रायगढ़
स्पाइनल मस्कुलर एट्रोपी से पीडि़त था मासूम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 18 फरवरी । रायगढ़ जिले के तुरंगा गांव के मासूम छयंक नायक को आज 16 करोड़ के इंजेक्शन का डोज लगाया गया, उसे स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी नामक दुर्लभ बीमारी थी, जिसका दुनिया भर में एक ही इलाज हैं, जो यूएसए में निर्मित जोलजेस्मा नाम का इंजेक्शन है, जिसकी एक डोज की किमत 16 करोड़ रुपये हैं।
छयंक के माता पिता उसकी इस जानलेवा बिमारी को लेकर काफी परेशान थे, खर्च में लगने वाली भारी भरकम रकम का उनके पास कोई इंतजाम नहीं था। न्यूज चैनल्स, सोशल मीडिया और अखबारों में मुहिम चला कर लोगों से उन्होंने मदद भी जुटाई, लेकिन वह भी पर्याप्त नहीं थी।
हताश माता पिता ने बच्चे की किस्मत अजमाने का फैसला किया और लाटरी से मिलने वाले एक मात्र इंजेक्शन के लिये उन्होंने अगस्त 2021 में एप्लाई किया। छंयक को 16 करोड़ का यह इंजेक्शन मुफ्त में मिल गया। मुम्बई के हिंदुजा अस्पताल में आज उसे यह इंजेक्शन लगाया गया।
आईसीयू में भर्ती छंयक की हालत ठीक हैं। उसे शुक्रवार कल अस्पताल से डिस्चार्ज किया जायेगा, लेकिन अभी तीन महीने तक छयंक के माता पिता को उसकी रेगुलर जांच के लिए वहां रुकना होगा। छयंक के माता पिता ने उनके बेटे की जान बचाने में सहयोग करने वाले सभी लोगों और मीडिया को उनके सपोर्ट के लिए धन्यवाद दिया हैं।