रेंज स्टेशन में करीब पांच सौ मीटर होगी। इससे प्लेटफॉर्म 1 के साथ 2 में बैठे यात्री भी इसका लाभ उठा पाएंगे। जानकारी के मुताबिक वाई फाई सेवा केन्द्र सरकार की स्टेशन वाई-फाई योजना के तहत लगाया गया है।
इस सम्बंध में रेलवे के अफसरों ने बताया कि योजना के तहत सभी स्टेशनों को वाई-फाई सुविधा से कनेक्ट किया जा रहा है।
यह सेवा जिले के बड़े के साथ छोटे स्टेशनों में भी शुरू की जा रही है। इससे सफर के लिए ट्रेन की प्रतीक्षा कर रहे यात्री ट्रेन का लोकेशन लेने के साथ मनोरंजन कर पाएंगे। मालूम हो कि इस स्टेशन को वाई.फाई जोन बनाने के लिए मार्च में ही काम शुरू कर लिया गया था। लेकिन कोरोना संक्रमण काल में लॉकडाउन के कारण इसका लाभ यात्रियों को नहीं दिया जा सका था। उस दौरान रेलवे सेवा बंद थी। अब एक बार फिर से इसे यात्रियों के लिए शुरू कर दिया गया है।
महासमुन्द, 11 फरवरी। बसना जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत भंवरचुवा के ग्राम सचिव कपूरचंद ताण्डी को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉण् रवि मित्तल ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इस आशय के आदेश जारी कर दिए गए है।
श्री ताण्डी को शासकीय कार्यों में घोर लापरवाही बरतनें तथा जनपद पंचायतों के बैठकों में बिना सूचना के अनुपस्थित रहना तथा अन्य शासकीय कार्यों को शुरू न करने और आदेश निर्देश की अव्हेलना के कारण छत्त्सीगढ़ पंचायत सेवा अनुशासन तथा अपील नियम 1999 के नियम के तहत् तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। जारी निलंबन अवधि में कपूरचंद ताण्डी का मुख्यालय जिला पंचायत महासुन्द निर्धारित किया गया है तथा उन्हें निलंबन अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 11 फरवरी। जिले के कोटवारों को भी कोरोना का टीका लगाया जाएगा। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गई है। कलेक्टर ने इस सम्बंध में आवश्यक निर्देश दिए हैं।
बुधवार को कलेक्टोरेट में आयोजित समय.सीमा की बैठक में कलेक्टर ने कहा कि कोरोना को पूरी तरह जड़ से समाप्त करने के लिए कोविड टीकाकरण किया जा रहा है। द्वितीय चरण में राजस्व अमले के साथ अन्य विभाग के जिला अधिकारी-कर्मचारियों को टीकाकरण किया जा रहा है। राजस्व अमले में कोटावारों का भी टीकाकरण किया जाएगा। सभी सम्बंधित अधिकारी-कर्मचारी अपने नजदीकी टीकाकरण स्वास्थ्य केन्द्रों में टीकाकरण करा सकते हैं। सभी एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदारों को निर्देशित किया है कि वे अपने अधीनस्थ सभी अधिकारी-कर्मचारियों को टीकाकरण से अवगत कराएं और टीकाकरण के लिए प्रेरित करें। खासकर कोटवारों को इस सम्बंध में जरूर जानकारी दें।
(बैठक में कलेक्टर ने कहा कि जिले में अनुकंपा नियुक्ति के प्रकरणों के निराकरण के सम्बंध में शुक्रवार 12 फरवरी को अनुकंपा समिति की बैठक की जाए और रिक्त पद पर पात्र अनुकंपा नियुक्ति दी जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि नगरीय निकाय क्षेत्र में भीड़ वाले स्थानों पर या चौक-चौराहों में स्थापित बिजली के ट्रांसफॉमर्स को दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने की कार्रवाई की जाए ताकि घटना-दुर्घटना से बचा जा सके। कलेक्टर ने बैठक में कहा कि हर माह के द्वितीय शनिवार को कार्यालयों में अधिकारी-कर्मचारी चार-पांच कार्यालय में जाकर साफ-सफाई का अवलोकन भी करेंगे। कलेक्टर ने बारी-बारी से विभिन्न विभागों की समय-सीमा के लम्बित प्रकरणों एवं निराकरण के बारे में जानकारी ली।)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 11 फरवरी। कलेक्टर से शिकायत के बावजूद अब तक मजदूरों को भुगतान नहीं मिला है। शिकायत के 20 दिन बाद बरतियाभांठा के ग्रामीण बुधवार को दोपहर 2 बजे दोबारा कलेक्टर से मिलने पहुंचे।
ज्ञात हो कि बसना ब्लॉक के ग्राम बरतियाभांठा में कृषि विभाग द्वारा स्वीकृत स्टॉपडेम का निर्माण अप्रैल से मई 2020 में किया गया था। निर्माण कार्य पूरा होने के बावजूद अब तक अधिकांश मजदूरों को मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है। भुगतान नहीं होने से परेशान ग्रामीणों ने इसकी शिकायत कलेक्टर से की है।
ऐसा दूसरी बार हो रहा है। क्योंकि इसके पहले भी ग्रामीण शिकायत लेकर पहुंचे थे और उन्हें जल्द भुगतान का आश्वासन दिया गया था। लेकिन समय पर भुगतान नहीं होने पर ग्रामीण एक बार फिर से कलेक्टोरेट पहुंचकर भुगतान की गुहार लगाई है। कलेक्टोरेट पहुंचे ग्रामीण दुखुराम पटेल ने बताया कि मामले की शिकायत पूर्व में की गई थी। शिकायत के बाद कृषि विभाग के अफसरों ने 20 दिन में भुगतान का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक भुगतान नहीं किया गया है।
