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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 20 मार्च। शहर जिला कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता अब्दुल कलाम खान को असम विधानसभा चुनाव-2021 के लिए अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसकी जानकारी श्री खान के समर्थकों एवं शुभचिंतकों को मिलने पर स्थानीय मानव मंदिर चौक में गत दिनों उनका पटाखे फोडक़र स्वागत किया।
इस अवसर पर हैदे जोया, साजिद खान, नससु खान, राजा खान, जुनैद बडग़ुजर, नासिर खान, बाबा खान, मो. शाहिद, आसन खान, अशफाक खान, असम खान, रियाज झाड़ोदिया, अजय साहू, राजू भाई, मजार खान, शेख ताहिर सोलंकी, अतुल शर्मा, कैलाश कुमावत, रमजान चौहान, करीम बडग़ुजर, सद्दाम सोलंकी, बिट्टू, श्रेदास, पप्पू खान, विनोद, शाहबाज खान, अंबेश खान, अशफाक खान, इसरार खान, मोहराम अंसारी, इस्तियाक खान, डब्बू खान, मुकेश सिन्हा, शादाब खान, करीम खान, अखलाख खुर्शीद रंगरेज, अशफाक, पोषण कुर्रे, गज्जू, सूरज यादव, कौशल यादव, गोलू साहू, फारूक इम्तियाज, आरिफ, फैजान खान, पीयूष कुमावत, मो. शदीद रजा सहित अन्य लोग शामिल थी।
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राजनांदगांव, 20 मार्च। जिला पंचायत सीईओ अजीत बसंत ने जनपद पंचायत मानपुर में शासन की प्राथमिकता वाली विकासात्मक योजनाओं की गहन समीक्षा की। उन्होंने सचिवों को 60 व अधिक आयु वर्ग के वृद्धजनों को 31 मार्च के पूर्व शत-प्रतिशत टीकाकरण का प्रथम डोज लगवाने के निर्देश दिए। खंड चिकित्सा अधिकारी को मितानिन एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारी को सभी शिक्षकों तथा महिला बाल विकास विभाग के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को आपस में समन्वय कर वृद्धजनों को प्रेरित कर टीकाकरण कार्य में सहयोग करने निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शासकीय अमला वृद्धजनों को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करें। लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तक लाने में सचिव आवश्यक सहयोग करेंगे।
सीईओ ने कहा कि शासन की प्राथमिकता वाली प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) एवं डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता (डीकेबीएसएसवाय) योजना में 5 लाख रुपए तक सामान्य व्यक्ति का इलाज कराने का लाभ मिल सकेगा। सचिवों एवं स्थानीय अधिकारियों को निर्देशित किए कि सीएससी केन्द्रों के वीएलई के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाया जाए। समस्या का त्वरित निराकरण किया जाए।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अन्तर्गत वन पट्टाधारी हितग्राहियों को 100 दिवस कार्य उपलब्ध कराने कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिया गया एवं वर्ष 2018-19 के लंबित कार्यों को 31 मार्च तक पूर्ण कराने के निर्देश दिए। सचिवों को मनरेगा के कार्यों में 50 प्रतिशत महिलाओं को मेट रखने निर्देश दिया गया। उन्होंने सचिवों को प्रधानमंत्री आवास योजना में बाहरी ठेकेदार पर नियंत्रण रखने तथा गुणवत्तापूर्ण आवास निर्माण कराने निर्देश दिए। आवासों में चतुर्थ किस्त मिलने पर दरवाजा खिडक़ी आदि अनिवार्य रूप से लगाया जाए, ताकि हितग्राही निवास कर सकें।
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राजनांदगांव, 20 मार्च। फाल्गुन माह के आखिरी सप्ताह में रंग पर्व मनाने की तैयारी शुरू हो गई है। नगाड़ों की गंूज के साथ इसकी बिक्री के लिए बाजार भी सज चुका है। होली पर्व को लेकर शहर में नगाड़ों की खेप पहुंच चुकी है। इधर कोरोना संक्रमण को लेकर व्यापारियों और लोगों में संशय की स्थिति निर्मित है।
आगामी 28 मार्च को होलिका दहन और दूसरे दिन 29 मार्च को होली पर्व जिलेभर में धूमधाम से मनाया जाएगा। होली पर्व को लेकर नगाड़े बेचने वालों का डेरा भी शहर के फ्लाई ओवर के नीचे लग गया है, जहां लोग नगाड़े खरीदने भी पहुंच रहे हैं। वहीं बोर्ड परीक्षा के चलते बच्चे पढ़ाई में व्यस्त दिख रहे हैं। होली पर्व को लेकर आगामी दिनों शहर में पिचकारी और रंग-गुलाल की दुकानें भी सजनी शुरू हो जाएगी।
होलिका दहन के लिए लकडिय़ों समेत अन्य तैयारियों को लेकर लोग जुटे हुए हैं। मार्च माह के अंतिम सप्ताह में रंगोत्सव पर्व है। इस पर्व को लेकर शहर के चौक-चौराहों में नगाड़े की दुकानें लगनी शुरू हो गई है। वहीं बच्चे इन बाजों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। इसके अलावा जिले के ग्रामीण समेत शहरी क्षेत्रों में होली पर्व के अवसर को लेकर फाग गीत प्रतियोगिताएं भी शुरू हो जाएगी।
इधर बोर्ड परीक्षा जारी होने के चलते बच्चे परीक्षा की तैयारी में जुटे हुए हैं। इधर शहर के फ्लाई ओवर के नीचे नगाड़े बेचने वाले व्यापारी ने बताया कि वह इस बार पर्व को लेकर एक गाड़ी नगाड़ा लेकर शहर पहुंचे हैं। इस बार कोरोना संक्रमण को लेकर बाजार ठंडा होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि वे 80 रुपए से 2500 रुपए तक के नगाड़े बेचने के लिए पहुंचे हैं।
सरकार ने जारी किए एक अरब 39 करोड़ रुपए
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 20 मार्च। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राज्य के पंजीकृत किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना की चौथी किस्त 21 मार्च को राशि ट्रांसफर करेंगे। राजनांदगांव जिले के करीब दो लाख किसानों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। जिले के एक लाख 95 हजार पंजीकृत किसानों के लिए सरकार ने एक अरब 39 करोड़ रुपए जारी कर दिए हैं।
इस संबंध में जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष सचिन बघेल ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि चौथी किस्त की राशि का आबंटन कर दिया गया है। किसानों को किस्त से आर्थिक लाभ मिलेगा। पिछले कुछ दिनों से किसानों में चौथी किस्त को लेकर संशय की स्थिति निर्मित थी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों को इस बात के लिए आश्वस्त किया था कि चौथी किस्त मार्च के आखिरी सप्ताह में जारी कर दी जाएगी। 139 करोड़ रुपए की राशि का आबंटन मिलने के बाद बैंक प्रबंधन किसानों के खाते में राशि जमा करने की तैयारी कर रहा है। 21 मार्च को दोपहर बाद किसानों के खाते में राशि जमा हो जाएगी।
