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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 4 अगस्त। छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की प्रथम प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक के दौरान प्रदेश अध्यक्ष को नवीन सदस्यों के आवेदन फॉर्म सौंपते हुए कोरिया जिले की कुछ प्रमुख समस्याओं से अवगत कराते हुए उसके निराकरण हेतु प्रयास करने अपनी बात रखी गई। परसगड़ी औद्योगिक क्षेत्र में भूमि के लिए जो भू-भाटक निर्धारित होना है उसे कम रखा जावे, चैनपुर स्थित बैलगाड़ी प्रोजेक्ट जिसमें आवंटित भूमि को निरस्त कर दिया गया है उसमें जिन व्यापारियों की भूमि निरस्त हो गई है उन्हें पुन: आवंटित किए जाने के संबंध में चर्चा की गई, जिस पर प्रदेश अध्यक्ष अमर परवानी ने शीघ्र संबंधित विभाग से बात कर समस्या का समाधान करने का पूर्ण आश्वासन दिया। सदन के द्वारा कोरिया जिले से भेजे गए सभी सदस्यों के सदस्यता आवेदन पत्र को स्वीकृति देते हुए उन्हें अनुमोदित किया गया। निकट भविष्य में जारी नई सूची में कोरिया जिले में सदस्यता लगभग 500 सदस्यों की हो गई है।
प्रदेश अध्यक्ष द्वारा की गई नियुक्तियों को प्रदेश अध्यक्ष का विशेषाधिकार बताते हुए सदन ने पूर्ण समर्थन दिया। सदन ने बताया कि पूर्व में भी इसी तरह विगत 30-40 वर्षों से छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में नियुक्तियां की जाती रही हैं। कार्यकारिणी विस्तार के लिए कोरिया जिले से गए सभी प्रतिनिधियों ने प्रदेश अध्यक्ष का आभार व्यक्त किया।
बैठक में कोरिया जिले से कमल केजरीवाल सरगुजा संभाग प्रभारी छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स, प्रदेश उपाध्यक्ष रफीक मेमन, जिला महामंत्री मनीष अग्रवाल (रीटू)एवं जिला पेंड्रा प्रभारी कमल पोद्दार शामिल हुए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 4 अगस्त। बच्चों की पहली शिक्षक माँ होती है जो उन्हें बोलना, चलना और बहुत कुछ सिखाती है, अब कोरोना काल में घरेलू चीजों से माँ बच्चों को पढऩा-लिखना सिखाएगी।
अंगना म शिक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत जिला स्तरीय ऑनलाइन प्रशिक्षण सह बैठक कार्यक्रम में शिक्षक विधात्री सिंह ने कहा कि अंगना म शिक्षा कार्यक्रम के तहत हम बच्चों की माताओं को प्रशिक्षण देकर बच्चों की पढ़ाई घर में ही करने की सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि बच्चे कोरोना संक्रमण से भी बचे रहें और उनकी पढ़ाई भी बाधित न हो। प्रशिक्षण में डीपीसी अजय मिश्रा, एपीसी राज चापेकर, भरतपुर सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी सुदर्शन पैकरा, बीआरसी देवेन्द्र गुप्ता सहित सीएसी उपस्थित रहे।
अंगना म शिक्षा हेतु कोरिया जिला के लिए चयनित डीआरजी व भरतपुर ब्लाक की शिक्षिका विधात्री सिंह ने योजना का उद्देश्य बताया तथा उसके क्रियान्वयन, चरण, शिक्षण के साथ घर में ही ज्ञान अर्जन की विधि व नवाचार के बारे में विस्तार से समझाया, साथ ही खुशबु राय द्वारा गतिविधियां बताई गईं। वहीं श्वेता सोनी, प्रतिभा जैसवाल, मीना जायसवाल, वैशाली व अन्य शिक्षिकाओं द्वारा रूपरेखा, नियोजन, गतिविधियां बताई गईं।
कोरोना काल में 5 से 8 साल के बच्चे पढ़ाई से वंचित रह गये हैं। माताओं द्वारा घर पर ही घर में उपलब्ध विभिन्न वस्तुओं द्वारा जैसे आलू, टमाटर, प्याज आदि व रूचि कर गतिविधियां द्वारा बच्चों को आसानी से सिखाया जा सकेगा। इस हेतु उन्हें प्रशिक्षित करने और शिक्षा को सुलभता के साथ कोरोनाकाल में भी हर घर में पहुँचाने की इस महती योजना के बारे में बताया गया। कार्यक्रम का संचालन परवीन बानो द्वारा किया गया।
डीजीपी ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 2 अगस्त। सीएमस कंपनी में सुरक्षा गार्ड के रूप में तैनात एक सुरक्षाकर्मी का एप्प फोन पे से राशि ट्रांसफर करने के दौरान जिसके खाते में राशि ट्रांसफर की गई थी, उसके खाते में राशि नहीं पहुंची और सुरक्षा गार्ड के खाते से राशि कट गई।
इस मामले में सुरक्षा गार्ड ने पुलिस में शिकायत दर्ज करायी लेकिन अब तक कार्रवाई नहीं होने पर उच्चाधिकारियों को मामले में कार्रवाई के लिए अनुरोध किया। संतोषजनक कार्रवाई करने का जवाब नहीं मिलने पर पीडि़त ने सीधे डीजीपी से बात कर स्थिति से अवगत कराया, जिस पर डीजीपी ने इस मामले में कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
इस संबंध में दर्ज पुलिस पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक ठगी का शिकार राजेश पाण्डेय अपने पिता के साथ मनेंद्रगढ़ के मौहारपारा में किराये के मकान में रहता है और घटना दिवस 21 अपै्रल को उसके मकान मालिक द्वारा किराये की मांग की गयी, जिस पर वह बोला कि नगद राशि नहीं है, तब मकान मालिक द्वारा बोला गया कि उसे पैसों की जरूरत है।
पीडि़त ने कहा कि खाता नम्बर बताये फोन पे कर देता हूं। जब उसने मकान मालिक के खाता में फोन पे कर राशि ट्रांसफर की तो राशि उनके खाते में नहीं आई लेकिन पीडि़त के खाते से राशि कट गई।
इसके बाद पीडि़त ने गूगल से फोन पे का कस्टमर केयर का नम्बर निकाला। जिस पर बात की और पूरा वाक्या बताया। तब गूगल से निकाले गये कस्टमर केयर सर्विस नम्बर से बात करने के दौरान बताया गया कि मंै फोन पे का टोल फ्री अधिकारी बोल रहा हूं। उसके द्वारा बताया कि एनीडिक्स साप्टवेयर डाउनलोड करे तो उसने ऐसा किया और इसके बाद कई किश्तों में राशि कटते कटते कुल 39657 रूपये कट गये। उस व्यक्ति द्वारा नेट के माध्यम से धोखाधड़ी कर इतने रूपये खाते से निकाल लिए। जब इस बारे में उसने अपने खाते पंजाब नेशनल बैंक में पता किया तो निकाले गए स्टेटमेंट में ठगी करने वाले का नाम रंजित दर्शित किया गया। जिसका स्थान जिन्कधनी बिडहनबाग बर्धमान कोलकाता दर्शाया गया। पीडि़त ने अपना खाता होल्ड करा दिया और ठगी के मामले में मनेंद्रगढ़ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
पीडि़त ने अपनी शिकायत में बताया कि वह ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं है और शिकायत पर कार्रवाई चाहता है। पुलिस द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद भी शिकायत पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई तब पीडि़त ने उच्चाधिकारियों से मुलाकात कर कार्रवाई की मांग की, लेकिन किसी तरह का संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर पीडि़त ने छग के डीजीपी का नम्बर पता कर बात की, जिस पर उसे आश्वासन दिया गया कि जल्द ही उसके मामले में कार्रवाई की जाएगी।
स्कूल की छत से रिसता पानी, हैंडपंप बिगड़े
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, (कोरिया) 2 अगस्त। राज्य सरकार से हरी झंडी मिलने के बाद कोरिया जिले में भी 2 अगस्त से निजी व सरकार विद्यालय खुल गये। लेकिन पहले दिन जिले भर के स्कूलों में विद्यार्थियों की उपस्थित काफी कम रही, वहीं काफी दिन बाद खुले स्कूलों की छत से पानी टपकता नजर आया तो कहीं बिगड़े हैंडपंप से बच्चे पानी निकालने की मेहनत करते दिखे।
सरकार द्वारा जब स्कूल खोलने के संबंध में आदेश जारी किया गया था, तब उल्लेख किया गया था कि उन्हीं जिलों में 2 अगस्त से विद्यालय खोले जाएंगे, जहां लगातार एक सप्ताह से एक प्रतिशत से कम कोरोना संक्रमण दर हो, उस दौरान कोरिया जिले को प्रदेश के उन पांच जिलों में शामिल किया गया था, जहां बीते एक सप्ताह तक कोरोना संक्रमण दर एक प्रतिशत से ज्यादा रहा। वहीं सरकार द्वारा स्कूल खोलने की तारीख तय कर दिये जाने के बाद कोरिया जिले में भी शिक्षा अधिकारियों द्वारा संस्था प्रमुखों को स्कूल खोलने के पूर्व विद्यालयों में आवश्यक साफ सफाई तथा अन्य आवश्यक तैयारियों को पूर्ण करने के निर्देश जारी कर दिये गये थे। दूसरी ओर जिन स्कूलों में बच्चे आए भी तो वहां पीने के पानी की सुविधा हो या स्कूलों की रखरखाव की बात हो, कई तरह की कमियां देखने को मिली, ज्यादातर स्कूनों की छत से पानी टपकने की शिकायत कई स्कूलों में देखी गई, तो पीने के पानी की व्यवस्था में अभी काफी सुधार की जरूरत देखी जा रही है।