कलेक्टोरेट पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि इस पूरे मामले की शिकायत 3 सितम्बर 2020 को कलेक्टर से की गई थी। मजदूरोंं ने कलेक्टर के अलावा कृषि विभाग के अफसरों से भुगतान न होने की शिकायत दर्ज कराई थी। मजदूरों की शिकायत पर अफसरों ने उन्हें 20 दिन में भुगतान का आश्वासन दिया था। बावजूद इसके अब तक मजदूरों को भुगतान नहीं हुआ है और मजदूर लगातार विभागीय कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि निर्माण कार्य में बरतियाभांठा के अलावा अन्य गांव के मजदूर शामिल थे। इनकी संख्या 300 से अधिक थी। इसमें बरतियाभंाठा के 90 मजदूरों का करीब दो सप्ताह का भुगतान शेष है, जबकि खुसरुपाली से 100, परसापाली 100, झारबंद से 70 और उमरिया से 50 मजदूरों का चार माह से अधिक का मजदूरी भुगतान बकाया है।
महासमुन्द, 11 फरवरी। छत्तीसगढ़ राज्य लोक सेवा आयोग की प्रारम्भिक परीक्षा 2020 के आयोजन के लिए जिला कार्यालय के सभाकक्ष में केन्द्राध्यक्षों की बैठक गुरूवार 12 फरवरी को शाम 4 बजे से रखी गई है। बैठक में केन्द्राध्यक्षों को आवश्यक जानकारी के साथ निर्धारित समय पर उपस्थित होने को कहा गया है। जिले में राज्य लोक सेवा आयोग की प्रारम्भिक परीक्षा के लिए 13 केन्द्र बनाए गए हैं। इनमें शासकीय महाप्रभु वल्लभाचार्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय, विज्ञान भवन मचेवा, शासकीय माता कर्मा कन्या महाविद्यालय मचेवा, शासकीय आदर्श हायर सेकेण्डरी स्कूल महासमुन्द, शासकीय आशी बाई गोलछा आदर्श कन्या हायर सेकेण्डरी स्कूल महासमुन्द, शासकीय डीएमएस हायर सेकेण्डरी स्कूल महामसुन्द, शासकीय पॉलिटेक्निक बरोण्डाबाजार, वेडनर मेमोरियल हायर सेकेण्डरी स्कूल महासमुन्द , महर्षि विद्या मंदिर मचेवा, शिशु संस्कार हायर सेकेण्डरी स्कूल मिनी स्टेडियम के पास महामसुन्द, सरस्वती शिशु मंदिर हायर सेकेण्डरी स्कूल भलेसर रोड महासमुन्द, शांत्रीबाई कला, इंडियन कॉलेज ऑफ एजुकेशन बेलसोंडा महासमुन्द शामिल हैं।
धान को हाथी, चूहे और दीमक से बचाना चुनौती
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 11 फरवरी। महासमुन्द जिले के 138 धान खरीदी केंद्रों में धान को सुरक्षित रखना चुनौती बनी हुई है। इनमें से 114 केंद्र ऐसे हैं, जहां लिमिट से अधिक धान जाम है। कई केंद्र तो ऐसे हैं जहां क्षमता से 7 गुना ज्यादा धान स्टॉक कर रखा गया है।
धान खरीदी केंद्र सिंघी और पचरी में धान को चूहे और दीमक के बचाना चुनौती है। चर्चा है कि इन केंद्रों में रखरखाव में परेशानी होने के साथ ही धान जाम होने के कारण सूखत जैसी समस्या आने वाले दिनों में होगी और इसका खामियाजा समितियों को भुगतना पड़ेगा। जानकारी अनुसार धान खरीदी केंद्रों में चूहे भी धान को काफी नुकसान पहुंचा रहे हैं। जिले में हालात यह है कि 10 फरवरी की स्थिति में जिले के 138 खरीदी केंद्रों में 35.24 लाख क्विंटल धान जाम है।
मालूम हो कि जिले में 1 दिसम्बर से धान की खरीदी समर्थन मूल्य में शुरू हुई है। शासन, समिति, डीएमओ, जिला सेवा सहकारी समिति मर्यादित बैंक के एग्रीमेंट के अनुसार खरीदी के बाद 72 घंटे के भीतर धान का परिवहन किया जाना था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यही कारण है कि खरीदी के 72 दिन बीत जाने के बाद भी केंद्रों में 35.24 लाख क्विंटल धान का उठाव नहीं हो पाया है। जबकि नियमानुसार खरीदी के 72 घंटे के भीतर ही समितियों से धान का परिवहन शुरू हो जाना था। लिहाजा धान खरीदी केंद्र नरतोरा में खरीदी केंद्र की क्षमता 13 हजार क्विंटल है, जो बफर लिमिट है। वर्तमान में यहां 39 हजार क्विंटल से अधिक धान जाम है। इसी तरह जेराभरन केन्द्र की बफर लिमिट की क्षमता 2000 क्विंटल धान की है। वर्तमान में यहां 20 हजार 460 क्विंटल धान जाम है, जो क्षमता का 1028 फीसदी होता है। यहां हालात काफी बुरे हैं।
ग्राम गेर्रा टेमरी धान खरीदी केन्द्र की क्षमता 4000 क्विंटल है लेकिन यहां 34 हजार 490 क्विंटल धान का स्टॉक जमा है और उठाव नहीं हुआ है। इसी तरह सलखंड खरीदी केंद्र की बफर लिमिट क्षमता 4 हजार क्विंटल की है। यहां कुल 29716 क्विंटल धान जाम है, जो 703 फीसदी है। वहीं रोहिना खरीदी केंद्र की क्षमता भी 4 हजार क्विंटल की है, लेकिन इस केंद्र में 28 हजार 137 क्विंटल धान जाम है। खरीदी केन्द्र बेल्डीह की बफर लिमिट क्षमता 6834 है, लेकिन यहां 38 हजार 258 क्विंटल धान कल 10 फरवरी तक की स्थिति में जाम है। धान खरीदी केंद्र लहंगर में 10 हजार 749 क्विंटल धान जाम है। जबकि लहंगर सर्वाधिक हाथी प्रभावित गांव है। पिछले 10 दिनों में कई बार हाथी यहां पहुंचकर धान को नुकसान पहुंचा चुके हैं। इसकी जानकारी विभागीय अधिकारियों को भी है।