सालभर पहले भाजपा से कांग्रेस में हुआ था शामिल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 20 मार्च। जिले के छुरिया नगर पंचायत में आरएसएस कार्यकर्ता को एल्डरमेन नियुक्त किए जाने से कांग्रेस में घमासान मच गया है। बताया जा रहा है कि एल्डरमेन नियुक्त हुए युवक ने बीते वर्ष नगरीय निकाय चुनाव से पूर्व ही कांग्रेस का दामन थामा था। वह आरएसएस का कट्टर कार्यकर्ता भी रहा।
मिली जानकारी के मुताबिक राज्य सरकार ने छुरिया नगर पंचायत में घनश्याम भास्कर, परमेश्वर ठाकुर और शकील कुरैशी को नामांकित पार्षद नियुक्त किया है। जिसमें परमेश्वर ठाकुर करीब सवा साल पहले हुए निकाय चुनाव से पहले भाजपा से इस्तीफा दिया था। वह छुरिया नगर पंचायत के वार्ड नं. 11 के निवासी हैं। उनका पूरा परिवार भाजपा का कट्टर समर्थक रहा है। इस बीच निकाय चुनाव से पहले क्षेत्रीय विधायक छन्नी साहू के कार्यशैली से प्रभावित होकर परमेश्वर ठाकुर ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। बताया जा रहा है कि नामांकित पार्षदों के मनोनयन से नगर पंचायत अध्यक्ष राजकुमारी सिन्हा खफा हैं।
चर्चा है कि पार्टी ने श्रीमती सिन्हा की नियुक्ति से पूर्व राय नहीं ली गई। नतीजतन एल्डरमेन की सूची में परमेश्वर ठाकुर का नाम देखकर कांग्रेस के निष्ठावान कार्यकर्ताओं का होश उड़ गया। बताया जा रहा है कि परमेश्वर ठाकुर की नियुक्ति विधायक छन्नी साहू की पसंद पर हुई है। इस संबंध में नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सिन्हा ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में होने के बाद वह इस विषय पर बात करेंगे।
गौरतलब है कि श्रीमती सिन्हा और क्षेत्रीय विधायक छन्नी साहू के मध्य अंदरूनी खींचतान सर्वविदित है। श्रीमती सिन्हा खुज्जी विधानसभा से टिकट के लिए दावा करती रही है। यही कारण है कि दोनों के बीच राजनीतिक रिश्तों में लगातार खटास बढ़ रही है। बताया जा रहा है कि इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस के कुछ नेता संगठन से शिकायत भी करने की तैयारी में है। परमेश्वर ठाकुर की नियुक्ति से कांग्रेस के क्षेत्रीय नेता हैरत में है। यहां यह बता दें कि प्रदेश में कुछ माह पहले जिला स्तरीय बाल संरक्षण समिति में भाजपा समर्थकों को भी जगह मिल गई थी। इस मामले को लेकर कांग्रेस की काफी किरकिरी हुई। छुरिया नगर पंचायत में कांगे्रस का दबदबा है। श्रीमती सिन्हा लगातार दूसरी बार अध्यक्ष निर्वाचित हुई है। ऐसे में उनकी पसंद के अनुरूप संगठन में नियुक्ति नहीं होने से वह नाराज हो गई है। दबे स्वर वह नियुक्ति को लेकर विरोध कर रही है।
महिला विधिक जागरूकता पर कार्यशाला आयोजित
राजनांदगांव, 19 मार्च। राष्ट्रीय महिला आयोग के सौजन्य से शासकीय दिग्विजय महाविद्यालय राजनांदगांव में गत् दिनों एक दिवसीय महिला विधिक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विषय विशेषज्ञों द्वारा महिलाओं पर होने वाले उत्पीडऩ एवं अत्याचार तथा उनके अधिकारों के हनन एवं कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीडऩ (2013) निवारण अधिनियम एवं कारखाना अधिनियम (1948) के अंतर्गत श्रम कानून पर कार्यशाला का मुख्य बिन्दु रहा। इस अवसर पर मुख्य अतिथि पद्मश्री फूलबासन यादव और प्राचार्य डॉ. बीएन मेश्राम ने अध्यक्षता की। विषय विशेषज्ञ सुरेशा चौबे, डॉ. श्रीमांशु दास, शरद श्रीवास्तव ने राष्ट्रीय महिला आयोग भारत सरकार नई दिल्ली द्वारा आयोजित कार्यशाला में सहभागिता दी।
प्राचार्य डॉ. बीएन मेश्राम ने कहा कि महाविद्यालय प्रांगण में विधिक जागरूकता कार्यक्रम भारत सरकार द्वारा प्रायोजित है। जिसमें संविधान द्वारा महिलाओं को प्रदान किए गए कानून की जानकारी न होने से उनके साथ अत्याचार एवं उत्पीडऩ जैसी घटना घटित होती है, जिसे दूर करने में विषय विशेषज्ञों द्वारा संवेदनशील मुद्दों में चर्चा किया जाएगा।
मुख्य अतिथि पद्मश्री फूलबासन यादव ने कहा कि कानूनी बातें अपनी जगह पर है, पर महिलाओं का सबसे बड़ा दुश्मन उनका डर है। उन्हें एकजुटता के साथ हर तरह की समस्याओं का सामना करने के लिए तैयार होना चाहिए।
विषय विशेषज्ञ शरद श्रीवास्तव ने प्रजेन्टेशन प्रस्तुत करते यौन उत्पीडऩ निवारण कानून की जानकारी दी। कार्यशाला के समापन में जिला विधिक प्राधिकरण सचिव व न्यायाधीश प्रवीण मिश्रा ने घरेलू हिंसा महिला उत्पीडन और कारखाना अधिनियम आदि से जुडे वैधानिक पहलुओं का उल्लेख किया।
डॉ. शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि भारत सरकार की महत्वकांक्षी योजना महिला उत्थान एवं जागरुकता है, जिसमें जन-जागृति लाना है।
विजय मानिकपुरी ने कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग भारत सरकार द्वारा प्रायोजित कार्यशाला समाज के महिला अधिकारों एवं उनके साथ होने वाले अत्याचार उत्पीडऩ के प्रति जागरुक करने के लिए यह आयोजन है।
डॉ. एके मंडावी ने कहा कि ऐसे आयोजन से जन-जागृति जाएगी। कार्यशाला का संचालक प्रो. विजय मानिकपुरी और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. नीलू श्रीवास्तव द्वारा किया गया।
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राजनांदगांव, 19 मार्च। वित्तीय वर्ष 2021-22 के आय-व्यय अनुमान पत्रक (बजट) के लिए नगर निगम राजनांदगांव द्वारा प्रक्रिया की जा रही है। जिसमें गत् वर्ष की तरह इस वर्ष भी नगर विकास के लिए नागरिकों के सुझाव आमंत्रित किया जाना है। जिसके लिए मेयर हेल्प लाईन नं. 07744 222214, हमर मयारू राजनांदगांव फेस बुक पेज एवं निगम सुझाव पेटी मेें 22 मार्च तक सुझाव आमंत्रित किया गया है।
बजट के संबंध में महापौर हेमा सुदेश देशमुख ने बताया कि नगर निगम राजनांदगांव के इस वित्तीय वर्ष के बजट में नागरिकों के सुझावों को समावेश किया जाना है। उन्होंने कहा कि गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के तर्ज पर गढ़बो नवा राजनांदगांव की परिकल्पना को साकार करना है। यह परिकल्पना नागरिकों के सुझाव के बिना अधूरी होगी, जिसे पूरा करने गत् वर्ष की तरह नागरिकों का सुझाव बजट हेतु आमंत्रित किया जाना है। चूंकि इस वर्ष कोरेानाकाल चल रहा है और वर्तमान में कोरोना पुन: बढ़ते चरण में है, इसलिए इस वर्ष सुझाव हेतु नागरिकों की बैठक आहुत करना संभव नहीं है। अत: बजट सुझाव हेतु मेयर हेल्प लाईन नं. 07744 222214, हमर मयारू राजनांदगांव फेसबुक पेज एवं निगम सुझाव पेटी के माध्यम से 22 मार्च तक सुझाव आमंत्रित किया गया है। उन्होंने शहर के गणमान्य नागरिकों, जनप्रतिनिधियो, सामाजसेवी संस्थाओं, उद्योगपतियों, पत्रकार बंधुओं से अपील की है कि निर्धारित तिथि तक उपरोक्त माध्यम अनुसार सुझाव देकर नगर विकास में सहभागी बने।
