रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 27 दिसंबर। कोरोना की संभावित लहर के अलर्ट को देखते हुए राज्य सरकार ने व्यवस्थागत तैयारियों में जुट गई है। छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिला अस्पतालों में मंगलवार को कोरोना से निपटने का मॉकड्रिल हुआ। इस ड्रिल के दौरान स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव भी भोपाल से आनलाइन जुड़े और आवश्यक निर्देश दिए। राजधानी के मेकाहारा और जिला अस्पताल में मॉकड्रिल किया गया इस दौरान वेंटिलेटर, मल्टी पैरामॉनिटर, ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर जैसे जीवन रक्षक उपकरणों की जांच की जाएगी। डाक्टरों और तकनीशियनों ने सभी वेंटिलेटर मशीनों और आक्सीजन प्लांट को भी आन करके देखा। इसी तरह से एक छद्म मरीज को तत्काल एम्बुलेंस से लाकर हॉस्पीटल में भर्ती के साथ इलाज शुरू कर ऑक्सीजन उपलब्ध कराया गया। मंत्री सिंहदेव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सारा ड्रिल लाइव देखा। बता दें कि मॉक ड्रिल का उद्देश्य कोविड के मुकाबला के लिए देश के अस्पतालों को तैयार करना है।
क्या-क्या दिए गए हैं निर्देश
केंद्र ने कहा है कि इस अभ्यास के दौरान सभी जिलों को कवर करने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं की भौगोलिक रूप से प्रतिनिधि उपलब्धता, आइसोलेशन बेड जैसी बिस्तर क्षमता, ऑक्सीजन समर्थित आइसोलेशन बेड, आईसीयू बेड और वेंटिलेटर सपोर्ट वाले बेड और मानव संसाधन की इष्टतम उपलब्धता पर ध्यान केंद्रित किया जाए। हर स्तर पर सभी तरह के कोविड इंफ्रास्ट्रक्चर और मानव संसाधनों को बनाए रखा जाए। उन्होंने राज्यों को ऑक्सीजन सिलेंडर, पीएसए प्लांट, वेंटिलेटर और मानव संसाधन समेत अस्पताल के बुनियादी ढांचों को तैयार रखने के लिए कोविड स्पेसिफिक सुविधाओं का ऑडिट करने की सलाह दी थी। इस दौरान उन्होंने बुजुर्गों और बीमार लोगों से बूस्टर डोज लेने की अपील के साथ-साथ फ्रंटलाइन वर्कर्स और कोरोना योद्धाओं की निस्वार्थ सेवा के लिए सराहना भी की थी।
क्या होती है मॉक ड्रिल?
मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य आपातकालीन तैयारी योजना की समीक्षा करने के साथ-साथ किसी भी स्थान पर मानक संचालन प्रोटोकॉल का मूल्यांकन करना है। विशेष रूप से बड़े संगठनों, स्कूलों, स्थानों पर जहां खतरनाक सामग्री (रसायन, एसिड, एलपीजी) आदि का उपयोग किया जाता है। इस तरह आपातकालीन स्थिति में एक्शन के लिए इंसान एक तरह से तैयार रहता है। यह आपको उस स्थिति के लिए तैयार करता है कि आपातकाल की स्थिति में आप कैसे रिएक्ट करते हैं।
प्रदेश की सीमाओं पर कल से जांच दूसरी ओर सूत्रों ने बताया कि कल से प्रदेश की सभी सीमाओं पर मरीजों की जांच शुरू की जाएगी। इसमें महाराष्ट्र, तेलंगाना, मध्यप्रदेश, ओडिशा से आने वाले नागरिकों की जांच होगी। बताया जा रहा है कि तेलंगाना में बीते दो दिनों के दौरान वैक्सीनेशन 90 फीसदी बढ़ गया है।