इस मामले में अधिकारी कहते हैं कि फड़ के लिए केंद्रों से जब धान का उठाव किया जाता है तो सम्बंधित को टीओ जारी किया जाता है। इसके लिए सेंट्रलाइज्ड सिस्टम तैयार किया गया है जो एनआईसी व डीएमओ के स्तर पर जारी होता है। जब मिल के लिए केंद्रों से धान का उठाव करना होता है तो डीओ जारी किया जाता है। यह भी शासन व डीएमओ के स्तर से जारी होता है। राइस मिलर्स ऑर्डर मिलने के बाद ही केंद्रों से धान का उठाव कर सकते हैं। जिले में धान खरीदी के लिए कुल 138 केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों में ही किसानों का धान समर्थन मूल्य पर खरीदा जाता है।
डीएमओ अनिल जोशी कहते हैं कि वर्तमान में 60 प्रतिशत धान का उठाव हो चुका है। हमारे पास समितियों में जमा धान से सम्बंधित कोई ऐसी कोई शिकायत नहीं आई है।
शासन से 17 लाख क्विंटल धान समिति में ही रखने का आदेश आया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 11 फरवरी। वन परिक्षेत्र अंतर्गत खपराखोल बुंदेली मुख्य मार्ग पर आज सुबह एक चीतल शावक की कुत्तों के काट देने से मौत हो गई। सूचना के बाद वन अधिकारियों ने मृत चीतल का पोस्टमार्टम करवा कर उसका अंतिम संस्कार करवा दिया है।
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार की सुबह एक मादा चीतल अपने कुछ शावकों के साथ घास चरने सडक़ के आसपास घूम रही थी। इस बीच ग्राम खपराखोल के कुछ आवारा कुत्तों की नजर चीतल के झुंड पर पड़ी। इन्हें देखते कुत्ते चीतल को दौड़ाने लगे। कुत्तों के भौंकने और दौड़ाने से चीतल भागने लगे। परन्तु एक शावक चीतल का बांया पैर एक कुत्ते की पकड़ में आ गया। जिससे यह चीतल वहीं घायल होकर कुछ समय में ही इस दम तोड़ दिया। जबकि शेष चीतल जंगल की ओर भाग गए।
प्रभारी वन परिक्षेत्र अधिकारी एस आर निराला ने बताया कि खपराखोल जंगल के कक्ष क्रमांक 222 में उक्त घटना घटी। इस घटना में एक ढाई माह के चीतल शावक की मौत हो गई है। सुबह ग्रामीणों की सूचना के बाद वे वन कर्मियों के साथ स्वयं घटनास्थल पहुंचे एवं पंचनामा के बाद पिथौरा मुख्यालय में पोस्टमॉर्टम के बाद उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
ज्ञात हो कि अब गर्मी का आगाज होते ही वन्य प्राणी पानी एवं चारा की तलाश में गांवों तक पहुंच जाते हंै, जिसके कारण अक्सर ये वन्य प्राणी हादसों का शिकार भी होते रहते हैं।
पिथौरा, 10 फरवरी। स्थानीय कांग्रेस नेता पी कुमार डे की बाड़ी में 20 किलो तक लौकी बढ़ रही है। इस लौकी की बेल में वर्तमान में करीब आधा सैकड़ा लौकी लगी है। इस संबंध में पी कुमार डे ने बताया कि इस लौकी का का बीज उनके कोलकाता निवासी एक रिश्तेदार द्वारा दिया गया था। इस बीज से काफी मोटी बेल निकली है और इसमें 20 किलो से अधिक वजन की लौकिया लग रही है। इन लौकियों को श्री डे शौकीनों में बांट रहे है। अब एक लौकी को बेल में ही सूखा कर उसके बीज ग्रामीणों में नि:शुल्क वितरित करेंगे, जिससे बंगाल की इस लाभदायक लौकी की फसल छत्तीसगढ़ में भी ली जा सके।एक 10 किलो की लौकी काटने पर वह अंदर से बिल्कुल नरम निकली और उसके अब तक बीज भी नही बन पाए थे। खाने में भी यह लौकी स्वादिस्ट है।
15 महिलाओं के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 10 फरवरी। कोमाखान थाना क्षेत्र के नर्रा गांव के 21 पुरुषों के खिलाफ पुलिस पर पथराव के मामले में अलग-अलग अपराध दर्ज किया गया है। इनमें से 20 की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसके अलावा इधर 15 महिलाओं के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है। कोमाखान पुलिस इस मामले में दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। वहीं किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए कोमाखान थाना में आगामी आदेश तक के लिए अतिरिक्त बल तैनात कर दिया गया है।
गौरतलब है कि बीते साल 30 सितंबर को पुलिस पार्टी पर हमला करने के मामले में गिरफ्तार युवकों को छोडऩे की मांग को लेकर नर्रा के ग्रामीण परसों सोमवार को कोमाखान थाना का घेराव करने पहुंचे थे। घेराव करने से पहले ही पुलिस ने ग्रामीणों को रोक दिया था लेकिन दोपहर बाद ग्रामीण उग्र हो गए और पुलिस पर जमकर पथराव किया। घटना में 35 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए थे। पथराव के बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग का ग्रामीणों को खदेड़ दिया था।
