दन्तेवाड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बचेली, 12 नवंबर। वन विभाग टीम एवं सर्पमित्र ने पटेलपारा किरंदुल से सांपों के 20 पिटारे जब्त किए। वन विभाग आने की भनक लगते ही सपेरे भागे।
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को किरन्दुल के पटेलपारा आस-पास क्षेत्र में जंगलों से सांपों से भरा हुआ 20 पिटारे वन विभाग के टीम एवं सर्पमित्र के द्वारा बरामद किए गए।
छत्तीसगढ़ जिला के रायगढ़ व महासमुंद के 20-25 सपेरे ग्रामीण आदिवासी क्षेत्र में घूम-घूमकर सांपों को दिखा रहे थे। साथ में जड़ी बूटी दवा रखे हुये थे।
ग्रामीणों ने सर्पमित्र को सूचित किया। जिस पर सर्पमित्र के द्वारा वन विभाग को सूचना देने पर वन विभाग बचेली, किरन्दुल की टीम पटेलपारा सपेरा को पकडऩे के लिए पहुंचे, उससे पहले सभी सपेरे जंगल की ओर भाग गये, जिसमें महिला, बच्चे, व बुजुर्ग थे।
बताया जा रहा है कि ये सपेरा रायगढ़ व महासमुंद से बस्तर आकर घूम-घूमकर सांप को दिखाकर जड़ी-बूटी बेचते हैं। बरामद सांप व जड़ी-बूटी जब्त कर वन विभाग कार्यालय बचेली में लाया गया।
वन विभाग परिक्षेत्र अधिकारी बचेली आशुतोष मांडवा व सर्पमित्र अमित मिश्रा ने बाताया कि 20 इंडियन कोबरा (नाग) व 2 कैप स्नेक मिला है। सांपों के विष ग्रंथि निकाल लिया जाने के कारण उनकी जीवनकाल अब 2-3 महीना ही बची है। वन विभाग के टीम एंव सर्पमित्र ने शानिवार को सुबह जंगलों के अलग-अलग क्षेत्रों में सांपों छोड़ा गया है।
वन विभाग बचेली के रेंजर ने बताया कि सभी सपेरा भाग गये। अगर पकड़े जाते तो वन्य प्राणी अधिनियम 1972 के तहत कार्रवाई किया जाता।