गरियाबंद
गरियाबंद, 13 जून। जिले में शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी अंतर्गत आवर्ती चराई क्षेत्र विकास के तहत वन विभाग के ऑक्सन हाल में विगत 8 जून 2022 को गौठान निर्माण एवं उनके सुचारू रूप से संचालन के संबंध में कार्यशाला आयोजित किया गया। कार्यशाला में कृषि विभाग, पशुधन विभाग, मत्स्य विभाग, पंचायत विभाग के अधिकारियों के द्वारा गौठान संचालन एवं अन्य गतिविधियों के बारे में वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के फील्ड स्टॉफ को विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यशाला में कृषि विभाग के सहायक संचालक नरसिंग ध्रुव द्वारा छत्तीसगढ़ शासन की महती योजना नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना की विस्तृत जानकारी दी गई एवं गोधन न्याय योजना के तहत गौठान निर्माण की आधारभूत संरचना, गौठान के मुख्य नौ निर्देशक तत्व, जिला स्तरीय अनुश्रवण समिति, ग्राम गौठान प्रबंधन समिति, गौठान एवं चारागाह निर्माण की जानकारी, वर्मी कम्पोस्ट सुपर कम्पोस्ट, सुपर कम्पोस्ट प्लस, स्वावलम्बी गौठान मात्रात्मक मापदण्ड, गुणात्मक मापदण्ड गौठानों संचालित मल्टीएक्टिविटी, ग्राम गौठान प्रबंधन समिति में संधारित की जाने वाले प्रमुख पंजी एवं ग्रामीण औद्योगिक पार्क के निर्माण के उद्देश्य की विवरणात्मक जानकारी दी गई।
पशुधन विभाग के पशु चिकित्सक शल्यज्ञ डॉ सुधीर पंचभाई द्वारा घरेलु पशुधन एवं घुमंतु पशुधन हेतु शेल्टर की व्यवस्था, गौठानों में वर्मीकम्पोस्ट हेतु आवश्यक अधोसंरचना, गौठानों में चारागाह नेपियर घांस एवं सुपर नेपियर घांस उत्पादन, गौठान में पैरादान, बैकयार्ड कुक्कुट पालन, बकरी अद्यमिता विकास योजना एवं पुशधन विभाग के कार्यकलाप के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। ई-डिस्ट्रीक्ट मैनेजर मिथलेश देवांगन द्वारा गोधन न्याय योजना के मोबाईल एप के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। मोबाईल के द्वारा गौठानों से संबंधित समस्त क्रिया कलापों का संचालन किया जाना है।
गोबर खरीदी एवं विक्रय, पंजीयन, स्व सहायता समुह को जोडऩे एवं आजीविका गतिविधियों मछलीपालन, बकरीपालन, मशरूम, मुर्गीपालन का उत्पादन विक्रय से संबंधित मोबाईल एप से संचालन से संबंधित जानकारी दी गई। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमति रोक्तिमा यादव एवं वनमण्डलाधिकारी मयंक अग्रवाल द्वारा अपने उद्बोधन में कहा कि गोधन न्याय योजना छत्तीसगढ़ शासन की महती योजना नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना अंतर्गत एक महत्वपूर्ण योजना है। इसके सुचारू रूप से संचालन के लिए वन विभाग, पंचायत विभाग, कृषि विभाग, पशुधन विभाग द्वारा आपसी सामंजस्य स्थापित कर गौठान के कार्यों का संचालन किया जाना है तथा ग्रामीणों को प्रोत्साहित कर स्वरोजगार के अधिक से अधिक अवसर प्रदान कर उनके द्वारा निर्मित वस्तुओं का सही दाम दिलाना है। कार्यशाला पश्चात समस्त अधिकारी एवं कर्मचारियों को आदर्श गौठान ग्राम सढ़ौली का भ्रमण कराया गया एवं गौठान से संबंधित प्रायोगिक जानकारी प्रदाय की गई।
कार्यशाला में चन्द्रशेखर पी. (भा.व.से.), उपसंचालक कृषि संदीप भोई, उपवनमण्डलाधिकारी राजिम उदय सिंह ठाकुर, उपवनमण्डलाधिकारी गरियाबंद मनोज चन्द्राकर, उपवनमण्डलाधिकारी देवभोग राजेन्द्र सोरी, गरियाबंद वनमण्डल के समस्त परिक्षेत्र अधिकारी एवं मैदानी अमला उपस्थित थे।