इसी मामले को लेकर कोमाखान पुलिस ने दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज कर 13 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन पर धारा 147, 148 और शासकीय कार्य में बाधा की धारा 186, 353 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है। वहीं 15 महिलाओं को भी गिरफ्तार किया गया था जिन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया है।
पुलिस पर पथराव के बाद ग्रामीणों को खदेड़ दिया गया था। वहीं रात से ही पथराव करने वाले और ग्रामीणों को उकसाने वालों को चिह्नांकित कर गिरफ्तारी शुरू कर दी गई थी। इसी रात पुलिस ने नर्रा में पेट्रोलिंग भी की, ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो। मंगलवार की सुबह भी कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया और अब इन सभी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर का कहना है कि नर्रा में हालात सामान्य है। फिर भी ऐहतियात के तौर पर यहां अतिरिक्त बल तैनात कर दिया गया है। इनकी संख्या 200 से अधिक है। ये आगामी आदेश तक कोमाखान में ही रहेंगे। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने पूर्व में दर्ज मामले में युवकों की गिरफ्तारी का विरोध किया था। घटना के एक दिन पहले भी 7 फरवरी को ग्रामीणों ने गांव के रास्तों को ब्लॉक कर दिया था। गांव के ही चार-पांच लोगों ने माहौल खराब किया था और बाहरी व्यक्तियों को अंदर जाने भी नहीं दिया जा रहा था। सोमवार को कोमाखान थाना घेराव करने के लिए ग्रामीण पहुंचे थे, जिन्हें नदी के पास रोका गया था।
महासमुन्द, 10 फरवरी। पुलिस भर्ती परीक्षा में फिजिकल एग्जाम देने रायपुर गई जशपुर जिले की युवती भटककर सेामवार देर रात झलप पहुंच गई।
जशपुर के ग्राम लुडेक सराइटोला थाना पत्थलगांव निवासी 23 वर्षीय आदिवासी युवती रायपुर गई थी। पंडरी बस स्टैंड से युवती बस चेकर द्वारा गलत बस में बिठा दिया गया। इससे युवती 8 फरवरी की देर रात लगभग 85 किमी दूर झलप पहुंच गई। यहां युवती को अकेले देखे जाने की सूचना पर झलप सरपंच किशन कोसरिया, पंच सागर साहू, समीर खान, अतुल गुप्ता, सोनू राज, रिश्शू सलूजा और पास की एक शासकीय शिक्षिका प्रेमलता चन्द्राकर के साथ पहुंचे। यहां उन्होंने युवती की पहचान की और डायल 112 के जरिये पुलिस से मदद दिलाने की कोशिश की। सरपंच ने बताया कि घटना की सूचना के करीब डेढ़ घण्टे बाद डायल 112 मौके पर पहुंची, लेकिन उसमें सवार जवानों ने युवती के निकटतम गंतव्य तक पहुंचाने से मना कर दिया। जवानों ने उच्च अधिकारियों के परमिशन लेने की बात कहते हुए युवती को पहुंचाने से इंकार कर दिया। सरपंच ने मामले की शिकायत एसपी से की और स्वयं के खर्च पर युवती को बागबाहरा उसकी मौसी के घर पहुंचाया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 10 फरवरी। महासमुन्द जिले में एक बार फिर सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। तुमगांव पुलिस ने कल ओवर ब्रिज के पास एक मकान में दबिश देकर 2 युवक और 4 महिलाओं को गिरफ्तार किया है तथा घर से 10 कार्टून कंडोम बरामद किया है।
जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार महिलाओं में से 3 महिला तुमगांव के ही रहने वाली हैं, जबकि एक महिला अहिवारा निवासी है। वहीं पकड़े गए दोनों युवक रामप्रकाश पांडे और सूर्यप्रकाश शर्मा यूपी के फैजाबाद के रहने वाले हैं लेकिन अभी वर्तमान में पिथौरा में रह रहे हंै। यह कार्रवाई तुमगांव पुलिस ने की है सभी के खिलाफ पीटा एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।
पुलिस को सूचना मिली थी कि तुमगांव के एक मकान में बड़े स्तर पर देह व्यापार चलाया जा रहा है। उसके बाद पुलिस ने मौके पर दबिश देकर 4 महिलाओं सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। जिस घर में रैकेट चल रहा था वहां से पुलिस ने 10 कार्टून कंडोम बरामद किया है। इससे पहले भी महासमुन्द जिले के तुमगांव में ही सेक्स रैकेट का खुलासा पुलिस कर चुकी है। बावजूद यह रैकेट तेजी से फल-फूल रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 10 फरवरी। मकर संक्राति के उपलक्ष्य में मराठा महिला मण्डल महासमुन्द द्वारा सामूहिक हल्दी-कुमकुम महोत्सव कार्यक्रम सोमवार को इमलीभांठा स्थित सेन भवन में आयोजित किया गया। समाज की बुजुर्ग महिला अमरिका शिंदे ने शिवाजी महाराज के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस मौके पर तत्कालीन अध्यक्ष स्वाति पवार ने कहा कि हल्दी कुमकुम सनातनी संस्कृति में अखंड सौभाग्य का प्रतीक है। हल्दी-कुमकुम से सौभाग्य में वृद्धि होती है। मकर संक्रांति से इस पर्व की शुरुआत होती है। इस कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं को परंपरा निभाने के साथ ही एक दूसरे को जानने और समझने का मौका भी मिलता है। मेलजोल बढऩे से नए विचार और नई ऊर्जा का संचार होता है। इस तरह के आयोजनों से सामाजिक एकता बढ़ती है।