स्कूल खुले पर विद्यार्थी नहीं
सोमवार 2 अगस्त को स्कूल खोल दिये गये, लेकिन ज्यादातर स्कूलों में विद्यार्थी स्कूल नही पहुंचे। ऐसा हाल जिला मुख्यालय के कई स्कूलों में देखने को मिला। शहर के बड़े स्कूलों में बच्चों की संख्या ज्यादा नहीं दिखाई दी, हालांकि विद्यालय तो इसके पूर्व से खुलते रहे है। विद्यार्थियों को इस बात की जानकारी स्पष्ट रूप से नहीं होना भी एक वजह हो सकती है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी विद्यालयों में ज्यादा विद्यार्थी नहीं पहुंचे।
ग्रामीण क्षेत्रों में जहां मोहल्ला क्लास संचालित हो रही थी वहीं बच्चे विद्यालयों में पहुंच कर पढ़ाई करते नजर आये। इस इस दौरान विद्यालयों में 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ ही विद्यालय खोलने हंै। इस दौरान ऑनलाईन कक्षाएं पूर्व की भांति ही चलते रहने का उल्लेख किया गया है। यह भी एक वजह है कि कई विद्यार्थी घर बैठे ही ऑनलाईन पढ़ाई कर रहे हंै। जिस कारण वे स्कूल आने में रूचि नहीं दिखा रहे हंै। स्कूल खुलने के पहले दिन शहर के किसी भी स्कूल में बच्चों की उपस्थिति ज्यादा नहीं दिखाई दी। उल्लेखनीय है करीब 15 माह बाद स्कूल खुल रहे हैं, इसके पूर्व कोरोना संक्रमण के चलते स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया था।
ग्रामीण क्षेत्र के बच्चे रोपा लगाने में जुटे
इन दिनों ग्रामीण क्षेत्र में धान में रोपा लगाने का कार्य किया जा रहा है। जिसके कारण मोहल्ला क्लास में भी बच्चों की उपस्थिति बेहद कम है, वहीं 2 अगस्त से स्कूल खुलने के बाद भी ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति यही कारण से कम दिखाई दी। दो अगस्त को ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में कुछ ही बच्चे दिखाई दिये। ज्यादातर बच्चे अभी अपने खेतों में रोपा लगाने के कार्य में व्यस्त हंै, जबकि प्राथमिक शाला में बच्चों की उपस्थिति अच्छी दिखाई दी। इस तरह शहरी व ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में पहले दिन स्कूलों में बच्चो ंकी बहुत कम उपस्थिति रही। यही हाल निजी विद्यालयों का भी रहा।
कोरोना प्रोटोकाल का पालन अनिवार्य
स्कूल खुलने के बाद शिक्षकों व विद्यार्थियों को कोरोना प्रोटोकाल का पालन अनिवार्य रूप से किया जाना है, वहीं स्कूलों को प्रतिदिन सेनिटाइज करना है और हाथ धोने के लिए साबुन पानी की व्यवस्था अनिवार्य है तथा सेनिटाईजर की उपब्धता भी जरूरी है। बच्चों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बैठना है, साथ ही मास्क भी अनिवार्य किया गया है। स्कूलों में कोरोना प्रोटोकाल का पालन किया जा रहा है कि नहीं, इसको देखने के लिए अधिकारियों को जिम्मेदारी तय कर दी गयी है। अधिकारी प्रत्येक स्कूलों का निरीक्षण कर कोरोना प्रोटोकाल का पालन सुनिश्चित करने के लिए निरीक्षण आये दिन करते रहेंगे।
मनेन्द्रगढ़, 2 अगस्त। श्रीराम के जीवन संघर्ष, शौर्य और पराक्रम पर केंद्रित राष्ट्रीय कवि संगम के द्वारा पूरे भारतवर्ष में एक भव्य प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। प्रतियोगिता के संदर्भ में राष्ट्रीय कवि संगम कोरिया इकाई की बैठक 31 जुलाई को ऑनलाइन गूगल मीट के माध्यम से संपन्न हुई। श्री राम काव्य पाठ प्रतियोगिता के विषय में जिला संयोजक गौरव अग्रवाल ने बताया कि इस प्रतियोगिता में उम्र का कोई भी बंधन नहीं है। हर व्यक्ति भगवान राम के ऊपर कविता पाठ कर सकता है और वह कविता किसी की भी हो सकती है। स्वरचित कविता नहीं पढऩी है।
प्रतियोगिता तीन स्तरों में आयोजित की जाएगी। प्रतिभागी कविता पाठ हेतु जिला, प्रांत एवं राष्ट्र स्तर तक जाएंगे। विजेताओं को पुरस्कार स्वरूप नगद राशि देकर सम्मानित किया जाएगा। ऑनलाइन मीटिंग में राष्ट्रीय कवि संगम कोरिया से वीरांगना श्रीवास्तव, मल्लिका रुद्रा, निर्मला महाजन, एसी झा, पवन श्रीवास्तव, सुषमा श्रीवास्तव, ऋचा श्रीवास्तव, सपन सिन्हा, स्नेहलता सिन्हा और गौरव अग्रवाल उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 2 अगस्त। जनजागृति मंडल के संयोजन में कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर हिंदी साहित्य के सुप्रसिद्ध साहित्यकार एवं सद्भावना दर्पण के संपादक गिरीश पंकज रायपुर ने प्रमुख वक्ता के रूप में अपनी वर्चुअल उपस्थिति दी एवं मुंशी प्रेमचंद के साहित्य में योगदान की चर्चा करते हुए कहा कि मुंशी प्रेमचंद ने आम आदमी के दु:ख-दर्द को अपने साहित्य में उतारा है। उनकी अधिकांश रचनाएं आम आदमी की संवेदनाओं एवं सामाजिक विसंगतियों के काफी करीब थी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते कामरेड हरिद्वार सिंह ने कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद को एक संवेदनशील लेखक बताते हुए उनके व्यक्तित्व एवं पारिवारिक पृष्ठभूमि पर विस्तार से विचार व्यक्त किए। वर्चुअल विचार संगोष्ठी में विशिष्ट अतिथि कामरेड जितेंद्र सोढी ने मुंशी प्रेमचंद के साहित्य में योगदान की चर्चा करते हुए उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व को साहित्यकारों के लिए एक नवीन दिशा देने वाला बतलाया।
शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ प्रभारी एवं वरिष्ठ साहित्यकार सतीश उपाध्याय ने शालेय पाठ्यक्रम में मुंशी प्रेमचंद के साहित्य में समाहित विभिन्न सामाजिक संदेशों की चर्चा करते हुए कहा कि प्रेमचंद की कहानियां एवं उनके सरल साहित्य रचना के माध्यम से एक सुसंस्कृत समाज की संरचना की जा सकती है।
इसी कड़ी में ओपन स्कूल के प्रभारी व्याख्याता नारायण प्रसाद तिवारी ने अपने काव्यात्मक अभिव्यक्ति के माध्यम से मुंशी प्रेमचंद के साहित्य के योगदान की चर्चा की। जेसीज क्लब के भूतपूर्व प्रशिक्षक एवं संवेदनशील विचारक द्वारिका अग्रवाल बिलासपुर ने मुंशी प्रेमचंद को उपन्यास सम्राट बताते हुए कहा कि आने वाली कई साहित्य प्रेमी पीढ़ी इनके साहित्य को पढक़र एक अच्छे समाज की रचना कर सकेगी। चिरमिरी की महिला साहित्यकार मल्लिका रुद्रा ने मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर उनकी सुप्रसिद्ध रचनाओं की पंक्तियों का उल्लेख करते हुए उन्हें प्रगतिशील विचारक बताया।
प्रबल फाउंडेशन से जुड़ी डॉ. रश्मि सोनकर ने मुंशी प्रेमचंद के साहित्य को जन-जन का साहित्य बताते हुए कहा कि मुंशी प्रेमचंद की बोलचाल की भाषा इतनी सहज एवं सरल थी कि जिसे गांव की चौपालों में भी आसानी से सुनाया और समझा जा सकता है।
कार्यक्रम संयोजक एवं जन जागृति मंडल के सचिव संतोष कुमार जैन ने मुंशी को संवेदनशील लेखक की संज्ञा देते हुए कहा कि उन्होंने आम आदमी के दुख-दर्द को अपने साहित्य में स्थान देकर समाज की विसंगतियों को दूर करने इशारा किया है।
सीएम तिवारी ने मुंशी प्रेमचंद के जयंती पर आयोजित वर्चुअल संगोष्ठी को एक सार्थक एवं सफल प्रयोग बतलाया और कहा कि महान साहित्यकारों को याद करना समाज में एक अच्छा वातावरण बनाने जैसा ही सफल अनुष्ठान है। कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से अरविंद वैश्य, अभिनव द्विवेदी, जयंत, देवनाथ, दयाशंकर सेनगुप्ता एवं गौरव अग्रवाल उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन संतोष कमार जैन एवं आभार प्रदर्शन सतीश उपाध्याय ने किया।
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बैकुंठपुर(कोरिया) 2 अगस्त। कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर के कोविड अस्पताल के समीप ऑक्सीजन प्लांट इंस्टाल करने का काम जोरों पर है। पूर्व में उसे स्थापित करने के लिए शेड का निर्माण किया गया था और अब ऑक्सीजन प्लांट लगने वाली हर तरह की मशीन जिला मुख्यालय पहुंच गयी और मशीनों को स्थापित कर दिया गया है। अब जल्द ही कुछ दिनों में ऑक्सीजन प्लांट काम करना शुरू करने वाला है।