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राजनांदगांव, 19 मार्च। राजगामी संपदा अध्यक्ष विवेक वासनिक ने जारी विज्ञप्ति में कहा कि सांसद संतोष पांडेय ने लोकसभा में सवाल उठाते कहा कि राजनांदगांव में धीरी नल-जल योजना के अंतर्गत 42 करोड़ रुपए पानी की तरह बहा दिया गया। दोषी अफसरों पर कार्रवाई की मांग की।
श्री वासनिक ने कहा कि सांसद श्री पांडेय को इस बात की जानकारी होगी कि यह कार्य भाजपा के शासनकाल में राजनांदगांव के विधायक एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के अनुसार धीरी नल-जल योजना प्रारंभ की गयी थी। उस दौरान किसी भी भाजपा नेता ने इस कार्य को लेकर विरोध नहीं किया था।
उन्होंने आगे कहा कि धीरी एनीकट जो कि जल संसाधन विभाग द्वारा बनाया गया है। वह भी भाजपा शासनकाल में पूरी तरह से तहस-नहस हो गया है। आश्चर्य की बात है कि इस पर कोई मुद्दा नहीं उठता है और न ही कोई भ्रष्टाचार की बात होती है। धीरी एनीकट के नष्ट होने के कारण ही लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को इन्टेकवेल धीरी से ईरा में करना पड़ा और उसकी अनुमति भी भाजपा के शासनकाल में दी गयी थी।
श्री वासनिक ने कहा कि सांसद पांडेय को अब भाजपा के शासनकाल में जो काम हुए है, उस पर से विश्वास उठ गया है। श्री वासनिक ने बताया कि वर्तमान में एनीकट पर पानी नहीं पहुंच रहा है, लेकिन प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनते ही उसका कारण और निदान का कार्य जारी है। कारण यह है कि राजनांदगांव शहर को पेयजल आपूर्ति चाहिए, उसकी मात्रा बढ़ जाने के कारण ईरा में पानी नहीं दिया जा रहा है। अत: नष्ट हुए धीरी एनीकट के स्थान पर उसके ऊपर (अप स्ट्रीम) एक अच्छे स्वीकृति का निर्माण बहुत आवश्यक है। श्री वासनिक ने कहा कि सांसद संतोष पांडेय को केंद्र से इसके लिए और राशि स्वीकृत कराना चाहिए, न कि तथ्यहीन बातें करना चाहिए।
श्री वासनिक ने कहा कि छग प्रदेश में जब से कांग्रेस सरकार बनी है, विकास कार्यों में विशेष ध्यान दे रही है। भाजपा के 15 वर्षों के कार्यकाल में केवल भ्रष्टाचार के सिवाय कोई काम नहीं हुआ। भाजपा के राज में पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजनांदगांव विधायक डॉ. रमन सिंह के क्षेत्र के 24 गांवों में आज पेयजल की समस्या का स्थायी समाधान के नाम पर धीरी-सोमनी वृहद नल-जल योजना में स्टापडेम घटिया निर्माण का भेंट चढ़ गया। जिसके कारण आज पूरे विधानसभा क्षेत्र में पानी की त्राहि-त्राहि हो रही है। श्री वासनिक ने कहा कि सांसद को बिना तथ्य जाने लोकसभा में सवाल नहीं उठाना चाहिए और उनको खेद प्रकट करना चाहिए। अब कांग्रेस शासन में विकास के काम तेजी से हो रहे है।
राजनांदगांव, 19 मार्च। न्यायालय कलेक्टर राजनांदगांव के न्यायालय में आबकारी अधिनियम के तहत प्रचलित प्रकरण में जब्तशुदा वाहन मोटर साइकिल हीरो सीडी 100 एसएस क्रमांक सीजी-04-सी-4701 में अवैध मदिरा के परिवहन के संबंध में अनावेदक / वाहन स्वामी बेनलाल वर्मा रिंग रोड रायपुर जिला रायपुर की उपस्थिति के लिए आबकारी उप निरीक्षक वृत्त चिचोला के माध्यम से सूचना पत्र तामिली के लिए प्रेषित किया गया। इसी प्रकार जब्तशुदा वाहन मोटर साइकिल स्कूटी क्रमांक सीजी 04 एलएम 5076 में अवैध मदिरा के परिवहन के संबंध में वाहन स्वामी गुलाबबाई धीधी मकान नंबर 44 घासीदास चौक खपरी तहसील आरंग जिला रायपुर के उपस्थिति हेतु थाना प्रभारी लालबाग के माध्यम से सूचना पत्र तामिली के लिए प्रेषित किया गया।
वाहन स्वामी के बताए पते पर पतासाजी किए जाने पर नहीं मिलने से जारी नोटिस अदम तामिल प्रस्तुत किया गया है। न्यायालय कलेक्टर राजनांदगांव के प्रचलित प्रकरण में सुनवाई 9 अप्रैल को सुबह 11 बजे स्वयं या अभिभाषक के माध्यम से अनिवार्य रूप से उपस्थित होने कहा गया है। नियत तिथि को अनुपस्थित रहने पर जब्तशुदा वाहन मोटर साइकिल हीरो सीडी 100 एसएस क्रमांक सीजी 04 सी 4701 तथा वाहन मोटर साइकिल स्कूटी क्रमांक सीजी 04 एलएम 5076 की राजसात की कार्रवाई की जाएगी।
कोरोना से बचने गाईड लाइन का करें पालन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 मार्च। निगम प्रशासन ने होली पर्व सादगी और पर्यावरण तथा कोरोना संक्रमण से बचने गाईड लाइन का पालन करते मनाने का आह्वान किया। महापौर हेमा देशमुख ने नागरिकों से आह्वान करते कहा कि होलिका दहन के लिए हरेभरे पेड़-पौधों की कटाई न कर सूखी एवं बेकार लकडिय़ों का इस्तेमाल करें।
उन्होंने नागरिकों से होलिका दहन पक्की डामरीकृत सडक़ों पर तथा विद्युत खंभों एवं तारों के नीचे नहीं करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सडक़ों पर होलिका दहन से सडक़ें खराब होंगी, इसलिए खुली जगह व सडक़ के किनारे होलिका दहन किया जाए। उन्होंने विशेष रूप से बच्चों को होली के दिन जहरीले रासायनिक रंगों से बचने की सलाह दी है। साथ ही कोविड-19 कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते एवं पर्यावरण व स्वास्थ्य को दृष्टिगत रखते होली त्यौहार अपने निवास पर परिवार के साथ मनाने तथा होली कम से कम पानी का उपयोग कर सूखी होली खेलने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर मास्क व सेनेटाईजर का उपयोग करते हर्बल कलर का प्रयोग करने की अपील की है।
सरकारी और गैरसरकारी आयोजनों पर लगाम कसने तैयारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 मार्च। कोरोना की तीसरी लहर की चपेटे में आने के बाद सिलसिलेवार सामने आ रहे नए मामलों के बाद कलेक्टर टीके वर्मा ने बाघनदी बार्डर पर सख्त पहरा बिठा दिया है। महाराष्ट्र सीमा पर स्थित बार्डर में अब बिना जांच किए जिले में दाखिला लेना आसान नहीं होगा। वहीं कलेक्टर टीके वर्मा शहरी क्षेत्रों में भी सख्ती बढ़ाने की तैयारी में है। खासतौर पर राजनांदगांव शहर में बीते सप्ताहभर में 100 से अधिक नए मामले आएं हैं, उसके मद्देनजर स्थानीय स्तर पर कड़ाई करने की तैयारी चल रही है।