महिलाओं ने एक दूसरे को हल्दी कुमकुम लगाकर उपहार स्वरूप श्रृंगार सामग्री अन्य उपहार देकर सुख सौभाग्य की कामना की। इस अवसर पर मराठा महिला मण्डल की तात्कालीन जिलाध्यक्ष स्वाति पवार, सचिव रामेश्वरी घाडग़े, उपाध्यक्ष द्वय अनिता घाडग़े, मीना पवार, कोषाध्यक्ष मालती भोसले, सरंक्षक वंदना थिट, दिव्या इंगोले, सोनाली पवार, ममता देवकर, रेणु देवकर, हिमानी घाडग़े, ज्योति भोसले, मीरा पवार, मनीषा पवार, संध्या शेल्के, अनीता पवार, आशा भोसले, ज्योती होल्कर, ललिता पवार, सुधा भोसले, बबीता घाडग़े, यनिता घाडग़े, शोभा घाडग़े, दिव्या इंगोले, माया भोसले, माधुरी पवार, मीना काले, भारती महाडिक़, साधना, निराशा भोसले आदि समाज की महिलाएं उपस्थित थीं।
हल्दी कुमकुम एवं सामाजिक मिलन समारोह को कार्यक्रम में समाज संरक्षक प्रलय थिटे, जिला सचिव राजेंद्र राव घाडग़े, उपाध्यक्ष्य राजेंद्र इंगोले, कोषाध्यक्ष भूषणराव भोसले, सहसचिव दुष्यंत राव घाडग़े, डीसी राव भोसले, महावीर पवार, प्रदीप भोसले, यशवंत घाडग़े, रामकिशन भोयर, अभिषेक इंगोले, गौरव इंगोले, किशोर भोसल का सहयोग रहा। महिला मंडल की जिलाध्यक्ष बनी सिरपुर महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम और सरकारी आयोजन नहीं किए जायेंगे।
महोत्सव के दौरान तात्कालीन अध्यक्ष स्वाति पवार ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर बाकी बचे कार्यकाल के लिए नए अध्यक्ष चुनने की घोषणा की। जिस पर काफी विचार-विमर्श के बाद अनिता पवार को अध्यक्ष पद पर मनोनयन किया गया। अध्यक्षीय उद्बोधन में अनिता पवार ने कहा कि महासमुन्द मराठा समाज के छोटी इकाई है। जिसे हमें मिल जुल कर आगे बढ़ाना है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 10 फरवरी। महासमुन्द जिले में सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी योजना के तहत् बने गौठानों में अब महिला स्व-सहायता समूह के आमदनी का जरिया बन रहा है। जिले के गौठान ग्राम को बहुउद्देशीय केन्द्र के रूप में विकसित किये जा रहे हैं। बाड़ी में सब्जी-भाजी उत्पादन करने हेतु समूह को प्रोत्साहित किया जा रहा है। यह फोटो प्रतिज्ञा महिला स्वसहायता समूह का है।
यह समूह गौठान में टमाटर, बैंगन, लौकी, धनिया, मेथी भाजी एवं गेंदे के फूल की खेती कर रही है। इसके अलावा जय सतनाम स्वसहायता समूह द्वारा आलू की खेती की गई है। लॉकडाउन के समय प्रतिज्ञा महिला स्वसहायता समूह ने घर-घर जाकर 5 क्विंटल सब्जी बेचकर आठ हजार से दस हजार तक का आय अर्जित किया गया था। स्वसहायता समूहों के सदस्यों द्वारा गौठान भूमि में हरा चारा का उत्पादन भी किया जा रहा है। खाली गौठान भूमि में सब्जी लगाने का कार्य पुन: स्व-सहायता समूह द्वारा शुरू कर दिया है। स्व-सहायता समूहों के सदस्यों ने गौठान के निर्माण के लिए राज्य शासन का आभार व्यक्त किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 10 फरवरी। सिरपुर महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम और सरकारी आयोजन नहीं किए जायेंगे। कोरोना काल के चलते परम्परागत् रूप से सिरपुर मेला का आयोजन होगा। सिरपुर महोत्सव का दो दिवसीय आयोजन 27 एवं 28 फरवरी को होगा। मेला में कोविड गाईड लाईन का पूरी तरह पालन करना होगा।
सिरपुर मेला में जिला प्रशासन द्वारा सैलानियों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा, यातायात, सडक़, शौचालय, बिजली, पानी, साफ. सफाई आदि की व्यवस्था की जाएगी। जिला प्रशासन द्वारा संक्रमण से बचाव के लिए मेले में आने वाले सैलानियों और श्रद्धालुओं को कोविड.19 की गाईड लाईन का पालन करने सैलानियों और श्रद्धालुओं से आग्रह किया गया है। मॉस्क, सैनेटाईजर, शारीरिक दूरी का ध्यान रखना होगा। याद रहे कि पड़ोसी जिला गरियाबंद के राजिम मेले में भी केन्द्रीय मेला समिति की बैठक में धर्मस्व मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा है कि कोरोना महामारी के लिए केन्द्र सरकार द्वारा जारी गाईड लाईन को देखते हुए राजिम मेले में भी किसी प्रकार का शासकीय आयोजन नहीं किया जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 10 फरवरी। सांस्कृतिक-साहित्यिक प्रेस क्लब भवन में विधायक निधि से मिली राशि से आहाता निर्माण की मंजूरी मिल गई है। इसके लिए संसदीय सचिव व महासमुन्द विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने पांच लाख रुपए की स्वीकृति अपने विधायक मद से दी है।