जानकारी के अनुसार कोरिया जिले में प्रधानमंत्री द्वारा राज्य के 14 जिलों में ऑक्सीजन प्लांट की स्वीकृति प्रदान की गई थी, इस प्लांट को डीआरडीओ द्वारा लगाया जा रहा है। इसके पहले तत्कालीन कलेक्टर ने 3 करोड़ 22 लाख की लागत से एक आक्सीजन प्लांट डीएमएफ के तहत स्वीकृत किया था, डीआरडीओ के प्लांट की स्वीकृति के बाद अब डीएमएफ के प्लांट लगाए जाने पर ब्रेक लग गया है।
दूसरी ओर डीआरडीओ के प्लांट के लिए शेड निर्माण पूर्ण हो चुका है, तीन दिन पूर्व इसमें लगाई जाने वाली मशीनें कोरिया पहुंच गई, जिसे शेड में शिफ्ट कर दिया गया है, वहीं प्लांट के लिए अलग से ट्रांसफार्मर भी लगाया गया है। इस तरह कोरिया जिला मुख्यालय में आगामी कुछ ही दिनों में ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो जाएगी और यहां से जिले भर के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा सकेगी।
ऑक्सीजन की रही मारामारी
कोरोना संक्रमण के दौरान जब जिले में कोरोना संक्रमण चरम पर था, उस दौरान ऑक्सीजन की कमी का समाना मरीजों व उनके परिजनों को करना पड़ रहा था, आज भी कोविड अस्पताल में सूरजपुर जिले से लगातार ऑक्सीजन की आपूर्ति हो रही है। देश भर के कोविड मरीजों के लिए ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए पीएम मोदी ने जिलों में ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना करने की बात कही थी, जिसके बाद जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना के लिए राशि स्वीकृत की गयी।
दूसरे सावन सोमवार भक्तों का तांता
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, (कोरिया) 2 अगस्त। सावन माह के दूसरे सोमवार 2 अगस्त को श्रद्धालुओं ने शिवालयों में जाकर बेलपत्र, धतूरा सहित अन्य पूजन सामग्री लेकर विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की। इस दौरान सुबह से ही शिवालयों में काफी भीड़ देखी गई।
सावन माह में ही शिवभक्तों द्वारा कंावर यात्रा निकाली जाती है। कोरिया जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर के प्रेमाबाग तट पर गेज नदी से कांवर यात्रा निकाली जाती है, यहीं से जल भरकर श्रद्धालुगण पैदल कई किमी दूर छुरीगढ़ धाम पहुंचते हैं, जहां ऊंचे पहाड़ी पर स्थित प्राचीन शिवलिंग में जलाभिषेक करते हंै। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी कोरिया जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर के प्रेमाबाग से कांवर यात्रा निकाली जाएगी।
जानकारी के अनुसार इस वर्ष भी देवराहा बाबा सेवा समिति द्वारा कांवर यात्रा कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए आगामी 9 अगस्त से आयोजित कर रही है। प्रेमाबाग शिव मंदिर प्रांगण से हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी निर्धारित समय पर कांवर यात्रा शुरू की जाएगी।
शिवालयों में पूजा-अर्चना
सावन के महीने में शिवालयों में बोल बम तथा हर हर महादेव की गूंज रही। प्रतिदिन शिवभक्त विभिन्न क्षेत्रों के शिवालयों में जाकर पूजा अर्चना व जलाभिषेक करते हैं। इस दौरान सबसे अधिक संख्या में सोमवार के दिन श्रद्धालु पहुंचते हंै। सुबह से मंदिर में भीड़ लगना शुरू हो जाता है और दोपहर तक भीड़ जुटी रहती है। इस दौरान कई जगहों के शिव मंदिरों में भक्तों द्वारा भण्डारा का आयोजन भी किया जा रहा है। शहर से लेकर गांव तक शिव मंदिरों में इन दिनों भक्तों की भीड़ देखी जा रही है। यहां तक की सोनहत मार्ग पर जंगलों के बीच शिव घाट तक दूर-दूर के श्रद्धालु पूजा-अर्चना करने के लिए पहुंचते हैं।
दूर-दूर से ग्रामीण लौट है बैरंग, लिंक नहीं होने से हो रही है परेशानी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 1 अगस्त। कोरिया जिले के सोनहत जनपद पंचायत अंतर्गत दुरस्थ एवं वनांचल ग्राम पंचायत रामगढ़ में बीते पांच दिनों से ग्रामीण बैंक में किसी तरह का कार्य लिंक फेल होने के कारण नहीं हो पा रहा है। जिसके कारण रोजाना दूर-दूर से आने वाले ग्रामीण खाली हाथ लौट रहे हैं।
शिकायत है कि रामगढ़ में स्थित छग राज्य ग्रामीण बैंक की शाखा में बीते पांच दिन से कोई कामकाज नहीं हो पा रहा है। बैंक खुल रहा है, लेकिन लिंक फेल होने के कारण कोई काम नहीं हो पा रहा है। बताया जा रहा है कि बैंक में लिंक फेल होने की शिकायत रही है। इस शाखा में रामगढ़ पंचायत क्षेत्र के आस पास के साथ दूर गांवों के उपभोक्ता खाते से राशि निकालने के लिए पहुंचते हैं। इसके लिए रामगढ़ तक कई क्षेत्र के ग्रामीणों को लंबी दूरी तय कर आना पड़ता है और यहां पहुंचने के बाद जब बैंक पहुंचते हैं, तब पता चलता है कि लिंक फेल है और इस तरह लंबी दूरी तय करने के बाद भी राशि नहीं मिल पाती। कई दिनों से इस तरह की समस्या से क्षेत्र के ग्रामीण जूझ रहे हैं और उन्हें परेशान होना पड़ रहा है। लगातार कई दिनों से लिंक फेल की समस्या के चलते कई दिनों से ग्रामीण बैंक मेे कोई कामकाज नहीं हो रहा है।
रामगढ़ पंचायत में छग राज्य ग्रामीण बैंक की ही एकमात्र शाखा है, जिसके भरोसे वनांचल क्षेत्र के दर्जनों ग्राम के लोग लाभांवित हो रहे हैं, लेकिन बीते कई दिनेां से लिंक फेल के कारण कई क्षेत्रों के ग्रामीणों को आवाजाही में परेशानी तो होती ही है।
बैंक पहुंचने के बाद काम नहीं होने पर उन्हें ज्यादा कष्ट का सामना करना पड़ रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 1 अगस्त। कोरिया जिले में जारी लगातार बारिश के कारण भरतपुर क्षेत्र की नदियों उफान पर हंै, जिसकी वजह से क्षेत्र के कई गांवों के लोग अपने ब्लॉक मुख्यालय से पूरी तरह से कट चुके हंै। ऐसे गांव में पहुंचना बेहद मुश्किल भरा हो गया है, जिसके कारण ग्रामीण को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इस संबंध में जिला पंचायत सदस्य रविशंकर सिंह बताते हैं कि भरतपुर क्षेत्र के कई गांव बेहद दुर्गम इलाके में है, यहां कई नदियां अब उफान पर हैं, जिसके कारण गांव का संपर्क तहसील मुख्यालय के साथ उनके पंचायत मुख्यालय तक से कट चुका है। वर्षों से ऐसे ग्रामों को मुख्य धारा से जोडऩे की मांग उठती रही है, परन्तु इन ग्रामीण इलाकों की सुध कोई नहीं लेता है।
लगातार जारी बारिश से परेशान ग्रामीणों की सुध लेने जिला पंचायत सदस्य रविशंकर सिंह ने कई क्षेत्रों को दौरा किया। उन्होंने बताया कि भरतपुर जनपद क्षेत्र के कई गांव इन दिनों बरसात के दौरान अपने ब्लाक मुख्यालय भरतपुर से पूरी तरह से कट चुके हैं, साथ ही ऐसे कई गांव हैं, जो कि अपने पंचायत मुख्यालय से ही कट गये हैं। ऐसे में समझा जा सकता है कि ऐसे कटे गांवों के लोगों की जिंदगी किस तरह से कट रही होगी। सबसे ज्यादा परेशानी ग्रामीणों को इस दौरान किसी परिवार के सदस्यों के बीमार पड़ जाने के दौरान इलाज को लेकर होती है।
रविशंकर सिंह ने बताया कि भरतपुर जनपद क्षेत्र के अंधेरगढ़ नदी उफान पर चल रही है, जिसके कारण ग्राम मेहदौली के आश्रित ग्राम सत्कयारी के ग्रामीण जेलनुमा गांव में रहने को मजबूर हंै, उनका मेहदौली आना-जाना पूरी तरह से बंद हो चुका है।
इसी तरह सेमरिहा का कठर्राडोल, दुलारी, कुदरा, सरगुजिहापाठ, कोरमो, खोहरा, बोटा राक्सा सहित ऐसे कई और गांव हैं। क्षेत्र के नदियों में बाढ़ भर आने के कारण प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीण अपने गांव तक ही सिमट कर रह गये है। जिन्हें आवश्यक कार्य से जनपद मुख्यालय आना हो उन्हें बहते नदी नाले को पार कर आना होता है, सबसे ज्यादा दिक्कत मरीज केा लाने में हो रही है। प्रतिवर्ष बरसात के दौरान इस तरह की समस्या का समाना ग्रामीणों को करना पड़ता है।
झांपर भी कट गया मुख्यालय से