कलेक्टर टीके वर्मा ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि समीक्षा के बाद अगले एक-दो दिन में ठोस निर्णय लिया जाएगा। वैसे बढ़ते मामलों के बीच कड़ाई करना एकमात्र विकल्प है। बताया जा रहा है कि स्वास्थ्य विभाग के जरिये बाघनदी बार्डर पर लगातार राज्य में दाखिल होने वाले लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है। इसी के चलते बार्डर पर गुरुवार को 150 मरीजों की जांच की गई, जिसमें 2 कोरोना संक्रमित मिले। वहीं मां बम्लेश्वरी के दर्शनार्थ हेतु पहुंचे 86 श्रद्धालुओं में 10 कोरोना पॉजिटिव मिले। लिहाजा डोंगरगढ़ के अलावा छुरिया, चिचोला और दूसरे प्रमुख मार्गों में भी सख्ती बरती जा रही है।
बाघनदी सीमा पर प्रशासनिक अधिकारियों को नजर रखने का निर्देश दिया गया है। माना जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में बढ़ते नए मामलों के पीछे मुख्य वजह महाराष्ट्र से आने वाले लोग हैं। संक्रमित मरीजों को तत्काल बार्डर से ही वापस किया जा रहा है। रैण्डम टेस्ट नहीं कराने वालों को राज्य में दाखिला नहीं दिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि बीते सप्ताहभर में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। गुरुवार को एकमुश्त 59 मरीज जिलेभर से सामने आए हैं। वहीं मौतों की संख्या भी बढ़ रही है। कोरोना से मौत की संख्या 199 तक पहुंच गई है।
मिली जानकारी के मुताबिक कलेक्टर टीके वर्मा पड़ोसी जिले दुर्ग में जारी गाईड लाइन का अध्ययन कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि शादी समारोह के अलावा निजी कार्यक्रमों में भी रोक लगाने की तैयारी चल रही है। कलेक्टर लगातार मास्क लगाने के लिए मुहिम चला रहे हैं। इधर नवरात्र के दौरान ढ़ेरों वैवाहिक आयोजन होंगे। लिहाजा वैवाहिक कार्यक्रमों के लिए एक विशेष गाईड लाइन कलेक्टर जारी कर सकते हैं।
राजनंादगांव जिले में अब तक 20 हजार 586 पॉजिटिव मरीज में से 20 हजार 196 मरीज स्वस्थ हुए हैं। यानी 191 मरीज अब भी उपचारार्थ हैं। धीरे-धीरे स्वास्थ्य महकमा बढ़ते मरीजों की सेहत को सुधारने के लिए कोविड-19 सेंटरों को नए सिरे से तैयार कर रहा है। बताया जा रहा है कि जिस तरह से महाराष्ट्र में तेजी संख्या बढ़ रही है, उसका सीधा असर नांदगांव जिले में पड़ सकता है।
वसूली के साथ कोरोना टेस्ट भी, 4 हजार का अर्थदंड और 95 की जांच
कलेक्टर वर्मा के निर्देशानुसार डोंगरगढ़ में राजस्व, नगर पालिका, मेडिकल, पुलिस के संयुक्त दल द्वारा कोविड-19 प्रोटोकाल का पालन नहीं करने वालों पर अर्थदंड की कार्रवाई की जा रही है। जिसके अंतर्गत गुरुवार को बिना मास्क पाए जाने पर 19 लोगों से 3800 रुपए अर्थदंड वसूला गया। साथ ही मां बम्लेश्वरी मंदिर के प्रवेश द्वार में मेडिकल स्टॉफ द्वारा 86 लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया। बागनदी, बोरतलाव बॉर्डर चेकपोस्ट में 95 लोगों का कोरोना टेस्ट किया गया। जिनमें से नागपुर महाराष्ट्र से आने वाले व्यक्ति पॉजिटिव मिले।
गेहूं की फसलों को नुकसान का अंदेशा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 मार्च। जिले में शुक्रवार को मौसम ने करवट बदली। सुबह से बूंदाबांदी के साथ बारिश हुई। बेमौसम बारिश से गेहूं की फसलों को नुकसान होने का अंदेशा बढ़ गया। किसानों के लिए बेमौसम बारिश परेशानी खड़ी कर सकती है। पिछले कुछ दिनों से तेज गर्मी और सूर्य की चुभती किरणों से लोग हलाकान थे।
मौसम विभाग ने प्रदेश समेत राजनांदगांव जिले में भी बारिश होने की संभावना जाहिर की थी। बारिश के कारण मौसम का मिजाज ठंडा हो गया। गर्मी और उमस से लोगों को मौसम से राहत मिली। हालांकि दिनभर बदली छाने से ठंडी हवाएं भी चली। बीते कुछ दिनों से पारा 35 डिग्र्री के पार हो गया था। मार्च के महीने में पड़ रही गर्मी से लोग परेशान थे। मौसम का मिजाज पिछले कुछ दिनों से बदला हुआ था। आज सुबह से ही तेज ठंडी हवाओं के साथ बूंदाबांदी शुरू हुई।
बताया जा रहा है कि जिले के अलग-अलग इलाकों में भी बारिश हुई है। रबी की मुख्य फसल गेहूं को सर्वाधिक होने का अंदेशा बढ़ गया है। गेहूं खेतों में पककर तैयार हो गई है। खड़ी फसल को बारिश से नुकसान होने से किसान चिंताग्रस्त हैं। मार्च माह का एक पखवाड़ा बीतने के बाद मौसम में अचानक फेरबदल हो गया। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि आगामी माह अप्रैल में तापमान में बढ़ोत्तरी होगी। वहीं इस बार गर्मी सामान्य से अधिक गर्मी भी आगामी अप्रैल और मई माह में देखने को मिल सकती है।
इधर शुक्रवार को अचानक बेमौसम बारिश होने से लोगों की सेहत पर भी बुरा असर पडऩे की आशंका है। अचानक आसमान में सुबह से बादल छाने के साथ ही जिले के कुछ इलाकों में बूंदाबांदी भी हुई। ऐसे में खेतीहर किसानों के चेहरे में बेमौसम बारिश को लेकर चिंता की लकीरें दिख रही है। इधर मौसम के करवट बदलने से लोगों में सर्दी-खांसी व बुखार के लक्षण भी नजर आने लगे हैं।
सुबह से आसमान में बादल छाए रहने के साथ ही बारिश और बूंदाबांदी की स्थिति निर्मित रही। दोपहर तक आसमान में काले बादल छाए रहे। मौसम के मिजाज को लेकर लोग सेहत के लिहाज से गर्म कपड़ों का भी उपयोग करते दिखे। वहीं बच्चों व बुजुर्गों की सेहत को लेकर परिवार के लोग सतर्कता बरतते दिखे।
48 गांव के लोगों की प्यास बुझाने बने प्रोजेक्ट से आया सियासी उबाल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 मार्च। राजनंादगांव विधानसभा क्षेत्र के धीरी और सुरगी क्षेत्र के 48 गांवों की प्यास बुझाने के लिए पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में बनाए गए धीरी प्रोजेक्ट पर हुए कथित भ्रष्टाचार को लेकर कांग्रेस ने आक्रमक रूख अख्तियार करते हुए राज्य आर्थिक ब्यूरो तक शिकायत करने का मन बना लिया है। कांग्रेस नेता जितेन्द्र मुदलियार ने पूरे मामले को लेकर सडक़ तक की लड़ाई लड़ी है। उनका सीधा आरोप है कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के कार्यकाल में ‘धीरी नल-जल योजना’ की राशि में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। 28 करोड़ रुपए की लागत के इस प्रोजेक्ट से 48 गांव के लोगों के कंठ प्यासे हैं। गर्मी के पहले ही दौर में धीरी और सुरगी क्षेत्र के बाशिंदे पानी के लिए तरस रहे हैं। इस मुद्दे पर सियासी उबाल उठ गया है। ‘छत्तीसगढ़’ ने मुदलियार से सीधी चर्चा की।
0 धीरी नल-जल योजना की असलियत क्या है? करोड़ों रुपए मिलने के बावजूद लोग क्यों प्यासे हैं?