कोरोना संक्रमण काल की वजह से निर्माण और विकास कार्य लंबित था। कलेक्टर डोमन सिंह ने आहाता निर्माण की तत्काल स्वीकृति देते हुए ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग को कार्य एजेंसी बनाया है और आरईएस के कार्यपालन अभियंता भोला राम चंद्राकर ने कार्यादेश जारी कर तीन महीने में कार्य पूर्ण करने हेतु ठेकेदार को निर्देशित किया है।
जिले की गतिविधियों की जानकारी, बाईट आदि के लिए जिला मुख्यालय के मीडियाकर्मी बिना पूर्व अपॉइंटमेंट के कलेक्टर से शाम साढ़े पांच से 6 बजे के बीच अपनी आवश्यकतानुसार नियमित रूप से मिल सकते हैं।
मीडिया से समन्वय और विकास में मीडिया के सकारात्मक पहल के लिए यह व्यवस्था की गई है। प्रेस क्लब प्रतिनिधि मंडल के आग्रह पर कलेक्टर ने यह व्यवस्था की है। कलेक्टर ने प्रतिदिन आधा घंटा का समय मीडिया के लिए रिजर्व किया है। इस निश्चित अवधि में आम नागरिकों से कलेक्टर की मुलाकात नहीं हो पाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 10 फरवरी। कलेक्टर डोमन सिंह ने राजस्व, शहरी निकाय के साथ ही जिला पंचायत एवं पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को कोविड-19 टीकाकरण से अवगत कराते हुए शतप्रतिशत् अधिकारी-कर्मचारियों का टीकाकरण करने कहा है।
उन्होंने भी सम्बंधित अधिकारियों और कर्मचारियों से कोरोना से बचाव के लिए नि:शुल्क लगाई जाने वाली कोरोना वैक्सीन लगाने की अपील की है। यह बताना जरूरी है कि महासमुन्द जिले में बीते शनिवार से कोविड टीकाकरण का द्वितीय चरण शुरू हो गया है। जिसके तहत इन विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए कोरोना वैक्सीन कोविड शील्ड लगाया जा रहा है।
कलेक्टर डोमन सिंह ने मंगलवार को जिले के सभी एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदारों को निर्देशित किया है कि वे अपने अधीनस्थ सभी अधिकारी-कर्मचारियों को टीकाकरण से अवगत कराएं और टीकाकरण के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारियों को भी कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लगाया जा रहा है। उन्होंने एसडीएम, तहसीलदार को अपने-अपने अनुविभागीय पुलिस एवं थाना प्रभारियों को सूचित करने कहा है। श्री सिंह और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डॉ रवि मित्तल सहित राजस्व विभाग के अन्य अधिकारियों ने सोमवार को जिला अस्पताल में टीका लगवाया है।
15-20 पेड़ों के ठूंठ, पर सिर्फ 4 पेड़ों का पंचनामा-ग्रामीण
शिकायत मिली है, जांच के बाद कार्रवाई-तहसीलदार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 10 फरवरी। बागबाहरा के निकटतम कसहीबाहरा क्षेत्र के ग्राम नवाडीही में एक किसान द्वारा बड़े झाड़ के जंगल को काट कर पोल्ट्री फ ार्म शेड का बनाने का मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने उनके जंगल काटने एवं शेड निर्माण पर ऐतराज भी किया और अधिकारियों से शिकायत भी की लेकिन किसान लगातार पेड़ काटकर निर्माण कार्य जारी रखा हुआ है।
ग्रामीणों की मानें तो उन्होंने सामूहिक रूप से इस मामले की शिकायत फारेस्ट विभाग, एसडीएम बागबाहरा, तहसील कार्यालय, पुलिस थाना बागबाहरा सहित स्थानीय पटवारी से की, लेकिन दोपहर 2 बजे समाचार लिखते तक सरकारी अमला इस अतिक्रमण को रोकने एवं जांच करने नहीं पहुंचा है। काफी मशक्कत के बाद एक वनकर्मी ने मौके का मुआयना किया और सिर्फ 4 पेड़ काटने का पंचनामा बनाया है। जबकि मौके पर ही 15 से 20 पेड़ों के ठूंठ नजर आ रहे हैं।
ग्रामीण कहते हैं कि कसहीबाहरा के सरपंच द्वारा भी इस निर्माण कार्य के लिए विद्युत अनापत्ति प्रमाणपत्र दिया गया था। जिसके बाद अतिक्रमणकर्ता ने जंगल की जमीन पर बोर खनन भी कराया गया है।
इस मामले में कसहीबाहरा के सरपंच सुंदर लाल साहू ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि मैंने कुशल यादव के निजी जमीन के लिए विद्युत कनेक्शन हेतु अनापत्ति प्रमाणपत्र दिया था, लेकिन उसने जंगल को काटकर निर्माण शुरू कर दिया है, मैंने इस पर तत्काल रोक लगाने के लिए के लिए कहा है।