जानकारी के अनुसार जनपद पंचायत भरतपुर अंतर्गत दुरस्थ ग्राम झापर वैसे तो कई समस्याओं से ग्रसित है लेकिन सबसे ज्यादा यहां के ग्रामीणों को आवागमन को लेकर है। ग्राम झापर इन दिनों अन्य ग्रामों से पूरी तरह से कट गया है। यहां तक कि अपने पंचायत मुख्यालय से भी झापर कट गया है।
जानकारी के अनुसार जंगलों के बीच स्थित गाम झापर के तीन ओर नदियों से घिरा हुआ गांव है। इस गांव के तीन ओर जिन नदियों से घिरा है, वह पैरी नदी, काठो मनिहार नदी तथा एक अन्य नदी प्रवाहित होती है नदियों में पुल नहीं होने के कारण बरसात के दौरान ग्राम झपर पूरी तरह से बरसात के दौरान अन्य क्षेत्रों से कट जाता है। ग्रामीणों को नदी पार कर आना-जाना करना पड़ता है। तीनों ही नदिया बारहमासी नदी है लेकिन बरसात के दौरान नदियों में बाढ़ होने के कारण सबसे ज्यादा परेशानी होती है इसके बाद अन्य मौसम में पानी का बहाव कम होने से ज्यादा परेशानी नहीं होती।
सौर ऊर्जा प्लांट महीनों से बंद पड़ा
भरतपुर जनपद पंचायत के दुरस्थ ग्राम झापर में कई महीनों से सौर उर्जा प्लांट बिगड़ा पड़ा है, जिस कारण ग्रामीणों केा इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि बरसात के दिनों में सौर उर्जा की लाईट नहीं होने के कारण हम लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों के अनुसार सौर उर्जा बिगडने के बाद कभी भी जल्द सुधार नही होता। यदि समय पर सुधार कार्य करा दिया जाता है तो बिजली की सुविधा मिलती रहती।
50 फीसदी बच्चों से ही करना होगा संचालन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया),1 अगस्त। प्रदेश सरकार द्वारा 15 महीने पश्चात 2 अगस्त से विद्यालय खोलने का निर्णय लिया है। आदेश के अनुसार कक्षा 10वीं व 12वीं की कक्षा के साथ पहली से आठवीं तक की कक्षाएं खोलने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत एवं पालक समिति की लिखित अनुशंसा अनिवार्य की गयी है। वहीं शहरी क्षेत्रों में वार्ड पार्षद एवं पालक समिति की लिखित अनुशंसा के बाद ही प्राथमिक व माध्यमिक शालाएं खोली जायेगी, वहीं 50 प्रतिशत बच्चों को बुलाकर पढ़ाई कराने को लेकर कई पेंच सामने आ रहे हंै।
सरकार के आदेश के जारी होने के साथ ही जिले के शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने विद्यालयों के प्रमुखों को स्कूल खोलने के पूर्व आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए आदेश जारी कर दिये थे, जिसके बाद विभिन्न स्कूलों में स्कूल खोलने के पूर्व आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी गयी। लंबे समय से स्कूलों के पट बंद होने के कारण परिसर में खरपतवार उग आयी थी, जिसे साफ करने का कार्य शुरू किया गया। विद्यालयों को स्कूल खोलने के पूर्व सेनिटाईजर करना है। साथ ही स्कूल खुंलने पर 50 प्रतिशत विद्यार्थियों से ही स्कूल का संचालन करना है। एक दिन के अंतराल में विद्यार्थियों को बुलाये जाने के निर्देश दिये गये हैं। इस दौरान विद्यार्थियों की हाजिरी अनिवार्य नहीं की गयी है। इसी बीच खबर है कि सरकार द्वारा कक्षा छठवीं, सातवीं तथा नवमी और ग्यारवही की कक्षाएं अभी शुरू करने के पक्ष में नहीं है। ऐसी स्थिति में इन विद्यार्थियों के मन में स्कूल आने की ललक होने के बावजूद वे स्कूल नहीं आ सकते।
सिर्फ शहरी क्षेत्र में ऑनलाइन का लाभ
वहीं ऑनलाईन कक्षाएं पूर्व की भंाति संचालित होगी। ऑनलाईन कक्षा में सिर्फ शहरी क्षेत्रों के विद्यार्थी ही ज्यादा लाभ उठा पाते हैं, ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थी ज्यादातर ऑफलाईन कक्षा पर ही निर्भर हंै। कुछ ही बच्चे ग्रामीण क्षेत्र में आंन लाईन कक्षा का लाभ उठा पा रहे हैं, ऐसी स्थिति में कुछ कक्षाओं के विद्यार्थियों को स्कूल नहीं बुलाने के आदेश के बाद उन कक्षाओं के विद्यार्थियों को पढ़ाई से वंचित होना पड़ेगा क्योकि स्कूल खोलने के बाद मोहल्ला क्लास व स्कूल संचालन करने में शिक्षकों की कमी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इस तरह के आदेश को लेकर पालक व शिक्षक समझ नहीं पा रहे है। फिलहाल आज 2 अगस्त से जिले भर के सरकारी व निजी स्कूलों में चहल पहल देखने को मिलेगी।
कोरोना प्रोटोकाल का करना होगा पालन
2 अगस्त से स्कूल संचालन में जारी किये गये निर्देशों का पालन अनिवार्य रूप से पालन करना हेागा। इस दौरान प्रत्येक विद्यालयों में कोरोना प्रोटोकाल का पालन किया जा रहा है या नही इसके लिए अधिकारियेां को जिम्मेदारी सौपी गयी है जो विभिन्न विद्यालयों का निरीक्षण कर यह सुनिश्चित करेंगे कि नियमों का पालन हो रहा है या नहीं। स्कूल संचालन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये है। इसके अलावा प्रत्येक विद्यालयों में सेनिटाईजर की व्यवस्था अनिवार्य रूप से होना चाहिए या फिर साबुन पानी की। इस दौरान विद्यालयों में एसेंबली नही आयोजित की जायेगी। अब देखना है कि आज से खुलने वाले विद्यालयों में कोरोना प्रोटोकाल का पालन कितना होता है।
आधे विद्यार्थियों को बुलाने से असुविधा
सरकार द्वारा आज से खुल रहे स्कूल को लेकर जारी आदेश में बताया गया है कि प्रत्येक विद्यालयों में 50 प्रतिशत विद्यार्थियों की उपस्थिति होगी। इस फरमान से निजी विद्यालयों की परेशानियां बढ़ गयी है। निजी विद्यालयों द्वारा अपने विद्यार्थियों के स्कूल आने जाने के लिए वाहन की सुविधा प्रदान की गयी है। अब आधे विद्यार्थियों के स्कूल आने के निर्देश के पालन में निजी विद्यालय संचालकों द्वारा क्या आधे विद्यार्थियों के लिए वाहन की सुविधा देते है तो ठीक है अन्यथा विद्यार्थियों केा असुविधा का सामना करना पड़ सकता है।
16 महीने बाद होंगे स्कूल गुलजार
कोरोना संक्रमण के चलते स्कूल लगभग 16 माह से पूरी तरह से बंद पड़े थे इसके बाद 2 अगस्त से निजी व सरकारी स्कूलों के पट खुलेगें जिससे कि कई माह बाद स्कूल फिर से गुलजार होगे लेकिन आधे विद्यार्थियों से ही स्कूल का संचालन होगा। बहरहाल लंबे अंतराल के बाद फिर से स्कूलों में बच्चों की चहल कदमी देखने को मिलेगी। प्रदेश में अभी कोरोना संक्रमण का खतरा टला नही है ऐसे में सावधानी जरूरी है। अभी विशेषज्ञ तीसरी लहर को लेकर आशंकित हैं। अभी खुल रहे हैं, स्कूल कब तक संचालित होंगे, यह कहा नहीं जा सकता।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया) 1 अगस्त। आदिम सेवा सहकारी समिति कर्मचारी संघ ने सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह को अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा। संघ ने रायपुर विधायक सत्यनारायण शर्मा को ज्ञापन सौंप कर विपणन संघ पर एफआईआर करने की मांग की है, न कि समिति प्रबंधक व केंद्र प्रभारी पर।
जानकारी के अनुसार धान का उठाव के बाद धान खरीदी में अनियमितता और शार्टेज बताकर समिति प्रबंधकों पर एफआईआर दर्ज करने के निर्देश सीईओ ने दिये गये हैं, जिसके बाद कर्मचारी संघ ने सहकारिता मंत्री ने मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा।
सौंपे गये ज्ञापन में आदिम जाति सेवा सहकारी समिति कर्मचारी संघ ने उल्लेख किया है कि धान का परिवहन एवं डीओ काटना एवं परिवहनकर्ता नियुक्त करना तथा धान उठाव की जिम्मेदारी विपणन संघ की होती है। सरगुजा संभाग में अंबिकापुर व बलरामपुर में 31 मार्च 2021 तक डीओ काटकर संग्रहण केंद्र में भण्डार नहीं कराया गया। कोरिया जिले में अब तक संग्रहण केंद्र नहीं खोला गया है और कई समितियों में धान खुले आसमान के नीचे तिरपाल ढंक कर रखा गया है। अनुबंध के तहत 31 मार्च तक धान का उठाव की जिम्मेदारी विपणन संघ की है, लेकिन अभी भी हजारों क्विंटल धान का उठाव नहीं किया गया। जिससे धान खराब हो गये है और सूखत में धान में कमी आयी है। समय पर धान नहीं उठाये होने को लेकर विपणन संघ जिम्मेदार है, जिसके कारण विपणन संघ पर एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए न कि समिति प्रबंधक व प्रभारी पर।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि अनुबंधकर्ता 2 समिति का दायित्व किसानों धान खरीदी कर 31 मार्च तक सुरक्षित रखना वही अनुबंधकर्ता 3 जिला सहकारी का दायित्व वित्तीय व्यवस्था करना तथा धान खरीदी व उठाव का निरीक्षण करना।