00 इस योजना में हुए बंदरबांट के लिए सीधे तौर पर मेरा आरोप है कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, पूर्व सांसदद्वय अभिषेक सिंह और मधुसूदन यादव के अलावा अफसर और उद्योगपति इसके लिए जिम्मेदार हैं। यह सोचने का विषय है कि 28 करोड़ रुपए की लागत से इन्टकवेल और स्टॉपडेम निर्माण किया गया, लेकिन लोग पेयजल के लिए तरस रहे हैं। दरअसल तकनीकी रूप से पूरे मामले में हेराफेरी की गई है। इंटकवेल की ऊंचाई बढ़ा दी गई। जबकि स्टापडेम की ऊंचाई कम रखी गई। होना यह था कि इंटकवेल की ऊंचाई कम होती और स्टापडेम की ऊंचाई को बढ़ाया जाना था, ताकि पानी स्टापडेम में रहता।
0 पिछले कुछ दिनों से लगातार आप पूर्ववर्ती भाजपा सरकार पर निशाना साध रहे हैं, क्या आप इस मामले को राजनीतिक रंग देने की कोशिश में हैं?
00 बिल्कुल नहीं, मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि पूरे मामले में मैं सिर्फ जनता के लिए लड़ रहा हूं। यह दुर्भाग्य है कि इस प्रोजेक्ट को लेकर पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने आंख बंद कर ली। उद्योगपति और अफसर राजनीतिक संरक्षण के जरिये निजी हितों को साधने में कामयाब रहे। राजनीति करने के लिए और भी मुद्दे हैं। मैं लोगों को पानी उपलब्ध कराने के लिए लड़ रहा हूं।
0 सांसद संतोष पांडेय ने इस मामले को लेकर लोकसभा में आवाज उठाई है, क्या आप मानते हैं एक तरह से आपकी मांगों का वह समर्थन कर रहे हैं।
00 सांसद पांडेय ने लोकसभा में जरूर इस मुद्दे को उठाया है, लेकिन वह राजनीति कर रहे हैं। उन्हें इस मुद्दे पर सीधे केंद्र सरकार से एफआईआर दर्ज करने की मांग रखनी चाहिए थी। भाजपाई अपनी साख बचाने के लिए दिखावा कर रहे हैं।
0 अधिकारियों को लेकर आपका क्या रूख है, आप सीधे भाजपा नेताओं पर ही क्यों आरोप लगा रहे हैं?
00 पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के राज में ही यह भ्रष्टाचार हुआ है। अफसर बिना भाजपा नेताओं के संरक्षण में इतना बड़ा कदम नहीं उठा सकते थे। मैं कह रहा हूं कि भाजपा नेताओं के साथ-साथ अफसर और सांकरा के उद्योगपति के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज होना चाहिए।
0 आपका अगला कदम क्या होगा, जब भाजपा जनता के लिए लड़ाई लडऩे का दावा कर आंदोलन कर रही है?
00 करीब महीनेभर से 48 गांव के ग्रामीण पानी के लिए तरस रहे थे, उस समय भाजपा नींद में थी। चूंकि इस मामले में परोक्ष रूप से मैंने पूर्व मुख्यमंत्री से लेकर पूर्व सांसद अभिषेक सिंह और मधुसूदन यादव पर आरोप लगाए हैं, तब अपनी इमेज सुधारने के लिए भाजपाई भीड़ लेकर गांव तक पहुंच रहे हैं। जनता पूरी बात समझ चुकी है।
0 क्या इस मामले में आप राज्य सरकार से शिकायत करेंगे?
00 मैं आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो से लेकर भ्रष्टाचार रोधी संस्थाओं से जांच के लिए मांग करूंगा। मुख्यमंत्री से भी मैं व्यक्तिगत रूख कर आर्थिक घोटाले में शामिल लोगों पर कार्रवाई करने के लिए शिकायत करूंगा।
0 क्षेत्र की जनता इस मुद्दे पर किसके साथ है? क्या आपको लगता है कि भाजपा नेताओं को इस मुद्दे पर अपना रूख साफ करना चाहिए?
00 जनता की समस्या से पूर्ववर्ती भाजपा सरकार का सारोकार नहीं रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह के विधानसभा का यह ज्वलंत मुद्दा है। इस पर उन्होंने चुप्पी साध रखी है। जनता सडक़ की लड़ाई लड़ रही है और विधायक होने के नाते उन्होंने इस पर चर्चा करना भी मुनासिब नहीं समझा। भाजपा नेताओं को निश्चिततौर पर इस मुद्दे पर अपना रूख साफ करना चाहिए।
नांदगांव मेडिकल कॉलेज के हेमकांत साहू की उपलब्धि शिक्षित बेरोजगारों के लिए मिसाल
प्रदीप मेश्राम
राजनांदगांव, 19 मार्च (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। कड़ी परिश्रम और काबिलियत की बेजोड़ नींव विषम परिस्थितियों को मात देने में हमेशा कारगार साबित हुआ है। यह सोच किसी को भी नई ऊंचाईयों तक पहुंचाने का एक सशक्त जरिया हमेशा साबित हुआ है। राजनंादगांव मेडिकल कॉलेज के एक स्वीपर की स्कूली व्याख्याता बनने में मिली सफलता का मूलमंत्र यही रहा है।
उच्च पद तक जाने की ख्वाहिश को पूरा करने के लिए स्वीपर हेमकांत साहू ने बेझिझक स्वीपर पद में काम करने से गुरेज नहीं किया। उनका लक्ष्य शुरू से प्रशासनिक ओहदे में काबिज होने का रहा है। शुरूआती सफलता में उनका उद्देश्य साफ तौर पर यही जाहिर कर रहा है। हाल ही में हेमकांत का स्कूल विभाग में व्याख्याता के पद पर चयन हुआ है। वह मूल रूप से दुर्ग के रहने वाले हैं। पिछले कुछ सालों से राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज में वह स्वीपर पद पर कार्य करते हुए प्रतिभागी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे। एमएससी तक शिक्षित हेमकांत कम्प्यूटर में भी दक्ष हैं। चतुर्थ श्रेणी के पद पर रहते हुए उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा में भी दो बार भाग लिया है। हालांकि उन्हें सफलता नहीं मिली। इस दौरान उन्होंने अपनी शिक्षा की बदौलत व्याख्याता की परीक्षा में हिस्सा लिया, जिसमें वह चयनित हुए हैं। उनकी छुईखदान ब्लॉक के साल्हेकसा में पदस्थापना हुई है।
‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा करते हुए अपनी कामयाबी पर हेमकांत साहू ने कहा कि वह लगातार अध्ययन कर रहे हैं। आगे वह प्रथम श्रेणी के पद के लिए तैयारी में जुटे हुए हैं। बताया जा रहा है कि व्याख्याता चयनित होने के बाद स्थानीय अस्पताल प्रबंधन ने हेमकांत साहू का जोशीला स्वागत और अभिनंदन किया है। जिसमें मेडिकल कॉलेज अधीक्षक डॉ. प्रदीप बेक, सिविल सर्जन डॉ. यूएस चंद्रवंशी, उप प्रांताध्यक्ष पीसी जेम्स समेत अन्य कर्मचारी भी उपस्थित थे।
खास बात यह है कि हेमकांत ने चतुर्थ श्रेणी के पद पर कार्य करते हुए कभी भी अपने अधिकारियों और कर्मियों से मिले निर्देशों से इंकार नहीं किया। बताया जा रहा है कि उनकी इस तरक्की को देखकर दूसरे शिक्षित बेरोजगारों के लिए वह मिसाल बन गए हैं। शुरूआत से ही हेमकांत ने ऊंचे ओहदे में जाने के लिए मौजूद पद को एक सीढ़ी के रूप में इस्तेमाल किया। अब वह बतौर व्याख्याता अगले उच्च प्रशासनिक पद को हासिल करने के लिए पूर्व की भांति कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 मार्च। तहसील राजनांदगांव के राजस्व निरीक्षक मंडल उपरवाह के पटवारी हल्का नंबर 13 के ग्राम उपरवाह को विभाजित कर दो ग्राम उपरवाह और करेलापारा बनाए जाने की कार्रवाई की जा रही है। छत्तीसगढ़ भू-राजस्व संहिता 1959 की धारा 108 के अधीन निर्मित नियत क्रमांक 13 के अधीन यह उद्घोषणा की गई है कि ग्राम उपरवाह एवं प्रस्तावित ग्राम करेलापारा का अधिकार अभिलेख, किस्तबंदी खतौनी बी-1, खसरा पांचसाला, निस्तार पत्रक एवं नक्शा तैयार हो चुका है।