वहीं जंगल काटकर पोल्ट्री फ ार्म बनाने वाले कुशल यादव से ‘छत्तीसगढ़’ ने बात करने की कोशिश की लेकिन मोबाइल बंद होने के कारण बात नहीं हो सकी।
ग्रामीणों का कहना है कि गांव के जंगल में सरई, महुआ, साजा के लगभग 5 हजार पेड़ हैं। जिन्हें ग्रामीण पिछले 40-50 वर्षों से अपने बच्चों की तरह देखभाल कर रहे हैं। इन पेड़ों की सुरक्षा के लिए प्रतिदिन गांव के एक परिवार को देखरेख करने की जिम्मेदारी मिली थी, जिसका निर्वहन ग्रामीण अब भी बखूबी निभाते हैं। इसी का परिणाम है कि ये इतना बड़ा जंगल है। सरपंच बताते हैं कि वर्ष 2010 में भी मनरेगा कार्य से इस जंगल में और पौधे रोपे गए थे।
वन विभाग के डिप्टी रेंजर मोती साहू ने कहा कि इस पूरे मामले की शिकायत मिली है। कोमाखान के वन रक्षक द्वारा जांच की गई है। चूंकि मामला राजस्व के बड़े झाड़ के जंगल का है। इसलिए राजस्व विभाग के अफ सर ही जानकारी दे पाएंगे।
इस मामले में तहसीलदार बागबाहरा रमेश मेहता ने कहा कि मामले की शिकायत मिली है। पटवरियों द्वारा जांच की जा रही है। जांच पूरा होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
पिथौरा, 9 फरवरी। महासमुंद जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं वर्तमान प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश सचिव अमरजीत चावला ने देश भर में आंदोलनरत किसानों में से शहीद हुए अन्नदाताओं को श्रद्धांजलि देते हुए किसान आंदोलन को कांग्रेस पार्टी का पूर्ण समर्थन होने की बात कही है।
उन्होंने कहा कि अगर मोदी सरकार छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल सरकार की किसान हित में किए गए कार्यों को रोल मॉडल बनाती तो पूरे देश के किसान खुशहाल होते और उन्हें इस कडक़ड़ाती ठंड सडक़ पर उतरकर आंदोलन करने की जरुरत नहीं पड़ती।
पूर्व जिलाध्यक्ष अमरजीत चावला ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि चंद पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए बनाए गए तीनों किसान विरोधी कानून वापस लेने और एमएसपी पर कानून बनाने की मांग भी कांग्रेस केन्द्र सरकार से कर रही है। बजट में भी किसानों को छला गया, कृषि बजट भी पिछले साल की तुलना में 154 लाख करोड़ से घटाकर 1.48 लाख कर दिया गया अर्थात 6 हजार करोड़ रुपये की कमी कर दी गई।
किसान सम्मान निधि की राशि में भी पिछले वर्ष की तुलना में 10 हजार करोड की कटौती कर दी गई है। खेती के बजट में भी 6 प्रतिशत की कमी कर दी गई इंटवेन्शन स्कीम के बजट में भी 25 प्रतिशत की कटौती कर दी गई। बजट में एमएसपी बात नहीं हुई और न ही फूड प्रोसेसिंग और एग्री उत्पादों के एक्सपोर्ट पर टैक्स पर कोई छूट दी गई और आज मोदी सरकार की स्थिति ये हो गई है कि वे धीरे-धीरे देश की सभी लाभ देने वाली कंपनियों को उद्योगपतियों के हाथों बेच रहे हैं।
श्री चावला ने आगे कहा कि देश के अन्नदाताओं की जमीन लूटकर उन्हें मजदूर बनाने की नीयत से ही मोदी सरकार ने कोरोना काल में बगैर किसी से चर्चा किए ही पिछले दरवाजे से चोरी-छिपे कृषि बिल पास करवा लिए। ये बिल किसानों के साथ धोखा है। इसका प्रमाण इस बात से मिलता है कि पहले किसी भी कानून को लागू कर उसमें अनेक वर्षों बाद आवश्यकतानुसार संशोधन की आवश्यकता होती थी परन्तु मोदी सरकार के ये काले बिल लागू होने के पहले ही विवादों में है।
लिहाजा अब सरकार इस बिल में लागू होने के पहले ही संशोधन करने तैयार है। इसके अलावा इसे डेढ़ साल के लिए रोकने भी तैयार है। इसी से पता चलता है कि कृषि बिल अपने उद्योगपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए ही बनाया गया है। वैसे सरकार में बैठे लोग भी जानते हैं कि ये बिल गलत है परन्तु अपने अहंकार एवं जिद के कारण इन बिलों को वापस नहीं लिया जा रहा है।
श्री चावला ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार जो यदि वास्तव में किसानों की आय दुगुनी करना चाहती तो किसानों को आंदोलन करने की नौबत नहीं आती। किसान अपनी वैध मांग को लेकर शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे हैं तो उन्हें दबाने के लिए प्रताडि़त नहीं किया जाता। सरकारी प्रताडऩा से अब तक कोई 200 से अधिक किसानों की ठंड एवं अन्य कारणों से मौत हो चुकी है। सरकार किसानों की मांग पूरी करने की बजाय उन पर बर्बरता से पानी की बौछार कर उनके मानव अधिकारों को भी रोक रही है।