सामान कार्य सामान वेतन
आदिम जाति सेवा सहकारी समिति कर्मचारी संघ ने सहकारिता मंत्री को सामान कार्य समान वेतन की मांग संबंधी भी ज्ञापन सौंपा गया। साथ हीं संघ के पदाधिकारियों ने मांग की है कि कंडिका क्रमांक 26 में खरीदे गये धान को समिति द्वारा परिवहन करवाया जा सकता है किन्तु डीओ काटने का अधिकारी विपणन का हेाता है। बंफर लिमिट सीमा से ज्यादा होने पर 72 घंटें उठाव करने का प्रावधान है, साथ ही 31 मार्च तक अनिवार्य रूप से धान का उठाव किया जाना उल्लेखित है।
धान खरीदी केंद्र केा समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन हेतु कमीशन, प्रासंगिक व्यय एवं धान सुरक्षा व्यय का भुगतान राज्य शासन द्वारा निर्धारित नीतियों तहत विपणन संघ द्वारा समिति को प्रासंगिक व्यय 25 रूपये प्रति क्विंटल धान सुरक्षा एवं भण्डारण के लिए 10 रूपये प्रति क्विंटल एवं प्रोत्साहन राशि 20 रूपये प्रति क्विंटल प्रदाय किये जाने की मांग की। साथ ही ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया है कि खरीदी प्रभारी पर एफआईआर और वसूली की कार्यवाही न करते हुए समिति में हुई क्षति को विपणन संघ से वसूल किया जाने की मांग की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 1 अगस्त। ब्लाक कांग्रेस कमेटी शहर मनेंद्रगढ़ के प्रवक्ता शुद्धूलाल वर्मा ने बयान जारी कर कहा कि जो भ्रष्टाचार के दलदल में रहे हो, वे लोग भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं, हास्यास्पद है।
वर्मा ने कहा कि प्रदेश की सत्ता की बागडोर भाजपा के हाथों से चली गई, वहीं निकाय चुनाव में बुरी तरह मात खा चुकी भाजपा पूरी तरह से मुद्दाविहीन हो गई है। मनेंद्रगढ़ नगर पालिका में पूर्व में भाजपा के भी अध्यक्ष रहे हैं, वे अपने कार्यकाल में कौन सी जमीन में कितने माह तक गड्ढा भरवाने में नगरपालिका की जेसीबी का उपयोग किए, यह उनसे ज्यादा बेहतर और कोई नहीं जान सकता। अपने कार्यकाल में किस तरह से कितने भ्रष्टाचार किए, यह भी वही बता सकते हैं।
ब्लाक कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि नगरपालिका के भाजपा के पूर्व अध्यक्ष जब इतने ही पाक साफ रहे तो दोबारा जनता ने इन्हें क्यों नहीं चुना। उन्होंने कहा कि भाजपा के पूर्व अध्यक्ष 5 साल तक नगर पालिका अध्यक्ष रहे, इस दौरान उन्हें अच्छी तरह से मालूम हुआ होगा कि पीआईसी व परिषद की बैठक के क्या नियम है।
परिषद की बैठक का सभापति नगर पालिका अध्यक्ष होता है और उसके ही अनुमति से सदन का संचालन व समापन होता है, लेकिन इसमें भागकर जाने की बात कहां से आ गई।
यह पूरी तरह से झूठ का पुलिंदा है और लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा करने के लिए सोची समझी साजिश है।
उन्होंने कहा कि जब कोई प्रेसवार्ता करता है तो मीडिया के सामने अपनी तथ्यात्मक बात रखता है, लेकिन प्रेस वार्ता में भाजपाइयों ने अपनी मनगढ़ंत व झूठी बात रखकर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया, जो पूरी तरह से निराधार और बेबुनियाद है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 1 अगस्त। पुलिस ने पत्नी की हत्या के जुर्म में आरोपी पति को गिरफ्तार न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा है।
पुलिस के अनुसार 30 जुलाई को प्रार्थी राम प्रसाद ने मनेंद्रगढ़ पुलिस थाना आकर सूचना दी कि उसकी बेटी चंदा को दामाद ने गला घोंटकर मार दिया है और भाग गया है। रिपोर्ट पर धारा 302 के तहत् अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
विवेचना के दौरान सूचना मिली कि आरोपी बिजुरी (मप्र) में अंतिम बार देखा गया है। पुलिस टीम संबंधित व्यक्तियों पर सतत् निगाह रखी थी। इस बीच सुबह 7 बजे आरोपी ने कोतमा से 13 किलोमीटर दूर अपने मित्र को नए नंबर से फोन किया और कोतमा पेट्रोल पंप लेने बुलाया। चूंकि आरोपी से संबंधित सभी व्यक्ति पहले से ही पुलिस टीम के संपर्क में थे, अत: उक्त संदेही आरोपी को कोतमा पेट्रोल पंप के पास पकड़ा गया।
आरोपी से पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसकी पत्नी महिला समूह से लोन ली थी और वह उस पैसे को शराब पीकर खर्च करता था। पत्नी के मना करने से गुस्से में आकर शराब के नशे में उसके दुपट्टे से गला दबाकर मारना बताया। पुलिस द्वारा मनेंद्रगढ़ थानांतर्गत ग्राम पंचायत चनवारीडांड़ मलाई भट्ठा निवासी आरोपी 35 वर्षीय अजय कोल को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया। कार्रवाई में उप निरीक्षक सचिन सिंह, सहायक उप निरीक्षक आरआर भगत, आरक्षक इस्तियाक खान, जितेंद्र ठाकुर, प्रमोद यादव, राजेश कुमार, राकेश शर्मा एवं पुरूषोत्तम बघेल सक्रिय रहे।
आने-जाने में हो रही है परेशानी, कीचड़ में फंस रहे हैं वाहन
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बैकुंठपुर, 1 अगस्त। बरसात के दिनों में कोरिया जिले के ग्रामीण अंचलों की कई कच्ची सड़कों का हाल बदहाल हो गया है। सोनहत में भाजयुमो के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं के द्वारा सड़क पर रोपा लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। भाजयुमो ने सड़क को जल्द से जल्द दुरूस्त करने की मांग की।
जानकारी के अनुसार कोरिया जिले के सोनहत मुख्यालय पहुंच मार्ग धुम्माडांड में कीचडय़ुक्त हो गयी है, जिस पर पैदल चलना मुश्किल हो गया है, जिससे क्षेत्र के लोगों को सोनहत जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
सोनहत मण्डल के भाजयुमो के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं द्वारा शनिवार को कीचडय़ुक्त सड़क पर धान रोपकर विरोध जताया। उनका कहना है कि कई बार सुधार मांग करने के बाद भी सड़क सुधार की ओर ध्यान नहीं दिया गया। इसलिए सड़क पर धान रोप कर हमने विरोध दर्ज कराया।
इस कार्य में भाजयुमो सोनहत ईकाई केे भाजयुमो मण्डल अध्यक्ष मनोज साहू महामंत्री रमेश तिवारी, टिकेश्वर, मंत्री दिलीप राजवाडे, मीडिया प्रभारी, संजय राजावाड़े, राजू साहू, विवेक साहू, गोलू, दीपक, संदीप सहित कई भाजयुमो पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल रहे।
कई पंचायतों में कीचड भरी सड़क से आना-जाना
बरसात के मौसम में जिले की कई पंचायत क्षेत्रों के लोगों को कुछ मार्गों पर कीचडय़ुक्त सड़क का सामना करना पड़ रहा है, जिसके बीच से होकर ग्रामीणों को प्रतिदिन आना-जाना करना पड़ रहा है। खासकर गांव की कच्ची सड़क की स्थिति खराब हो गयी है। जहां पर इन दिनों जारी बारिश के दौरान कीचड़ हो गया है, फिसलन भरे रास्ते से वाहन चालकों को दुर्घटना होने का खतरा बना रहता है। वहीं कई ग्राम पंचायत क्षेत्रों में कच्ची सड़कों पर मुरूम पूर्व में डाल दी गयी थी, जिसके कारण भी मार्ग पर कीचड़ बना हुआ है। संबंधित ग्राम ंपचायतों द्वारा ऐसे कच्ची सड़कों पर मिट्टी डालकर बिछा दी जाती है जो बरसात में परेशानी का कारण बनता है।
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
बैकुंठपुर, 1 अगस्त। कोरिया जिले में बारिश रूक-रूक कर लगातार कई दिनों से जारी है, जिससे लोगों का जन जीवन प्रभावित हो रहा है। कई दिनों से सूर्य के दर्शन तक नहीं हो पाए है। वहीं आगे बारिश में थोड़ी कमी आने के संकेत मौसम विभाग ने दिए है, परन्तु आगे बारिश थम जाएगी, ऐसा नहीं बताया जा रहा है।
