गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 14 अक्टूबर। राष्ट्रीय अध्यक्ष बीपी सिंह रावत, राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा छत्तीसगढ़ के प्रदेश संयोजक संजय शर्मा, रायपुर जिला संयोजक ओमप्रकाश सोनकला ने कहा है कि इस बार 15 अक्टूबर को दशहरा पर्व पर देश के 75 लाख एनपीएस कार्मिकों ने एनपीएस रूपी रावण दहन करने का कार्यक्रम निर्धारित किया है, जो छत्तीसगढ़ के सभी एनपीएस कार्मिक अपने परिवारजनों के साथ अपने अपने गांव नगर शहर में इस कार्यक्रम को सफल बनाएंगे।
जिला एवं ब्लॉक पदाधिकारियों ने कहा है कि अब स्पष्ट समझ में आने लगा है कि नई पेंशन बुढ़ापे का सहारा नहीं है, इसीलिए 2004 के बाद भी विधायिका ने अपने लिए पुरानी पेंशन जारी रखा है और कार्यपालिका के हिस्से में नई पेंशन को थोप दिया है। एक देश में प्रदेश में अलग-अलग पेंशन योजना का विरोध जारी है।
ज्ञात हो कि पुरानी पेंशन बहाली मुद्दे को लेकर राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा लगातार आंदोलन कर रहा है, जिसमें देश के 75 लाख व छत्तीसगढ़ के 2 लाख 80 हजार एनपीएस कर्मचारी, अधिकारी जिसमें शिक्षक, बैंक कर्मी, सफाई कर्मी, पुलिस कर्मी, रेलवे कर्मी, स्वास्थ्य कर्मी, डॉक्टर, नर्स आदि लगातार पुरानी पेंशन बहाली की आवाज को सडक़ से सदन तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के निरंतर संघर्ष से राज्य सरकारों एवं केंद्र सरकार ने एनपीएस कार्मिकों के हक में कुछ सुधारात्मक शासनादेश जारी भी किए हैं, जिनमें मृतक आश्रित को परिवारिक पुरानी पेंशन जैसे लाभ मुख्य रूप से दिया गया है, लेकिन राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा का संकल्प पुरानी पेंशन को पुन: बहाल कराना है, जिसके लिए लगातार हर पर्व त्यौहार पर या राष्ट्रीय पर्व के माध्यम से भी पुरानी पेंशन बहाली की आवाज को गंभीरता पूर्वक केंद्र सरकार एवं राज्य सरकारों तक पहुंचाने का प्रयास किया है।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ में पुरानी पेंशन बहाली की लड़ाई हेतु शिक्षक, लिपिक, पंचायत सचिव, पटवारी, राजस्व अधिकारी, प्राध्यापक व महाविद्यालयीन अधिकारी, स्वस्थ्य कर्मचारी, सीएसईबी, सभी विभाग के कर्मचारी एकजुट हो चुके हैं।