श्री चावला ने कृषि कानूनों के बारे में विस्तार से बताया कि इन बिलों के लागू होने से व्यापारी किसानों की उपज सस्ते में खरीद कर उसका स्टॉक कर बाद में उसे ऊंची दर पर बेचेंगे। इससे किसानों को अपनी ही उपज सस्ते में बेचकर महंगी दर पर खरीदना होगा। इसके अलावा मंडी की व्यवस्था भी समाप्त की जा रही है जिससे अब तक व्यवसायिक प्रतिस्पर्धा में अच्छी दर पर बिकने वाली उपज भी काफी सस्ती दर पर व्यवसायी खरीदकर उससे मुनाफाखोरी करेंगे जो कि पूरे देश में व्यवसायियों को भारी लाभ देगा और किसान कंगाल होकर अपनी जमीने ंबेचने मजबूर होंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 9 फरवरी। महासमुन्दके दलदली रोड स्थित शराब दुकान में आग लगाने के मामले में कोतवाली पुलिस ने धीरज सरफराज, गोलू खान, सोनू यादव और अंशुल साहू के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इन पर आरोप है कि आगजनी के दौरान इन्होंने दुकान के भीतर घुसकर कर्मचारियों के साथ मारपीट की है, काउंटर भी गिराया है और दुकान के सुपरवाइजर मनीष विदानी पर चाकू से हमला किया है। इस घटना से शराब दुकान का गोदाम पूरी तरह से जलकर खाक हो गया। इस दौरान गोदाम में रखा 600 पेटी अंग्रेजी शराब पूरी तरह से जल गया जिसकी कीमत 47.50 लाख रुपए बताई गई है।
घटना रविवार रात 9 बजे करीब की है। इस मामले में कोतवाली पुलिस ने जांच पूरी कर ली है। जांच के बाद मामले की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई गई है। जिसमें जानकारी दी गई है कि रविवार शाम 6 से 7 बजे के बीच कुछ युवक दलदली रोड स्थित शराब दुकान पहुंचे। यहां देशी शराब दुकान में भीड़ के कारण लाइन लगी हुई थी, लेकिन ये सभी युवक जानबूझकर दुकान के भीतर घुसने का प्रयास कर रहे थे। दुकान के भीतर से सुपरवाइजर मनीष विदानी ने जब शराब देने से मना किया तो ये बाहर चले गए। करीब घंटे भर बाद सभी युवक बाहर से शराब पीने के बाद फिर से दुकान पहुंचे। इस बार धीरज सरफराज, गोलू खान, सोनू यादव और अंशुल साहू के 30-40 युवक भी आए थे। इन युवकों ने दुकान के भीतर घुसकर कर्मचारियों के साथ मारपीट शुरू कर दी। साथ ही काउंटर भी गिरा दिया।
युवकोंं ने अंग्रेजी दुकान के सुपरवाइजर मनीष विदानी पर चाकू से हमला किया और कर्मचारी भरत बंजारे की जमकर पिटाई की। मनीष के हाथ में कट के निशान हैं। पुलिस ने धीरज सरफराज, गोलू खान, सोनू यादव और अंशुल साहू के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। जिला आबकारी अधिकारी दिनकर वासनिक ने बताया कि उपद्रवियों ने दुकान से सटे गोदाम में आग लगा दी। जिस पर रात 11.30 बजे काबू पा लिया गया।
आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की टीम को करीब तीन घंटे मशक्कत करनी पड़ी। उन्होंने बताया कि घटना में जो लोग शामिल थे,उन्हें दुकान में कार्यरत कर्मचारी पहचानते हैं। मामले की शिकायत थाना में की जा चुकी है।
गिरफ्तार दंपत्ति ओडिशा के कालाहांडी निवासी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 9 फरवरी। बागबाहरा पुलिस ने गांजा की तस्करी करते हुए पति-पत्नी के साथ एक अन्य युवक को गिरफ्तार किया है। पति-पत्नी दोनों ओडिशा के कालाहांडी के रहने वाले हैं। उनके साथ बिहार का एक युवक भी गिरफ्तार हुआ है।
बागबाहरा पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार की दोपहर सूचना मिली थी कि झारखंड पासिंग की एक कार से गांजा तस्करी होने वाली है। सूचना पर थाना प्रभारी स्वराज त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर के निर्देशन में अवैध कारोबार करने वालों पर लगातार नजर रखी जा रही है। इसी क्रम में रविवार को मुखबीर से गांजा तस्करी की सूचना मिली। मुखबीर की सूचना पर रविवार शाम 4.30 बजे एनएच 353 पर पिथौरा चौक में वाहनों की जांच शुरू की गई। थोड़ी देर में खरियार रोड ओडिशा की ओर से वाहन क्रमांक जेएच 10 एजी 2560 मौके पर पहुंची। वाहन में दो पुरुष और एक महिला सवार थे। वाहन चालक ने अपना नाम रविन्द्र घी उम्र 39 साल, चारबाहल थाना कोक्सरा जिला कालाहांडी ओडिशा निवासी बताया। ड्राइवर सीट के बगल में बैठक युवक ने अपना नाम कौशल अली उम्र 24 साल, निवासी वार्ड नं 04 जोबापुर कोठी थाना जामुबाजर जिला सिवानी बिहार और पीछे सीट में बैठी महिला ने अपना नाम मधुस्मिता नायक पति रविन्द्र घी उम्र 35 बताया। इनके कब्जे से 20 किलो गांजा जब्त किया गया है।
जब्त गांजा की कीमत 2 लाख रुपए है। आरोपियों के पास से दो मोबाइल, 2 हजार रुपए नगद और कार बरामद किया गया है। मामला अजमानतीय होने से आरोपियों को न्यायिक रिमाण्ड पर न्यायालय पेश किया गया है। आरोपियों के विरूद्ध थाना बागबाहरा में विवेचना जारी है।