सावन में प्रतिदिन बारिश होने से खेतों खलिहानों में पर्याप्त पानी भर गया है और किसान खेतों में धान का रोपा जोर शोर से लगा रहे हंै। जिले के सभी क्षेत्रों में रूक-रूक कर कई दिनों की बारिश के बाद खेतों में रौनक बढ़ गयी है। सभी क्षेत्रों में किसान अपने परिवार के साथ तो कई मजदूरों की सहायता से जल्द से जल्द धान का रोपा लगाने में जुटे हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि कोरिया जिले में आषाढ़ के महीने ज्यादातर सूखा ही बीता, लेकिन जैसे ही सावन आयी तो उसके बाद बारिश की झड़ी लग गयी। गत 25 जुलाई से सावन माह की शुरूआत हुई और इसके तीसरे दिन 27 जुलाई से रूक रूक कर लगातार कोरिया जिले में बारिश हो रही है। जिससे जिले के नदी नाले भर गये है। वहीं खेतों में भी पानी पर्याप्त हो गया है। यही कारण है कि इन दिनों रोपा कार्य तेजी से चल रहा है। वर्तमान में हो रही अच्छी बारिश से किसानों के चेहरे खिले हुए हंै और खेती किसानी कार्य में किसान परिवार व्यस्त हो गये हैं।
नदियों-बांधों में जल भराव
जिले में कई दिनों की बारिश के बाद जिले में प्रवाहित होने वाले विभिन्न नदी नालों में जल भराव हो गया है, इसके अलावा कई क्षेत्रों में बांधों में भी जल भराव अच्छी हो गयी है। बांधों में जल भराव का असर आगामी रबी की फसलों हेतु सिंचाई सुविधा में लिया जा सकता है। जिले में बांध वाले क्षेत्र में कई किसानों द्वारा रबी की प्रमुख गेहूं की फसल ली जाती है जिन्हें बांधों से नहरों के माध्यम से पानी की सुविधा मिलती है। वहीं जिले के कई छोटे-बड़े नदियों में भी जल स्तर बढ़ गया है।
छलक गया झुमका बांध
जिले में पिछले कई दिनों से जारी बारिश के कारण कई क्षेत्रों के बांध भर गये हैं और ओव्हरफ्लो हो रहा है। कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में स्थित मध्यम श्रेणी की बांध परियोजना रामानुजप्रपात सागर बांध जिसे झुमका बंाध के नाम से प्रसिद्धि मिली है। इस बांध में लगातार बारिश के कारण पानी बांध से छलक गया है और वेस्ट वियर के रास्ते कइ्र दिनों से लगातार पानी का बहाव हो रहा है, जो सुन्दर नजारा बना रहा है। जिसे देखने के लिए कई लोग प्रतिदिन पहुंच रहे है।
गौरतलब है कि वर्ष 2020 में हुई भारी बारिश के बाद झुमका बांध में कई सालों के बाद वेस्ट वियर से भारी मात्रा में पानी निकल रहा है यह दूसरे वर्ष भी ऐसा नजारा देखने को मिल रहा है।
शोर कर रहे जिले के जल प्रपात
जिले में लगातार कई दिनों के बारिश के बाद नदी नाले भरे हुए है जिसके कारण कई नदियों मे बने जल प्रपात इन दिनों घने जंगलों के बीच में शोर मचा रहे हंै। जानकार के अनुसार जिले की प्रमुख नदियों में से एक हसदो नदी में बनने वाले जिले का प्रसिद्ध अमृतधारा जल प्रपात में भारी मात्रा में जल गिर रहा है जिससे कि जंगल क्षेत्र में दूरी तक जल प्रपात का शोर सुनाई दे रहा है। इसी तरह हसदों नदी पर ही गौरघाट जल प्रपात भी मदमस्त है। दोनों ही जल प्रपात का नजारा इस दौरान देखने लायक है। इसके अलावा जनकपुर क्षेत्र में रमदहा जल प्रपात, सोनहत क्षेत्र में बनिया वाटर फॉल सहित कई क्षेत्रों में स्थित अन्य जलप्रपातों का नजारा इन दिनों देखने लायक है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 31 जुलाई। श्रवण मास में प्रदेश की भूपेश सरकार लगातार भरतपुर-सोनहत विधानसभा क्षेत्र में करोड़ों रुपए के विकास कार्यों की बरसात कर रही है, जिससे क्षेत्रवासियों में हर्ष का माहौल है। विकास कार्यों को देखकर क्षेत्रवासियों ने प्रदेश सरकार एवं स्थानीय विधायक के प्रति आभार जताया है।
सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त भरतपुर-सोनहत विधायक गुलाब कमरो की अनुशंसा पर भरतपुर सोनहत विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न ग्रामों में पुलिया एवं सीसी रोड निर्माण हेतु राज्य सरकार ने 16 विकास कार्यों के लिए लगभग 7 करोड़ रुपये की राशि जारी कर प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है।
राज्य सरकार द्वारा करोड़ों रुपए के विकास कार्यों की स्वीकृति प्रदान करने पर विधायक गुलाब कमरो ने क्षेत्रवासियों की ओर से मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष एवं लोक निर्माण मंत्री का आभार व्यक्त किया है। उल्लेखनीय है कि विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा पेश किए गए अनुपूरक बजट में भी विधायक गुलाब कमरो की अनुशंसा पर भरतपुर-सोनहत विधानसभा क्षेत्र के लिए 2 दिन पूर्व ही 144 करोड़ 18 लाख 22 हजार के विकास कार्यों को शामिल किया गया है।
राज्य सरकार ने कटगोड़ी मेन रोड से झरनापारा पहुँच मार्ग पर आर सी सी पुलिया निर्माण, 9 लाख 57 हजार की लागत से कछाड़ी मजगवा खुर्द में परशुराम के घर के पास आरसीसी पुलिया निर्माण, 44 लाख 22 हजार की लागत से रजौली स्थित हंसीलाल घर से प्राथमिक शाला धनपुर तक 300 मीटर सीसी रोड निर्माण, 15 लाख 52 हजार की लागत से ग्राम कुदरा स्थित मुख्य सडक़ से बस्ती की ओर मसौरा में सीसी सडक़ निर्माण, 23 लाख 26 हजार की लागत से ग्राम पंचायत चनवारीडांड़ अंतर्गत वार्ड क्र. 16 में खैरमाता मंदिर के पास से बस्ती की ओर सीसी रोड निर्माण, 19 लाख 13 हजार की लागत से ग्राम पंचायत बेलबहरा में प्रधानमंत्री सडक़ से गोरेलाल के घर की ओर सीसी रोड निर्माण, 13 लाख 97 हजार रूपए की लागत से तेंदूडांड़ सेंट्रल स्कूल के पीछे से लक्ष्मण के घर की ओर 200 मीटर सीसी रोड निर्माण, 16 लाख 29 हजार की लागत से रामगढ़ में बस्ती से युवराज के घर तक 200 मीटर सीसी रोड निर्माण, 19 लाख 91 हजार की लागत से घटई में तिराहा से बस्ती की ओर सीसी रोड निर्माण, 14 लाख 74 हजार की लागत से पूंजी बस्ती से पंचायत भवन की ओर सीसी रोड निर्माण, 77 लाख 98 हजार की लागत से बिहारपुर में बाजार शेड/चबूतरा एवं सीसी रोड निर्माण, 77 लाख 98 हजार की लागत से कमर्जी में बाजार शेड/चबूतरा एवं सीसी रोड निर्माण, 92 लाख 22 हजार की लागत से रजौली में बाजार शेड/चबूतरा एवं सीसी रोड निर्माण, 59 लाख 74 हजार की लागत से मटुकपुर में बाजार शेड/चबूतरा एवं सीसी रोड निर्माण, 59 लाख 74 हजार की लागत से केल्हारी में बाजार शेड/चबूतरा एवं सीसी रोड निर्माण एवं 59 लाख 66 हजार की लागत से भैसवार में बाजार शेड/चबूतरा एवं सीसी रोड विकास कार्यों की स्वीकृति प्रदान की है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 31 जुलाई। प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश मनेन्द्रगढ़ मानवेन्द्र सिंह की अदालत ने पत्नी की हत्या एवं साक्ष्य छिपान के जुर्म में आरोपी पति को आजीवन एवं सश्रम कारावास की सजा सुनाई है।
केल्हारी थानांतर्गत ग्राम गुडरू निवासी 44 वर्षीय शिव प्रसाद ने 31 मई 2019 को दोपहर बाद लगभग 3 बजे ग्राम गुडरू में अपनी पत्नी सियावती के साथ हाथ, मुक्के एवं डंडे से मारपीट कर उसकी हत्या कर दी तथा स्वयं को हत्या के दंड से बचाने के लिए सह अभियुक्त अपने 24 वर्षीय पुत्र संतोष उर्फ सांतू के साथ मिलकर साक्ष्य मिटाने के आशय से शव में हल्दी व तेल गलाकर उसकी मृत्यु पेचिस व दस्त के कारण होना बताते हुए शव को दाह-संस्कार हेतु शमशान ले गए।
इस बीच सूचना पर केल्हारी पुलिस द्वारा मर्ग कायम कर शव का नक्शा पंचायतनामा तैयार कर चिकित्सीय परीक्षण हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मनेंद्रगढ़ भेजा गया। मर्ग जांच उपरांत मृतिका के पति शिव प्रसाद व पुत्र संतोष के विरूद्ध हत्या व साक्ष्य छिपाने का अपराध दर्ज कर अभियोग पत्र न्यायालय में पेश किया गया।
न्यायाधीश मानवेंद्र सिंह ने आरोपी शिव प्रसाद के दोष सिद्ध पाए जाने पर धारा 302 के तहत् आजीवन कारावास एवं 100 रूपए अर्थदंड तथा धारा 201 के तहत् 5 वर्ष के सश्रम कारावास व 100 रूपए अर्थदंड की सजा सुनाई गई। अर्थदण्ड की राशि अदा नहीं किए जाने पर आरोपी को 1-1 माह का कठोर कारावास पृथक से भुगतना होगा। दोनों सजाएं एक साथ चलेंगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 31 जुलाई। कोरोना महामारी के दौरान कोविड हास्पिटल कंचनपुर में कलेक्टर दर पर संविदा में रखे गये कई स्वास्थ्य कर्मचारियों को विगत तीन माह से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है, जिससेकर्मियों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है।