उन सभी व्यक्तियों को जिनका अभिलेखों की प्रविष्टि में हित निहित है, को आमंत्रित किया गया है कि वे इसका निरीक्षण उप तहसील कार्यालय घुमका में प्राधिकृत अधिकारी तहसीलदार राजनांदगांव के न्यायालय घुमका में कार्यालयीन दिवस एवं समय पर कर सकते हैं और यदि चाहे तो उक्त अभिलेख में की गयी प्रविष्टि के संबंध में कलेक्टर राजनांदगांव के समक्ष कार्यालय कलेक्टर भू-अभिलेख शाखा राजनांदगांव में 30 मार्च 2021 तक कार्यालयीन दिवस एवं समय में अपील प्रस्तुत कर सकते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 मार्च। तहसील राजनांदगांव के राजस्व निरीक्षक मंडल उपरवाह के पटवारी हल्का नंबर 13 के ग्राम उपरवाह को विभाजित कर दो ग्राम उपरवाह और करेलापारा बनाए जाने की कार्रवाई की जा रही है। छत्तीसगढ़ भू-राजस्व संहिता 1959 की धारा 108 के अधीन निर्मित नियत क्रमांक 13 के अधीन यह उद्घोषणा की गई है कि ग्राम उपरवाह एवं प्रस्तावित ग्राम करेलापारा का अधिकार अभिलेख, किस्तबंदी खतौनी बी-1, खसरा पांचसाला, निस्तार पत्रक एवं नक्शा तैयार हो चुका है।
उन सभी व्यक्तियों को जिनका अभिलेखों की प्रविष्टि में हित निहित है, को आमंत्रित किया गया है कि वे इसका निरीक्षण उप तहसील कार्यालय घुमका में प्राधिकृत अधिकारी तहसीलदार राजनांदगांव के न्यायालय घुमका में कार्यालयीन दिवस एवं समय पर कर सकते हैं और यदि चाहे तो उक्त अभिलेख में की गयी प्रविष्टि के संबंध में कलेक्टर राजनांदगांव के समक्ष कार्यालय कलेक्टर भू-अभिलेख शाखा राजनांदगांव में 30 मार्च 2021 तक कार्यालयीन दिवस एवं समय में अपील प्रस्तुत कर सकते हैं।
समस्या वाले स्थानों का चयन कर करें उपाय
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 मार्च। कलेक्टर टीके वर्मा की अध्यक्षता में बुधवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में पेयजल एवं निस्तारी के लिए जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक आयोजित की गई।
कलेक्टर वर्मा ने कहा कि गर्मी में पानी कम होने से निस्तारी की आवश्यकता होती है। भूमिगत जल के नीचे होने के कारण पानी की समस्या होती है। उन्होंने कहा कि पानी की समस्या वाले स्थानों का चयन कर इसे दूर करने के उपाय किए जाए, जिन गांवों में हैंडपंप खराब है उसे ठीक करें।
उन्होंने धीरी जलप्रदाय योजना के तहत गांवों में पानी उपलब्धता के संबंध में जानकारी ली। इसके लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, जल संसाधन विभाग की कमेटी गठित कर पेयजल के लिए फिल्ड विजिट कर धीरी जलप्रदाय योजना में पानी देने के लिए संभावित साधन की जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिले में पेयजल की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। बैठक में जल संसाधन विभाग द्वारा पेयजल एवं निस्तारी के लिए मोंगरा बैराज से एनीकट के माध्यम से तथा मटियामोती जलाशय से पानी दिए जाने की जानकारी दी गई।
बैठक में महापौर हेमा देशमुख, विधायक प्रतिनिधि लीलाराम भोजवानी, नगर निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी, एसडीएम राजनांदगांव मुकेश रावटे, कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एसएन पांडे, कार्यपालन अभियंता जल संसाधन विभाग यूके मिश्रा सहित जनप्रतिनिधि एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
राजनांदगांव, 18 मार्च। पीएससी परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू के आह्वान पर जिला भाजयुमो अध्यक्ष मोनू बहादुर सिंह ने भाजयुमो के प्रमुख कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों के साथ वीआईपी रोड स्थित अपने कार्यालय में बुधवार को बैठक लेकर प्रदेश सरकार के खिलाफ बड़े आंदोलन की तैयारी को लेकर चर्चा की। साथ ही प्रदेश नेतृत्व द्वारा दी गई प्रमुख बिंदुओं पर रूपरेखा तैयार की गई।
बैठक में कहा गया कि आगामी दिनों में पीएससी चेयरमैन के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से युवाओं को जोडक़र आंदोलन को वृहद रूप दिया जाएगा। युवाओं के भविष्य बचाने भाजयुमो निर्भिक होकर सरकार के कुनीतियों के खिलाफ लड़ाई लडऩे मैदान में उतर चुकी है। लोक सेवा आयोग के मनमानी के चलते योग्य युवा अपने अधिकार से वंचित हो, ये भाजयुमो कतई स्वीकार नहीं करेगी।
मोनू बहादुर सिंह ने बताया कि भाजयुमो के इस आंदोलन में अधिक से अधिक युवा जुड़े और छत्तीसगढ़ के युवाओं के भविष्य निर्माण करने में अपनी भूमिका सुनिश्चित करें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 मार्च। नगर निगम सभागार में साकेत साहित्य परिषद सुरगी का 22वां वार्षिक सम्मान समारोह, पुस्तक विमोचन एवं कवि सम्मेलन का आयोजन गत् दिनों किया गया।
प्रथम सत्र में पुस्तक विमोचन एवं साहित्यिक परिचर्चा का आयोजन किया गया। वरिष्ठ साहित्यकार कुबेर सिंह साहू की कृति सुरति अऊ सुरता का विमोचन मुख्य अतिथि विनोद साव व अध्यक्षता डॉ. गोरेलाल चंदेल ने किया। विशिष्ट अतिथि डॉ. पीसीलाल यादव उपस्थित थे।
द्वितीय सत्र में सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि नगर निगम अध्यक्ष हरिनारायण धकेता व अध्यक्षता पदम कोठारी ने की। विशिष्ट अतिथि प्रदेश कांग्रेस के संयुक्त महासचिव जितेन्द्र मुदलियार, पूर्व महापौर सुदेश देशमुख, पंकज बांधव, अंगेश्वर देशमुख, तुकजराम साहू, गिरधर निषाद, डॉ. हेमंत साहू उपस्थित थे। स्वागत भाषण लखनलाल साहू ने दी।
इस अवसर पर लोककला में विशिष्ट योगदान के लिए वीरेन्द्र बहादुर सिंह, लोक कलाकार भोलाराम साहू, युवा कवि शिवप्रसाद लहरे को साकेत सम्मान 2021 से सम्मानित किया गया। तृतीय सत्र में कवि सम्मेलन हुआ। जिसमें 40 रचनाकारों ने कविता एवं गीत की प्रस्तुति दी। परिचर्चा सत्र का संचालन महेन्द्र बघेल एवं आभार प्रदर्शन कुबेर सिंह साहू, सम्मान समारोह का संचालन ओमप्रकाश साहू एवं आभार प्रदर्शन राजकुमार चौधरी और कवि सम्मेलन का संयुक्त रूप से वीरेन्द्र कुमार तिवारी एवं ओमप्रकाश साहू तथा आभार प्रदर्शन लखनलाल साहू ने किया। इस दौरान वरिष्ठ साहित्यकार, कवि समेत अन्य लोग मौजूद थे।
