कांकेर
कांकेर, 9 फरवरी। सांसद मोहन मंडावी ने बजट लोकसभा सत्र के दौरान बाँध प्रभावित क्षेत्रों के कृषकों को सिंचाई एवं अन्य मुद्दों को लेकर अपनी मांग रखी।
साँसद मंडावी ने कहा कि कुछ एक ऐसे माफि या हैं, जो अपने कुचक्र में सफल भी होते रहे हैं। मेरे संसदीय क्षेत्र के माड़मसिल्ली बाँध, जो अंग्रेज शासनकाल का एक ऐतिहासिक बाँध है।
इसी प्रकार दुधावा एवं अन्य बांधों से जिसके सिंचित क्षेत्र अर्थात् कैच मेन्ट एरिया बहुत ही विस्तारित है, जिसके सिंचित पानी से कृषक लाभान्वित होते हैं। इस बाँध को मछली माफियाओं द्वारा सरकारी संरक्षण में बाँध मरम्मत का हवाला देकर पानी को बिना जरूरत के शीतकाल में छोड़ा जाता है। इस प्रकार ये माफिया गिरोह अपने गलत मंसूबे में कामयाब भी होते रहे हैं। इस तरह साजिश पूर्ण कार्य अनेक बाँधों में मरम्मत के नाम पर किया जाता है।
साँसद मंडावी ने सदन के माध्यम से अवगत कराया कि बाँध मरम्मत तो एक माध्यम होता है। इनका मुख्य उद्देश्य मछली तस्करी कर मुनाफा कमाना है। गर्मी के दिनों में जब भीषण जल संकट होता है, उस समय निस्तार के लिए न केवल मानव को ही नहीं बल्कि पशु- पक्षियों को भी पानी उपलब्ध नहीं हो पाता है, यह बड़ी विडम्बना है। बाँधों का पानी गर्मी में छोड़ा जाए जिससे कृषकों, मवेशियों और मछुआरों को भी इसका लाभ प्राप्त हो सके।