लगातार तीन माह से वेतन नहीं मिलने से नाराज कर्मियों ने कलेक्टर कोरिया को ज्ञापन सौंपकर शीघ्र ही लंबित मानदेय दिये जाने की मांग की। कलेक्टर कोरिया को सौंपे शिकायत में पीडि़तों ने उल्लेख किया है कि जिले में कोरोना संक्रमण के दौरान कंचनपुर केाविड हास्पिटल में विभिन्न पदों पर कलेक्टर दर पर संविदा कर्मियों की नियुक्ति की गयी थी, जिनको पिछले तीन माह से वेतन का भुगतान ही नहीं किया गया है।
पीडि़तों ने कलेक्टर को लिखे शिकायत में उल्लेख किया है कि वेतन भुगतान को लेकर सीएमएचओ कार्यालय से संपर्क किया जाता है तो हस्ताक्षर नहीं होने की बात कही जाती है वहीं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी का कहना है कि आज कल में हो जाएगा, लेकिन ऐसा कहते हुए एक माह से उपर हो गया, फिर भी उनके खाते में मानदेय की राशि नहीं डाली गयी। जिससे परेशान होकर अनियमित स्वास्थ्य कर्मियों ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर जल्द लंबित मानदेय भुगतान किये जाने की मांग की।
बारिश में आवाजाही में दिक्कतें
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर (कोरिया), 31 जुलाई। कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में जल आवर्धन योजनांतर्गत नपा क्षेत्र में बरसात शुरू होने के बाद पाईप लाईन विस्तार के लिए मुख्य मार्ग के किनारे गड्ढे खोदकर पाईप लाईन बिछाया गया, लेकिन इसके बाद सडक़ किनारे गड्ढे बन गये हैं, जिससे लोगों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पाईप डालने के बाद सडक़ की यथास्थिति बनाकर देने की जिम्मेदारी ठेकेदार की है, परन्तु ठेकेदार सडक़ में बड़े-बड़े गड्ढे कर चुपचाप दूसरी ओर खुदाई में जुट गया है, नपा को इस ओर बिल्कुल ध्यान ही नहीं है।
जानकारी के अनुसार जल आवर्धन योजना के तहत नपा द्वारा मुख्य एनएच 43 किनारे से पाईप लाईन का विस्तार किया गया, जिससे सडक़ किनारे गड्ढे बन गए। खोदे गये गड्ढे के उपर मिट्टी का भराव तो कर दिया गया है लेकिन जब बरसात हुई, तब मिट्टी नीचे दब गयी और खोदे गये गड्ढे पर की मिट्टी के बरसात में नीचे दब जाने के कारण गड्ढे बन गये हैं, जिससे कारण लोगों को उक्त स्थल पर आवाजाही करने पर दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि मुख्य सडक़ किनारे सभी जगहों पर दिक्कत नहीं है, दिक्कत सिर्फ उस स्थान पर है, जहां पर मुख्य मार्ग से दूसरा मार्ग जुड़ता है ऐसे जगह पर गड्ढों के कारण लोगों को आवाजाही में गड्ढे बने सडक़ को पार कर जाना पड़ता है।
घड़ी व फव्वारा चौक पर बने गड्ढे
बरसात में पाईप लाईन विस्तार के दौरान शहर के घड़ी चौक तथा फव्वारा चौक पर गड्ढे बन गये हंै, जहां पर मिट्टी मुरूम भरी गयी है, इसके बावजूद फिर से बरसाती पानी के कारण उक्त स्थानों पर गड्ढे बन गये हैं, जिस कारण वाहन चालकों को उक्त दोनों स्थानों पर प्रतिदिन हिचकोले लेकर चलना पड़ता है। गड्ढों के कारण दुर्घटना होने की संभावना भी बढ़ गयी है। फव्वारा चौक पर गड्ढे खतरनाक बने हुए हंै। इसी तरह का हाल चिरमिरी चौक पर पुराने सेंटल बैंक पहुंच रोड पर जाने के दौरान गड्ढे बने हुए हैं। शहर के उक्त चौराहों के गड्ढों को कई बार पाटा गया, लेकिन बरसात में फिर से गढ्ढे बन गये है, जिससे कि लोगों को प्रतिदिन आवागमन में परेशानी होती है।
गड्ढों ने बिगाड़ी गौरव पथ की सूरत
शहर की अच्छी सडक़ों में शुमार गौरव पथ की सूरत पाईप लाईन के गड्ढों ने बिगाड़ दी, जिसे सुधार कार्य करने को लेकर जिम्मेदार गंभीर नहीं है। बताया जाता है कि गौरवपथ किनारे पाईप लाईन विस्तार के लिए गड्ढे खोदने के पूर्व संबंधित विभाग से अनुमति भी नहीं ली गयी थी और गड्ढे खोद दिये गये। जिसके चलते सुव्यवस्थित गौरवपथ का हाल खराब हो गया है। वहीं पुलिस लाईन के मुख्य गेट के पास पाईप लाईन के लिए गौरवपथ को बीच से खोद दिया गया है, जिसे बराबर नहीं किये जोने के कारण गौरवपथ सडक पर गड्ढे बन गये हैं, जहां पर प्रतिदिन आवागमन में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
एसडीएम कार्यालय परिसर में कीचड़-गड्ढे
शहर के एसडीएम कार्यालय परिसर में इन दिनों बरसात के कारण कीचड़ बन गया है। इस परिसर में कई विभाग के कार्यालय संचालित है, यहीं सं रजिस्टार और अन्य कार्यालय आने का भी रास्ता है, परन्तु पूरे रास्ते बड़े-बड़े गड्ढों भरे पड़े हैं। जहां तक आने जाने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अधिकारी तो अपने वाहन से आते जाते हैं, तो उन्हें ज्यादा दिक्कतों क सामना नहीं करना पड़ रहा है लेकिन आम आदमी को इस परिसर में स्थित कई कार्यालयों में जाने के लिए कीचड़ के कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, (कोरिया) 31 जुलाई। वर्षों से काबिज भूमि पर बनाये गये झोपड़ी एवं पास में ही ठेला लगाकर विभिन्न तरह का व्यवसाय करने वाले को गत दिवस बिना सूचना दिये झोपड़ी को तोड़ दिया गया तथा ठेला को भी जेसीबी की सहायता से हटा दिया गया, जिससे पीडि़तों को बड़ी आर्थिक क्षति पहुंची। एकतरफा बिना सूचना दिये वर्षों से काबिज झोपड़ी को हटाये जाने को लेकर दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर पीडि़तों ने कलेक्टर कोरिया को शिकायत पत्र सौंपकर मुआवजे की मांग की।
भरतपुर तहसील अंतर्गत ग्राम मुर्किल निवासी पीडि़त पुरूषोत्तम सिंह, सुरेंद्र सिंह, महेंद्र प्रताप सिंह, बलराम सिंह, श्यामनारायण सिंह, निवासी मुर्किल तहसील भरतपुर ने कलेक्टर कोरिया को शिकायत देकर बताया कि ग्राम मुर्किल में विगत 45-50 वर्षों से सरकारी भूमि पर सडक़ किनारे कब्जा कर झोपड़ी बनाया गया था, जिसमें उनके द्वारा गाय, बैल, भैंस बांधने का काम किया जा रहा था। इसके साथ ही पास में ही सडक़ के दूसरी ओर ठेला बनाकर रखा गया था, जिसमें पीडि़तों के द्वारा विभिन्न तरह के व्यवसाय कर अपने परिवार का पालन पोषण किया जा रहा था। इसी बीच गत दिवस ग्राम पंचायत सचिव, रोजगार सहायक तथा जनपद पंचायत के इंजीनियर आये और पीडि़तों को इसके पूर्व किसी प्रकार की सूचना दिये बिना ही जब पीडि़त लोग सभी अपने खेतों में काम करने गये थे, तब जेसीबी की सहायता से उनकी वर्षों से काबिज भूमि में बनाये गये झोपड़ी तथा ठेले को तोड़ दिया गया, जिससे उन्हें बड़ी आर्थिक क्षति उठानी पड़ी। पीडि़तों ने यह भी आरोप लगााया कि उनके कब्जे की भूमि के बगल में ही रोजगार राहायक के चाचा व अन्य के द्वारा भी कब्जा कर मकान बनाया गया जिसको नहीं तोड़ा गया। इस मामले में पीडि़तों ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए हुई आर्थिक क्षति की भरपाई करने की मांग की।
हजारों रूपये की हुई आर्थिक क्षति
पीडि़तों ने कलेक्टर कोरिया को सौंपे गये अपने शिकायत में उल्लेख किया है कि बिना पूर्व सूचना व समय दिये बिना ही अवैध कब्जा बताकर जिन लोगों की झोपड़ी तोड़ी गयी, उन्हें बड़ी आर्थिक क्षति भी उठाना पड़ा। शिकायत में उल्लेख किया गया है कि झोपड़ी व ठेला तोड़े जाने से पुरूषोत्तम सिंह को 50 हजार, सुरेंद्र कुमार सिंह को 55 हजार, महेंद्र प्रताप सिंह को 20 हजार, बलराम सिंह को 30 हजार, श्यामनारायण सिंह को 20 हजार रूपये की क्षति हुई। सभी पीडि़त गोड आदिवासी परिवार के हैं।
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बैकुंठपुर (कोरिया), 31 जुलाई। भाजयुमो के महामंत्री ने अपनी टीम के साथ कोरिया जिले में अवैध रूप से रेत की खुदाई व परिवहन को लेकर विरोध जताया है। मौके पर पहुंच कर उन्होंने उप्र और दूसरे राज्य में अवैध रेत के कारोबार को अपने फेसबुक टाइमलाइन में वीडियो अपलोड कर उजागर किया है।