राजनांदगांव, 18 मार्च। जिला जनसंपर्क कार्यालय राजनांदगांव में फोटोग्राफी कार्य वर्ष 2021-22 में स्थानीय स्टूडियो से न्यूनतम दर पर कराया जाना है। फोटोग्राफी कार्य के लिए राजनांदगांव के स्थानीय स्टूडियो से कोटेशन मंगाया गया है। इच्छुक राजनांदगांव के स्थानीय स्टूडियो द्वारा जिला जनसंपर्क कार्यालय राजनांदगांव में 26 मार्च को दोपहर 4 बजे तक अपना आवेदन पत्र एवं कोटेशन जमा किया जा सकता है। जिसमें निजी फोटोग्राफर के स्वयं का कैमरा, कार्ड रिडर, पेन ड्राईव एवं अन्य फोटोग्राफी से संबंधित सामग्री होना अनिवार्य है। फोटोग्राफर द्वारा प्रति कार्यक्रम का फोटोग्राफी, तारीखवार कार्यालय के समाचार शाखा के कम्प्यूटर में अपलोड करना होगा।
इसके लिए कार्यालय द्वारा अलग से कोई भी राशि देय नहीं होगी। इस संबंध में अधिक जानकारी कार्यालयीन समय में जिला जनसंपर्क कार्यालय कलेक्टोरेट परिसर के कक्ष क्रमांक 13 से प्राप्त कर सकते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 मार्च। धीरी नल-जल समूह से सोमनी के समीपस्थ 24 गांवों को पेयजल आपूर्ति के उद्देश्य से तैयार की गई जिले की महत्वाकांक्षी योजना पर बट्टा लगाने के विषय को लोकसभा में उठाने के बाद दूरभाष पर जानकारी देते सांसद संतोष पांडेय ने रहीम के दोहे रहिमन पानी राखिए बिन पानी सब सून, जो सदियों पहले लिखी गई है, का उल्लेख करते कहा कि एक-एक बूंद बचाने के उद्देश्य से लिखे हुए दोहे को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों ने बिसरा दिया है। एक ओर हमारे वैष्णव राजाओं के द्वारा राजनांदगांव रियासत के घर-घर में धारा प्रवाह पानी पहुंचाने के लिए जो योजना बनाई गई थी। जिससे प्रेरित होकर तत्कालीन अन्य रियासतों ने अनुशरण कर पेयजल की व्यवस्था की थी, जो आज भी शोध का विषय है। ऐसे में धीरी नल-जल समूह राजनांदगांव के ऊपर कलंक से कम नहीं है।
सांसद श्री पांडेय ने कहा कि आज उक्त नल-जल समूह से जुड़े 24 गांव के न सिर्फ पेयजल के लिए संघर्ष कर रहे हैं, वरन ईरा में बना हुआ पंप हाउस मुंह चिढ़ा रहा है। उक्त विषय को समय-समय पर जिला पंचायत अध्यक्ष गीता साहू, सांसद प्रतिनिधि भरत वर्मा, जिला पंचायत सदस्य राजेश श्यामकर, कृष्णा तिवारी ने भी दिशा समिति सहित विभिन्न बैठकों में जोर शोर से उठाया है। चूंकि उक्त नल-जल योजना में केंद्र से प्राप्त राशि का उपयोग अधिक हुआ है। ऐसी स्थिति में जनप्रतिनिधियों ने जल आपूर्ति जैसे महत्वपूर्ण विषय में रूचि लेने का सतत निवेदन करते रहे हैं। अभी भी समय रहते विभागीय मद से पूर्व प्रस्ताव अनुसार एनीकट के समीप धीरी में नल-जल योजना संचालित करने में प्रदेश सरकार को रूचि लेनी चाहिए। सांसद द्वारा पेयजल जैसे महत्वपूर्ण संवेदनशील विषय को संसद में उठाए जाने के लिए ग्रामीणों ने सांसद का आभार व्यक्त किया है।
कलेक्टर ने कहा मास्क और प्रोटोकॉल का पालन न करने पर दुकानें होगी
राजनांदगांव, 18 मार्च। कोरोना के बढ़ते रफ्तार पर सख्त होते प्रशासन ने अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों की सीमा पर ही जांच करने के निर्देश दिए। साथ ही दुकान संचालक समेत कर्मियों को मास्क, सेनेटाईजर समेत कोरोना प्रोटोकाल का पालन करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर टीके वर्मा ने जिले में कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण की रोकथाम के लिए पुलिस, स्वास्थ्य, राजस्व विभाग की बैठक लेकर दिशा-निर्देश दिए। कलेक्टर वर्मा ने कहा कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन कराना जरूरी है। मास्क लगाना, सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना और लगातार सेनेटाईज करने कहा है। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए आवश्यक है कि अधिक से अधिक सैम्पल लिया जाए। पॉजिटिव आने पर उनका कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग कर प्राईमरी संपर्क में आने वाले लोगों की जांच करें। उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर भीड़ अधिक होती है, वहां सैम्पल लिया जाए। आगामी समय में त्यौहारों में सतर्कता रखने की जरूरत है। सभी दुकानदार और काम करने वाले बिना मास्क के सामान विक्रय करने पर दुकानों को सील करने के निर्देश दिए। बिना मास्क घर से बाहर निकलने पर चालानी कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों का सीमा पर रेन्डमली सैम्पल लिया जाए। जिले में धार्मिक, राजनैतिक, सामाजिक एवं अन्य सभी प्रकार के आयोजन हो रहे हैं उनके लिए अनुमति जरूर ली जाए। ऐसे आयोजनों में प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करना आवश्यक है। उन्होंने कोविड-19 की जांच में तेजी लाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री वर्मा ने कहा कि पंचायत स्तर पर टीम गठित करें और जिन जगहों पर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, वहां आकस्मिक जाकर जांच करें और प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने पर चालानी कार्रवाई करें। बस स्टैंड, रेल्वे स्टेशन तथा अन्य सार्वजनिक स्थान जहां भीड़ अधिक होती है वहां लगातार सैम्पलिंग की कार्रवाई करें। जितना अधिक सैम्पलिंग होगा ट्रेसिंग करके इसे नियंत्रण किया जा सकता है। महाराष्ट्र सीमा से लगे गांवों में सैम्पलिंग करने के निर्देश दिए है। कलेक्टर वर्मा ने कहा कि जिले में वैक्सीनेशन में तेजी लाने की जरूरत है। प्रतिदिन लक्ष्य के अनुरूप वैक्सीनेशन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोटवार, सचिव, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानीन के माध्यमों से प्रचार-प्रसार करें एवं लोगों को अधिक से अधिक वैक्सीनेशन के लिए जागरूक करें। जिन्होंने वैक्सीनेशन का पहला डोज लगा लिए है वे 28 दिन बाद दूसरा डोज जरूर लगाएं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने कहा कि कोविड-19 का नया रूप और भी खतरनाक है। इससे बचने के लिए प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी है। कोविड-19 से मृत्यु का कारण लापरवाही बरतना है। लोग लक्षण होने के बाद समय पर जांच नहीं कराते। सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षण होने पर 24 घंटे के भीतर कोविड-19 की जांच जरूर कराएं। उन्होंने कहा कि लोग दुकानों में बिना मास्क के कार्य करते हैं। जिससे संक्रमण की संभावना अधिक होती है। जिले में वैक्सीनेशन में तेजी लाने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि जिले के सभी सीएससी में नि:शुल्क कोविड-19 वैक्सीन लगाया जा रहा है। वैक्सीनेशन के बाद कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना जरूरी है। इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त आशुतोष चतुर्वेदी, एसडीएम राजनांदगांव मुकेश रावटे, एडिशनल एसपी कविलाश टंडन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