जानकारी के अनुसार भाजयुमो के महामंत्री शारदा प्रसाद गुप्ता ने अपने फेसबुक टाइमलाइन में पोस्ट कर लिखा है कि बैकुण्ठपुर जनपद क्षेत्र में ग्राम भखार में यूपी नम्बर की कई ट्रकें अवैध रेत परिवहन में पायी गयी। जिले के भरतपुर जनपद पंचायत क्षेत्र में सबसे बड़े पैमाने पर विभिन्न नदियों से रेत का अवैध तरीके से उत्खनन किया जाता है। इस क्षेत्र से रेत नदियों से जेसीबी की माध्यम से प्रतिदिन दर्जनों ट्रक में भरकर उप्र के कई शहरों तक सप्लाई की जा रही है।
उन्होंने लिखा कि मामले की जानकारी भाजपा जिला अध्यक्ष और पार्टी के वरिष्ठों को बता कर आगे बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी। गौरतलब है कि कोरिया जिले के कई जगहों पर तो जेसीसी की सहायता से बड़े स्तर पर रेत का उत्खनन हो रहा है, वह भी खुलेआम, किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। उत्खनन के साथ ही प्रतिदिन अवैध तरीके से जिले से निकाले गये रेत को यूपी के कई शहरों तक सप्लाई की जा रही है। जिस पर रोक लगाने की मांग लगातार उठती रही है लेकिन इस दिशा में प्रशासन किसी प्रकार की कार्रवाई न कर मौन बैठी हुई है।
जमकर हो रही है कालाबाजारी
भाजयुमो महामंत्री शारदा प्रसाद गुप्ता ने बताया कि कोरिया जिले के आम ग्रामीणों द्वारा विरोध किया जा रहा है और कुछ क्षेत्रों के ग्रामीणों द्वारा सडक़ पर उतरकर विरोध भी जता चुके हैं, जिनमें ग्रामीण महिलाएं भी विरोध में सामने आयी। इसके बावजूद जिला प्रशासन द्वारा अवैध रेत उत्खनन व परिवहन पर रोक नहीं लगा पा रही है। खनिज विभाग ठेकेदारों के इशारों पर काम कर रहा है। बैकुंठपुर में रेत का भंडारण कर यहां के स्थानीय लोगों को रेत नहीं दिया जा रहा है जबकि दूसरे राज्य उप्र, बिहार, झारखंड यहां से रेत भेजा जा रहा है। बड़े स्तर पर कालाबाजारी की जा रही है। यूपी नम्बर की गाडियों में अवैध रूप से रेत का उत्खनन कर परिवहन भी किया जा रहा है।
भाजपा नेता ने की जमकर तारीफ
भाजपा के दिग्गज और वरिष्ठ नेता लक्ष्मण राजवाड़े ने किसान मोर्चा के प्रदर्शन में भाजयुमो के इस कदम की जमकर तारीफ की और उक्त प्रदर्शन में अवैध रेत उत्खनन, मनमाने दर और अवैध परिवहन का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि हमारे भाजयूमों के महामंत्री ने जिस तरह अवैध रेत के मामले का खुलासा किया है, इस कारोबार से हर कोई प्रभावित है। जिसके बाद भाजपा जिला अध्यक्ष ने भी आने वाले समय में अवैध रेत के कारोबार के खिलाफ एक बार फिर आंदोलन की बात मंच से कही, हलांकि इसके पूर्व में भी कुछ माह पहले उन्होंने अवैध रेत के मामले में बड़ा आंदोलन करने की बात कही थी।
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मनेन्द्रगढ़, 30 जुलाई। राज्य सरकार द्वारा भरतपुर-सोनहत विधानसभा क्षेत्र में प्राथमिकता के आधार पर लगातार विकास कार्यों की सौगात दी जा रही है। विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न ग्रामों में पुलिया, सीसी रोड निर्माण हेतु राज्य सरकार ने 10 कार्यों के लिए 1 करोड़ 96 लाख 53 हजार रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की है। जिस पर विधायक गुलाब कमरो ने क्षेत्रवासियों की ओर से मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष एवं जिले के प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज साहू का आभार व्यक्त किया है।
विधायक के प्रयासों से 19 लाख 92 हजार की लागत से कटगोड़ी-मेन रोड से झरनापारा पहुँच मार्ग पर आर सी सी पुलिया निर्माण, 9 लाख 57 हजार की लागत से कछाड़ी मजगवा खुर्द में परशुराम के घर के पास आरसीसी पुलिया निर्माण, 44 लाख 22 हजार की लागत से रजौली स्थित हंसीलाल घर से प्राथमिक शाला धनपुर तक 300 मीटर सीसी रोड निर्माण, 15 लाख 52 हजार की लागत से ग्राम कुदरा स्थित मुख्य सडक़ से बस्ती की ओर मसौरा में सीसी सडक़ निर्माण, 23 लाख 26 हजार की लागत से ग्राम पंचायत चनवारीडांड़ अंतर्गत वार्ड क्र. 16 में खैरमाता मंदिर के पास से बस्ती की ओर सीसी रोड निर्माण, 19 लाख 13 हजार की लागत से ग्राम पंचायत बेलबहरा में प्रधानमंत्री सडक़ से गोरेलाल के घर की ओर सीसी रोड निर्माण, 13 लाख 97 हजार रूपए की लागत से तेंदूडांड़ सेंट्रल स्कूल के पीछे से लक्ष्मण के घर की ओर 200 मीटर सीसी रोड निर्माण, 16 लाख 29 हजार की लागत से रामगढ़ में बस्ती से युवराज के घर तक 200 मीटर सीसी रोड निर्माण, 19 लाख 91 हजार की लागत से घटई में तिराहा से बस्ती की ओर सीसी रोड निर्माण एवं 14 लाख 74 हजार की लागत से पूंजी बस्ती से पंचायत भवन की ओर सीसी रोड निर्माण की प्रशासकीय मंजूरी प्रदान की गई है।
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बैकुंठपुर (कोरिया) 30जुलाई। कोरिया जिले के मनेंद्रगढ तहसील क्षेत्र के ग्राम हस्तिनापुर के चक्काडॉडपारा के दर्जनों गामीणों ने कलेक्टर कोरिया को हस्ताक्षरयुक्त शिकायत देकर शा उचित मूल्य दुकान संचालन को यथावत रखने की मांग की।
कलेक्टर कोरिया को सौंपे गये अपने शिकायत में ग्राम हस्तिनापुर चक्काडॉडपारा निवासी उर्मिला, तेजकुंवर, बेलसिया, फूलकुंवर, फुलमत, इंद्रकुंवर, सोनकुंवर, बुद्धू सिंह, मन्तोरिया, गुलाब, मीराबाई, सोनमती, रीना, चंदाबाई,श्यामबाई, राधाबाई, पावर्तती, रूकणी, मानकुंवर, रामदयाल, रामकुंवर, सोनकुंवर, सोनी बाई, लक्ष्मनिया, सत्यनारायण आदि ने कलेक्टर कोरिया को सौंपे अपने आवेदन में उल्लेख किया है कि उन्हे वर्तमान में पिपिरिया में स्थित उचित मूल्य दुकान से राशन प्राप्त होता है जो कि उनके गांव से करीब एक किमी की दूरी पर स्थित है जहां से लंबे समय से उन्हें राशन प्राप्त हों रहा है लेकिन ग्रामीणों ने कलेक्टर को लिखे अपने शिकायत में उल्लेख किया है कि अगले माह से चक्काडॉडपारा के दर्जनों ग्रामीणों को ग्राम हस्तिनापुर पंचायत भवन में उचित मूल्य दुकान का संचालन किया जायेगा जहां से उन्हे राशन प्राप्त करना होगा। ग्राम हस्तिनापुर में उचित मूल्य दुकान का संचालन करने में ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड सकता है। उन्होनें अपने शिकायत में बताया कि ग्राम हस्तिनापुर उनके मोहल्ले से करीब 4 किमी की दूरी पर स्थित है जहां पहुंच कर राशन लाने में ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड सकता है, साथ ही वहां तक पहुंचने के लिए कच्ची सडक है जो कि बरसात में कीचड से भरा रहता है जिस पर चलना मुश्किल होता है। ऐसी स्थिति में चक्काडॉडपारा के ग्रामीणों ने शिकायत पत्र के माध्यम से मॉग की है कि उन्हे उचित मूल्य दुकान पिपरिया से ही लगातार राशन प्रदान किया जाये उचित मूल्य दुकान केा ग्राम हस्तिनापुर में स्थानांतरित नही किया जाये क्योकि इससे उनके मोहल्ले के लोगों केा भारी परेशानियों का सामना करना पड सकता है।
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मनेन्द्रगढ़, 29 जुलाई। भरतपुर-सोनहत विधायक गुलाब कमरो ने भूमिहीन खेती मजदूरों को सालाना 6 हजार की सहायता दिए जाने की राज्य सरकार की घोषणा को देश की पहली और अनूठी योजना बताते हुए मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष को धन्यवाद दिया है।
उल्लेखनीय है कि अनुदान मांग पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सदन में भूमिहीन खेतिहर मजदूर न्याय योजना की घोषणा करते हुए प्रति परिवार 6 हजार रुपये देने की बात कही। देश में अपनी तरह की पहली योजना के लिए सरकार ने 200 करोड़ रुपए का प्रावधान रखा है।
विधायक कमरो ने इसे मील का पत्थर बताते हुए कहा कि पूर्व सरकार ने किसानों को सिर्फ छलने का काम किया था। धान का समर्थन मूल्य 21 सौ रूपए का वायदा करके किसानों को बदले में सिर्फ धोखा दिया था। गरीबों का राशन कार्ड भी भारी संख्या में काट दिया गया था, लेकिन भूपेश सरकार ने न्याय योजना लाकर किसानों व मजदूरों को न्याय दिया। एपीएल और बीपीएल दोनों को राशन मुहैया कराया जा रहा है। विधायक ने कहा कि प्रदेश स्तर पर संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं से प्रदेश का विकास तेजी से हो रहा है।