निलंबन रद्द करने एकजुट हुए कार्यालय लिपिक
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 मार्च। शिक्षा विभाग की एक महिला लिपिक को निलंबित किए जाने के मामले में शिक्षक फेडरेशन और जिला शिक्षा अधिकारी के बीच विवाद छिड़ गया है। फेडरेशन ने इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी एचआर सोम और कोषालय अधिकारी के विरूद्ध कार्रवाई करने के लिए शासन को पत्र लिखा है। बताया जा रहा है कि वेतन भुगतान में त्रुटि किए जाने के मामले में सहायक ग्रेड-2 हेमलता तिवारी को डीईओ ने निलंबित कर दिया। फेडरेशन का आरोप है कि डीईओ ने ही वेतन पर्ची में हस्ताक्षर किए थे। ऐसे में निलंबन की कार्रवाई के लिए लिपिक को बेवजह निशाना बनाया गया।
फेडरेशन के महासचिव सतीश ब्योहारे ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि डीईओ ने बेवजह लिपिक को निलंबित किया है। जिसका विरोध किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा अधिकारी द्वारा मनमानी की जा रही है। यहां बता दें कि राजनंादगांव जिले में फर्नीचर घोटाले में भी डीईओ सोम पर संगीन आरोप लगे हैं। उन पर बिना निविदा बुलाए दुर्ग जिले के कुछ लोगों को ठेका दिए जाने का आरोप है। इस मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय से भी शिकायत हुई है, जहां से राज्य सरकार को जांच करने का निर्देश भी दिया गया है।
छत्तीसगढ़ लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ ने डीईओ एचआर सोम से मिलकर कार्रवाई करने पर ऐतराज जताया है। बताया जा रहा है कि पूरे मामले में कुछ शिक्षकों को 12 प्रतिशत के बजाय 21 प्रतिशत महंगाई भत्ता दिया गया। इस मामले की कथित रूप से जांच की गई। मामले में डीईओ ने सीधे लिपिक को दोषी ठहराते हुए निलंबित कर दिया। यह भी बताया जा रहा है कि महंगाई भत्ता लेने वाले शिक्षकों ने वापस रकम को शिक्षा कार्यालय में वापस भी कर दिया है। इसके बावजूद निलंबन की कार्रवाई होने पर फेडरेशन भडक़ गया है। पिछले कुछ दिनों से राजनांदगांव जिला शिक्षा कार्यालय चर्चा में है। बताया जा रहा है कि शिक्षकों ने डीईओ पर कई तरह के आरोप भी लगाए हैं। जिसमें आपसी मनमुटाव और वैमनश्यता के तहत कर्मियों को निशाने में रखकर कार्रवाई करने का आरोप भी डीईओ पर लगाया जा रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 फरवरी। शहर के प्रतिष्ठित इलेक्ट्रानिक्स कारोबारी योगेश बागड़ी को प्रदेश भाजपा की आर्थिक प्रकोष्ठ में राजनांदगांव जिले का संयोजक नियुक्त किया गया है। श्री बागड़ी भाजपा के निष्ठावान कार्यकर्ता है। वह लगातार आर्थिक मोर्चे पर केंद्र और पूर्ववर्ती प्रदेश भाजपा सरकार के नीतियों को लेकर काफी पैरवी करते रहे है। खासतौर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वित्तीय नीतियों को लेकर वह जनता के बीच सकारात्मक प्रचार करते रहे है। बताया जाता है कि प्रदेश संयोजक राजेश अग्रवाल ने श्री बागड़ी को जिला संयोजक नियुक्त किया है। श्री बागड़ी ने राम मंदिर निर्माण से लेकर भाजपा की प्रभावी कार्यशैली को लेकर कार्य किया है। वह किक्रेट खेल को लेकर भी काफी सक्रिय रहे है। श्री बागड़ी ने अपनी नियुक्ति के प्रति आभार जताया है। उन्होनें पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, जिलाध्यक्ष मधुसूदन यादव समेत प्रदेश एवं जिले के नेताओं के प्रति आभार व्यक्त किया है।
2016-17 से निगम की रसीद बुक जमा नहीं, अब जांच शुरू
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 मार्च। राजनांदगांव नगर निगम के मोहड़ वार्ड में नगर निगम के एक राजस्व कर्मी द्वारा लाखों रुपए डकारने का मामला सामने आया है। खास बात यह है कि करीब 5 साल से राजस्व कर्मी ने निगम की अधिकृत रसीद बुक से वार्ड के लोगों से टैक्स के रूप में राशि वसूला। बताया जा रहा है कि वार्ड पार्षद संजय रजक ने मामले को लेकर नगर निगम उपायुक्त व राजस्व प्रभारी सुदेश सिंह से जांच की मांग की है।
मिली जानकारी के मुताबिक गजानन वैष्णव नामक राजस्व कर्मी ने वार्डों के परिसीमन से पूर्व मोहड़ और सिंगदई वार्ड के नागरिकों से पेयजल और संपत्ति कर की वसूली की। बताया जा रहा है कि करीब 5 रसीद बुक से उक्त कर्मी द्वारा राशि लोगों से ली गई, जिसे निगम के खाते में जमा नहीं किया गया।
मामले का खुलासा उस वक्त हुआ, जब टैक्स जमा कर चुके नागरिकों से दोबारा दूसरे राजस्व कर्मी वसूली के लिए पहुंचे। इसके बाद वार्ड में खलबली मच गई। बीते नगरीय निकाय चुनाव के दौरान वार्डों के नए सिरे से परिसीमन होने के बाद मोहड और सिंगदई अलग-अलग वार्ड बन गए। बताया जा रहा है कि एक रसीद बुक में 100 पर्ची होती है। औसतन वार्डों से 4 से 5 हजार रुपए प्रति मकान टैक्स वसूले गए हैं। यानी 5 से 10 लाख रुपए निगम के खाते में जमा नहीं किए गए हैं।
इस संबंध में पार्षद संजय रजक ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि लंबे समय से कर्मचारी द्वारा टैक्स की राशि में हेराफेरी की जा रही थी। पार्षद का दावा है कि यह मामला 10 लाख रुपए से अधिक है। उधर उपायुक्त सुदेश सिंह ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि कर्मी को नोटिस देकर जवाब मांगा गया है। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी। बताया जा रहा है कि इस मामले में नगर निगम का रूख बेहद ढीला है। इस कथित गबन का खुलासा करीब माहभर पहले हुआ है। अब तक निगम के अफसरों ने कार्रवाई नहीं की है। बताया जा रहा है कि गबन के आरोपी कर्मचारी की सेहत भी खराब हो गई है। परिजनों की ओर से अफसरों पर कार्रवाई नहंी करने का दबाव बनाया जा रहा है। उधर पार्षद ने अपने वार्ड में कर्मचारी के रवैये को लेकर घर-घर जानकारी दी है। वार्ड के लोगों से मामले की निष्पक्ष जांच होने तक टैक्स नहीं पटाने पार्षद ने अभियान छेड़ दिया है।